चतरा: जिला के गिद्धौर थाना क्षेत्र अंतर्गत सिंदुआरी गांव में अंधविश्वास ने जोरदार दस्तक दी है. यहां ओझा-गुनी की चपेट में आकर एक युवक के मानसिक रूप से बीमार होने का सनसनीखेज मामला प्रकाश में आया है. इस बाबत पीड़ित युवक के परिजनों ने गिद्धौर थाना में आवेदन देकर आरोपी दोस्तों के विरुद्ध कार्रवाई कर इंसाफ की गुहार लगाई है.
बेड़ियों में सिमटी जिंदगी
परिजनों के अनुसार सोनू दांगी नामक युवक करीब 15 दिन पूर्व मानसिक रूप से बिल्कुल स्वस्थ था. जब गांव के ही उसके दो दोस्त विक्रम दांगी और उसके भाई वीरेंद्र दांगी उसे एक मजार में ले गए थे, जहां से लौटने के बाद सोनू ना सिर्फ मानसिक रूप से बीमार हो गया बल्कि अपने अजीबोगरीब हरकतों से उसने पूरे परिवार को सदमे में डाल दिया है, स्थिति यह है कि कल तक स्वस्थ रहने वाले नौजवान को आज उसके परिवार ना सिर्फ रस्सियों में बांध कर रखने को मजबूर हैं, बल्कि उसकी जिंदगी एक कमरे में ही बेड़ियों में सिमट कर रह गई है.
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परिजनों ने लगाया आरोप
परिजनों का आरोप है कि उनका लंबे समय से आरोपी वीरेंद्र दांगी और विक्रम दांगी के परिवार के साथ भूमि विवाद चल रहा है. इसी बात को लेकर कुछ दिन पहले दोनों परिवारों के बीच कहासुनी भी हुई थी, जिसके बाद सोनू को दोनों भाई बिना परिजनों के सहमति के अपने साथ एक मजार में ले गए. वहां करीब एक सप्ताह रहने के बाद जब सोनू वापस घर लौटा, तो वह मानसिक रूप से बीमार रहने लगा, जिसके बाद परिजन उसे इलाज के लिए डॉक्टर के पास ले गए, जहां चिकित्सकों ने जांच के बाद उसे बेहतर इलाज के लिए कांके मेंटल हॉस्पिटल रेफर कर दिया. पूरे मामले में पीड़ित सोनू के परिजनों ने आरोपी दोस्तों पर सोनू को ओझा गुनी के चक्कर में फंसाने, मानसिक टॉर्चर करने और मारपीट कर गंभीर यातना देने का आरोप लगाते हुए थाना में आवेदन दिया है, जिसके बाद गिद्धौर थाना पुलिस पूरे मामले की जांच में जुट गई है. हालांकि, इस मामले में पुलिस पदाधिकारी अभी कुछ भी कहने से कतरा रहे हैं.