चतरा: जिले के एक राजकीय अनुसूचित जाति आवासीय बालिका उच्च विद्यालय की आठवीं कक्षा की छात्रा के गर्भवती होने के मामले में अधिकारियों ने कड़ा संज्ञान लिया है. उपायुक्त जितेंद्र कुमार सिंह ने मामले को लेकर चार सदस्यीय जांच टीम का गठन किया. गठित टीम में एसडीओ दीपू कुमार, जिला कल्याण पदाधिकारी, लावालौंग बीडीओ और सीडीपीओ प्रतिमा कुमारी शामिल है.
इस खबर को सोमवार को ईटीवी भारत ने प्रमुखता से प्रकाशित किया था. खबर प्रकाशित होने पर अधिकारियों ने कड़ा संज्ञान लिया. उपायुक्त के निर्देश पर गठित टीम मामले की जांच करने विद्यालय पहुंची. विद्यालय में दो घंटा तक मामला की जांच पड़ताल करती रही. वहीं, पत्रकारों को विद्यालय के अंदर जाने से रोक दिया गया और उन्हें बाहर खड़ा रखा गया.
अनुमंडल पदाधिकारी दीपू कुमार ने बताया कि मामले का जांच पड़ताल किया जा रहा है. विद्यालय के शिक्षकों और छात्रा की अभिभावकों से पूछताक्ष की जा रही है. उन्होंने कहा कि जो भी दोषी पाए जाएंगे उसके खिलाफ सख्त कर्रवाई की जाएगी. वहीं, एसडीओ ने कहा कि प्रथम दृष्टया में कुछ जानकारी नहीं मिला है. जांच पड़ताल जारी है.
जांच में हुआ था खुलासा
14 वर्षीय छात्रा की गर्भवती होने का खुलासा तब हुआ, जब विद्यालय की शिक्षिका पेट दर्द की शिकायत पर छात्रा को रेफरल अस्पताल सिमरिया लेकर पहुंची थी, जहां डॉक्टरों ने जांच के बाद छात्रा को गर्भवती पाया गया. रेफरल अस्पताल के डॉक्टर ने बताया कि बच्ची की दो बार जांच की गई. दोनों बार टेस्ट पॉजिटिव पाया गया. बच्चे को स्कूल की शिक्षिका लेकर आई थी. जांच में डेढ़ महीने का गर्भ पाया गया. 2017 में भी इस स्कूल के शिक्षक द्वारा एक छात्रा से दुष्कर्म के प्रयास का मामला आया था. आरोप में शिक्षक ओम प्रकाश आर्य काल कोठरी में सजा काट रहा है.