चतरा: जिला प्रशासन की अदूरदर्शिता और पथ निर्माण विभाग की लापरवाही का ही नतीजा है कि सड़क की सूरत-ए-हाल से वाहन चालक और राहगीर बेहाल है. चतरा जिला की महत्वपूर्ण सिमरिया एनएच 100 सड़क पर आप यात्रा कर रहे हैं तो आपको बहुत ही संभल कर चलना होगा, वरना जरा-सी चूक से आप हादसे की जद में आ सकते हैं. सड़क पर आवागमन करने से पहले उसकी बदहाल स्थिति को देखकर राहगीरों और वाहन चालकों के रूह कांप जाती है, सैकड़ों जगहों पर बड़े-बड़े गड्ढे बन गए हैं. यह सड़क ना केवल लोगों के आवागमन के लिए महत्वपूर्ण है, बल्कि बंगाल से लेकर अन्य राज्यों और सिमरिया अनुमंडल के कारोबारियों और व्यवसायियों के लिए भी एक लाइफ लाइन भी है. सिमरिया को हजारीबाग से जोड़ने वाली महत्वपूर्ण सड़क आज अपनी बदहाली पर आंसू बहा रहा, तो कारोबारी और व्यापारी सरकार को रोज कोस रहे हैं. इनका कहना है कि 50 किलोमीटर सड़क की दूरी ये 50 मिनट में तय करते थे, लेकिन आज दो घंटे लग जा रहे है.
गड्ढों से भरी है सड़क
सड़कों में उभरे गड्ढे राहगीरों को काफी परेशान कर रहा है. उभरे गड्ढों में बाइक का चक्का पूरा डूब जा रहा है तो पत्थरों और कोल वाहनों की ढुलाई करने वाले ट्रक और हाइवा चालकों को हिचकोले खाने के साथ वाहन के कल-पूर्जे क्षतिग्रस्त होने और दुर्घटना का भय लगा रहता है. पथ निर्माण विभाग की इस सड़क का हाल यह है कि किसी तरह आवागमन लायक नहीं है. इसकी वजह से पैदल चलना भी मुश्किल हो गया है. यहां से हिचकोले खाते प्रतिदिन हजारों वाहनों का आवागमन हो रहा है. इस बदहाल सड़क पर अगर किसी वाहन में खराबी आ जाती है तो लंबा जाम लग जाता है.
सिमरिया है मुख्य सड़क
सिमरिया को कोलकाता बिहार और रांची से जोड़ने वाली मुख्य सड़क भी है. टंडवा कोल माइंस से रेलवे साइडिंग जाने के लिए कोयले की ट्रांसपोर्टिंग भी इसी रास्ते से होती है. इस महत्वपूर्ण सड़क की बदहाली से आए दिन हादसे होते रहते हैं जिससे स्थानीय काफी चिंतित है. ग्रामीणों का कहना है कि वो लोग बहुत तकलीफ में जी रहे हैं. गर्मियों में धूल फांकते हैं और बरसात में कीचड़ से सन जाते हैं. अगर छोटे वाहन का पहिया सड़क के गड्ढे में पड़ता है तो वह अपना संतुलन खो देता है और दुर्घटना हो जाती है. इस सड़क पर सैकड़ों लोगों ने अपनी जान गंवाई है.
इसे भी पढ़ें- चतरा: एनटीपीसी क्षेत्र में लगी भीषण आग, सीआईएसएफ के घंटों मशक्कत के बाद आग पर पाया गया काबू
अब तक नहीं ली किसी ने सुध
इसी सड़क से प्रतिदिन जिलाधिकारी से लेकर सूबे के आला अधिकारी, मंत्री और जनप्रतिनिधि गुजरते है. लेकिन किसी का सड़क की बदहाली पर ध्यान नहीं जाता. जर्जर सड़क को लेकर सिमरिया विधायक किशुनदास ने कहा कि वाकई स्थिति काफी खराब है, झारखंड सरकार के उदासीन रवैये और लापरवाही की वजह से ऐसा हो रहा है. विधायक ने बताया कि मैंने खुद विभाग के सचिव को सड़क बनाने को लेकर पत्र लिखा है. उन्होंने कहा कि जल्द सड़क की निर्माण नहीं कराया गया तो सरकार के विरोध सड़क पर उतर कर आंदोलन करेंगे.