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Police-Naxal Encounter: चतरा में पुलिस-नक्सलियों के बीच मुठभेड़, सर्च ऑपरेशन जारी - naxal in jharkhand

चतरा में पुलिस और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हुई है. सर्च ऑपरेशन के दौरान यह मुठभेड़ हुई है. एसपी ने इसकी पुष्टि की है. सर्च ऑपरेशन के दौरान भारी मात्रा में नक्सली सामान बरामद किया गया है.

Police Naxal Encounter in chatra
मुठभेड़ के बाद बरामद सामान
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Published : Jan 23, 2023, 4:57 PM IST

Updated : Jan 23, 2023, 8:24 PM IST

चतरा: नक्सल विरोधी अभियान पर निकली सीआरपीएफ और पुलिस की संयुक्त टीम ने प्रतिबंधित भाकपा माओवादी नक्सलियों के विरुद्ध एक बार फिर बड़ी कार्रवाई की है. भीषण मुठभेड़ के बाद जवाबी कार्रवाई करते हुए सुरक्षाबलों ने नक्सलियों को मुंहतोड़ जवाब दिया. पुलिस ने मौके से नक्सलियों को खदेड़ दिया. वहीं सर्च अभियान के दौरान उनके अस्थाई नक्सल ट्रेनिंग कैंप को भी ध्वस्त कर दिया.

ये भी पढ़ेंः चतरा में पुलिस और नक्सलियों के बीच मुठभेड़, भारी मात्रा में नक्सली सामान बरामद

बता दें कि मुठभेड़ चतरा-पलामू बॉर्डर पर स्थित कुंदा थाना क्षेत्र के मदगड़ा जंगल में हुई. एसपी राकेश रंजन ने बताया कि गुप्त सूचना मिली थी कि संगठन के शीर्ष नक्सली 10 लाख के इनामी सैक सदस्य गौतम पासवान, रीजनल कमांडर नवीन यादव और जोनल कमांडर मनोहर गंझू दस्ते के 20-25 नक्सलियों के साथ बड़ी घटना को अंजाम देने के उद्देश्य से इलाके में भ्रमणशील हैं. गुप्त सूचना पर त्वरित कार्रवाई करते हुए सीआरपीएफ कोबरा 209 बटालियन के सहायक कमांडेंट संतोष कुमार, सीरल निखिल, सीआरपीएफ 190 बटालियन के सहायक समादेष्टा चौधरी कलीम उल्ला और दुर्गेश कुमार के संयुक्त नेतृत्व में लावालौंग, प्रतापपुर और सिमरिया थाना पुलिस के अधिकारियों और जवानों की संयुक्त टीम का गठन कर जंगल की घेराबंदी करते हुए अभियान चलाने का निर्देश दिया गया था.

अभियान के दौरान जैसे ही सुरक्षाबलों की टीम जंगल में पहुंची तो घात लगाकर बैठे माओवादियों ने उन्हें निशाना बनाते हुए अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी. जिसके बाद तत्काल अभियान में शामिल अधिकारियों और जवानों ने मोर्चा संभालते हुए न सिर्फ नक्सलियों को मुंहतोड़ जवाब दिया, बल्कि उन्हें पीछे भागने पर भी मजबूर कर दिया. खुद पर सुरक्षाबलों को भारी पड़ता देख माओवादी शीर्ष नक्सली गौतम पासवान दस्ते के साथ जंगल का लाभ उठाकर भाग निकला. हालांकि इस दौरान सुरक्षाबलों ने काफी दूर तक नक्सलियों का पीछा भी किया. जिसके बाद जंगल की घेराबंदी करते हुए सुरक्षाबलों ने सघन सर्च अभियान चलाया.

सर्च अभियान के दौरान नक्सलियों द्वारा जंगल में संचालित अस्थाई नक्सल कैंप को सुरक्षाबलों ने ध्वस्त कर दिया. साथ ही मौके से नक्सलियों के उपयोग के 6 पीस स्लीपिंग बैग, 10 पीस तिरपाल, भारी मात्रा में दवाई और इंजेक्शन सीरीज, नक्सलियों का पिट्ठू बैग और रेडियो समेत भारी मात्रा में दैनिक उपयोग का सामान बरामद किया है. पुलिस और सीआरपीएफ की विभिन्न टुकड़ियों के जवान लगातार इलाके में नक्सलियों के विरुद्ध कार्रवाई को लेकर सर्च अभियान चला रहे हैं.

एसपी ने बताया कि राज्य सरकार ने राज्य को नक्सल मुक्त बनाने का संकल्प लिया है. इसी संकल्प को धरातल पर उतारने के उद्देश्य से महानिदेशक एवं पुलिस महानिरीक्षक के निर्देश पर चतरा में नक्सलियों के विरुद्ध पुलिस चौतरफा कार्रवाई कर रही है. जिसमें न सिर्फ पुलिस को अप्रत्याशित सफलताएं भी मिल रही हैं बल्कि इलाके में अपना वर्चस्व खो चुके नक्सली इधर-उधर भागते फिर रहे हैं. विभिन्न नक्सली संगठनों के विरुद्ध लगातार चल रही पुलिसिया कार्रवाई से घबराए इनामी मनोहर गंझू दस्ते के नक्सलियों ने विगत वर्ष भी सितंबर महीने में पुलिस पार्टी को निशाना बनाने के उद्देश्य से पुलिस पर फायरिंग की गई थी. जिसके बाद हुए भीषण मुठभेड़ में सीआरपीएफ के एक जवान की शहादत हो गई थी.

बावजूद हमारे अधिकारियों व जवानों का मनोबल और भी बढा है और वे नक्सलियों के विरुद्ध कार्रवाई कर रहे हैं. जिसका परिणाम है कि मनोहर गंझू दस्ते के एरिया कमांडर कमलेश गंजू ने पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण किया है. वहीं कई नक्सलियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है. एसपी ने समाज के विकास में बाधक बन चुके नक्सलियों से पुलिस की आत्मसमर्पण पुनर्वास नीति 'नई दिशा' का लाभ लेकर मुख्यधारा से जुड़ने की अपील की है. उन्होंने नक्सलियों को चेताते हुए कहा है कि उनका समय अब खत्म हो चुका है. वह या तो मुख्यधारा से जुड़ जाएं अन्यथा कड़ी कानूनी कार्रवाई के लिए तैयार रहें. क्योंकि जिस तरह से इनामी नक्सली गौतम पासवान एवं सहदेव यादव समेत अन्य नक्सलियों के घरों को कुर्क किया गया है, उसी तरह अन्य वांछित फरार नक्सलियों के विरुद्ध भी पुलिसिया कार्रवाई जारी रहेगी.

चतरा: नक्सल विरोधी अभियान पर निकली सीआरपीएफ और पुलिस की संयुक्त टीम ने प्रतिबंधित भाकपा माओवादी नक्सलियों के विरुद्ध एक बार फिर बड़ी कार्रवाई की है. भीषण मुठभेड़ के बाद जवाबी कार्रवाई करते हुए सुरक्षाबलों ने नक्सलियों को मुंहतोड़ जवाब दिया. पुलिस ने मौके से नक्सलियों को खदेड़ दिया. वहीं सर्च अभियान के दौरान उनके अस्थाई नक्सल ट्रेनिंग कैंप को भी ध्वस्त कर दिया.

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बता दें कि मुठभेड़ चतरा-पलामू बॉर्डर पर स्थित कुंदा थाना क्षेत्र के मदगड़ा जंगल में हुई. एसपी राकेश रंजन ने बताया कि गुप्त सूचना मिली थी कि संगठन के शीर्ष नक्सली 10 लाख के इनामी सैक सदस्य गौतम पासवान, रीजनल कमांडर नवीन यादव और जोनल कमांडर मनोहर गंझू दस्ते के 20-25 नक्सलियों के साथ बड़ी घटना को अंजाम देने के उद्देश्य से इलाके में भ्रमणशील हैं. गुप्त सूचना पर त्वरित कार्रवाई करते हुए सीआरपीएफ कोबरा 209 बटालियन के सहायक कमांडेंट संतोष कुमार, सीरल निखिल, सीआरपीएफ 190 बटालियन के सहायक समादेष्टा चौधरी कलीम उल्ला और दुर्गेश कुमार के संयुक्त नेतृत्व में लावालौंग, प्रतापपुर और सिमरिया थाना पुलिस के अधिकारियों और जवानों की संयुक्त टीम का गठन कर जंगल की घेराबंदी करते हुए अभियान चलाने का निर्देश दिया गया था.

अभियान के दौरान जैसे ही सुरक्षाबलों की टीम जंगल में पहुंची तो घात लगाकर बैठे माओवादियों ने उन्हें निशाना बनाते हुए अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी. जिसके बाद तत्काल अभियान में शामिल अधिकारियों और जवानों ने मोर्चा संभालते हुए न सिर्फ नक्सलियों को मुंहतोड़ जवाब दिया, बल्कि उन्हें पीछे भागने पर भी मजबूर कर दिया. खुद पर सुरक्षाबलों को भारी पड़ता देख माओवादी शीर्ष नक्सली गौतम पासवान दस्ते के साथ जंगल का लाभ उठाकर भाग निकला. हालांकि इस दौरान सुरक्षाबलों ने काफी दूर तक नक्सलियों का पीछा भी किया. जिसके बाद जंगल की घेराबंदी करते हुए सुरक्षाबलों ने सघन सर्च अभियान चलाया.

सर्च अभियान के दौरान नक्सलियों द्वारा जंगल में संचालित अस्थाई नक्सल कैंप को सुरक्षाबलों ने ध्वस्त कर दिया. साथ ही मौके से नक्सलियों के उपयोग के 6 पीस स्लीपिंग बैग, 10 पीस तिरपाल, भारी मात्रा में दवाई और इंजेक्शन सीरीज, नक्सलियों का पिट्ठू बैग और रेडियो समेत भारी मात्रा में दैनिक उपयोग का सामान बरामद किया है. पुलिस और सीआरपीएफ की विभिन्न टुकड़ियों के जवान लगातार इलाके में नक्सलियों के विरुद्ध कार्रवाई को लेकर सर्च अभियान चला रहे हैं.

एसपी ने बताया कि राज्य सरकार ने राज्य को नक्सल मुक्त बनाने का संकल्प लिया है. इसी संकल्प को धरातल पर उतारने के उद्देश्य से महानिदेशक एवं पुलिस महानिरीक्षक के निर्देश पर चतरा में नक्सलियों के विरुद्ध पुलिस चौतरफा कार्रवाई कर रही है. जिसमें न सिर्फ पुलिस को अप्रत्याशित सफलताएं भी मिल रही हैं बल्कि इलाके में अपना वर्चस्व खो चुके नक्सली इधर-उधर भागते फिर रहे हैं. विभिन्न नक्सली संगठनों के विरुद्ध लगातार चल रही पुलिसिया कार्रवाई से घबराए इनामी मनोहर गंझू दस्ते के नक्सलियों ने विगत वर्ष भी सितंबर महीने में पुलिस पार्टी को निशाना बनाने के उद्देश्य से पुलिस पर फायरिंग की गई थी. जिसके बाद हुए भीषण मुठभेड़ में सीआरपीएफ के एक जवान की शहादत हो गई थी.

बावजूद हमारे अधिकारियों व जवानों का मनोबल और भी बढा है और वे नक्सलियों के विरुद्ध कार्रवाई कर रहे हैं. जिसका परिणाम है कि मनोहर गंझू दस्ते के एरिया कमांडर कमलेश गंजू ने पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण किया है. वहीं कई नक्सलियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है. एसपी ने समाज के विकास में बाधक बन चुके नक्सलियों से पुलिस की आत्मसमर्पण पुनर्वास नीति 'नई दिशा' का लाभ लेकर मुख्यधारा से जुड़ने की अपील की है. उन्होंने नक्सलियों को चेताते हुए कहा है कि उनका समय अब खत्म हो चुका है. वह या तो मुख्यधारा से जुड़ जाएं अन्यथा कड़ी कानूनी कार्रवाई के लिए तैयार रहें. क्योंकि जिस तरह से इनामी नक्सली गौतम पासवान एवं सहदेव यादव समेत अन्य नक्सलियों के घरों को कुर्क किया गया है, उसी तरह अन्य वांछित फरार नक्सलियों के विरुद्ध भी पुलिसिया कार्रवाई जारी रहेगी.

Last Updated : Jan 23, 2023, 8:24 PM IST
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