चतरा: सांसद जी, विधायक जी मेरी भी सुनो, हमारे गांव की सड़क बना दो, हम पर मेहरबानी होगी. कुछ इसी तरह का वाक्य इन दिनों चतरा के सिमरिया प्रखंड के सबानो गांव में सुनने को मिल रहा है. यहां पिछले 15 साल से सड़क निर्माण के लिए विभिन्न जनप्रतिनिधियों से यही मांग की जा रही है लेकिन किसी ने आज तक सड़क निर्माण नहीं करवाया.
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महज तीन किलोमीटर सड़क का निर्माण करना है ताकि लोगों को आराम हो. सड़क की स्थिति ऐसी हो गई है कि लोग इस पर चलना भी मुनासिब नहीं समझते हैं. दुर्घटना होने की संभावना हरदम रहती है. अगर मोटरसाइकिल से सड़क से गुजरें तो लड़खड़ाकर गिर जाते हैं. साइकिल चलाना भी दुश्वार हो रहा है.
आलम यह है कि गांव के लोग बड़ी मुश्किल से सड़क से गुजरते हैं. ग्रामीणों ने विरोध दर्ज करते हुए सड़क पर धान रोपनी करते हुए सरकार विरोधी जमकर नारे लगाए हैं. ग्रामीण बताते हैं कि बरसात के दिनों में हमेशा जलजमाव रहता है, जिस से काफी परेशानी होती है. आने-जाने में दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. हमेशा पानी जमा रहने के कारण मच्छर का प्रकोप बढ़ा हुआ है.
जनप्रतिनिधियों का उदासीन रवैया
लोगों का कहना है कि जनता की समस्याओं को मुद्दा बनाकर सांसद सुनील सिंह और विधायक किशुनदास चुनाव जीत गए लेकिन मतदाताओं की समस्या खत्म नहीं की गई. चुनाव के समय सांसद सुनील सिंह और विधायक किशुन दास ने इस समस्या से निजात दिलाने के वादे पर वोट लिए थे. जर्जर सड़क की विरोध में गांव के ग्रामीणों ने विरोध दर्ज करते हुए सड़क पर ही धान रोपनी की.
ग्रामीण कहते हैं कि हमारी सुनने वाला कोई नहीं है और हम परेशान हैं. इसलिए अब सरकार से अपील करते हैं कि हमारी सड़क बनवा दें. सरकार का ध्यान आकर्षित करने के लिए हम लोगों ने यहां धान रोपनी की है. सांसद व विधायक को बोला तो वो भी नहीं सुनते हैं. सिमरिया प्रखंड चतरा लोकसभा क्षेत्र में आता है जिसके सांसद सुनील सिंह और विधायक किशुन दास हैं.
ग्रामीण कहते हैं कि सड़क निर्माण के लिए सांसद से भी मुलाकात की है. उन्होंने आश्वासन दिया था कि जल्द से जल्द सड़क बन जाएगी. वहीं विधायक ने भी कहा था कि सड़क का निर्माण हो जाएगा. पर अब तक सड़क नहीं बनाई है. ग्रामीण सड़क की मांग पिछले कई सालों से कर रहे हैं.