चतरा: सिमरिया के हर्षनाथपुर गांव में जलमीनार बने हुए एक साल से भी अधिक समय गुजर चुका है, लेकिन अभी तक इससे लोगों को एक बूंद भी पानी नसीब नहीं हुआ है, जबकि इस जलमीनार को बनाने में एक लाख से भी अधिक रुपये खर्च हो चुके हैं.
चतरा से करीब 20 किमी दूर सिमरिया प्रखंड के हर्षनाथपुर गांव में यह जलमीनार है, जहां हर गली में पानी पहुंचाने के लिए पाइप बिछाई गई है. कई घरों में तो नल भी लगे हैं, लेकिन नल से आज तक एक बूंद पानी भी नहीं टपका है. किसी भी जलमीनार की सबसे पहली जरूरत होती है बोरिंग, लेकिन यहां जलमीनार बना दिया गया और जल मीनार के पास आज तक बोरिंग नहीं कराई गई है.
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गांव के लोग आज भी गंदे तालाब में नहाने और दूर किसी चापाकल से पानी लाने को मजबूर हैं. सरकार ने तो गांव वालों की मजबूरी समझी और यहां योजना बनाकर जलमीनार पहुंचाया, लेकिन सिस्टम की करतूतों की वजह से लोग आज भी स्वच्छ पानी से वंचित हैं. मामले में जब प्रखंड विकास पदाधिकारी अमित कुमार मिश्रा से पूछा गया तो उन्होंने बताया कि जलमीनार में जल्द ही पानी उपलब्ध करा दिया जाएगा और जो भी दोषी होंगे उनपर कार्रवाई की जाएगी.