चतरा: एक सप्ताह पूर्व जिले के लावालौंग थाना क्षेत्र अंतर्गत एनएच 99 बक्सा जंगल से बरामद सिर कटे शव मामले का खुलासा हो गया है. उस शख्स की पहचान बेंगाबाद निवासी बालेश्वर रजक के रूप में हुई थी. पुलिस ने इस हत्याकांड के तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है(three accused of blind murder case arrested by chatra police). सिमरिया थाना क्षेत्र के दुंदुवा गांव से तीनों की गिरफ्तारी हुई है.
बता दें कि पिछले 14 अगस्त को अज्ञात सिर कटी लाश की बरामदगी हुई थी. मामले की जांच के दौरान मृतक की पहचान रामगढ़ जिले के मांडू थाना क्षेत्र अंतर्गत बेंगाबाद निवासी बालेश्वर रजक के रूप में हुई थी. इतना ही नहीं गिरफ्तार हत्यारों के निशानदेही पर मृतक का सिर भी पुलिस ने अमानत नदी से बरामद कर लिया है. साथ ही हत्या में प्रयुक्त कुल्हाड़ी, एक बाइक और विभिन्न कंपनियों का तीन मोबाइल फोन भी जब्त किया गया है.
मामले के खुलासे को लेकर एसपी ने सिमरिया एसडीपीओ अशोक प्रियदर्शी(Simaria SDPO Ashok Priyadarshi) के नेतृत्व में एसआईटी का गठन किया था. जिसमे लावालौंग थाना प्रभारी नंदन कुमार समेत अधिकारियों व सशस्त्र बल के जवानों को शामिल किया गया था. एसडीपीओ ने बताया कि करीब 15-20 वर्ष पूर्व घाटों में हुए बहन के साथ दुष्कर्म और हत्या के शक में बदला लेने की नीयत से तीनों आरोपियों ने मिलकर घटना को चतरा में अंजाम दिया था. जिसके बाद शव को बक्सा जंगल मे फेंककर उसके सर को काटकर अमानत नदी में छिपा दिया था. एसडीपीओ ने बताया कि गिरफ्तार गौतम बैठा, मनोज रजक व पिंटू रजक को शक था कि उनकी बहन की हत्या से पूर्व बालेश्वर रजक के द्वारा दुष्कर्म किया गया है.