चतरा: एक ओर सोमवार को पूरा देश महिलाओं के सम्मान में अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस मनाकर उन्हें सम्मानित कर रहा है. वहीं दूसरी ओर चतरा के कोयलांचल स्थित टंडवा में तीन सूत्री मांगों के समर्थन में आंदोलित महिलाओं के साथ पुलिस की ओर से मारपीट की गई.
करीब 12 महिलाएं घायल
पुलिस प्रशासन की ओर से की गई मारपीट की इस घटना में करीब 12 महिलाएं घायल हुई हैं, जिन्हें इलाज के लिए स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया है. जानकारी के अनुसार नौकरी और मुआवजा समेत तीन सूत्री मांगों के समर्थन में भू-रैयत महिलाएं एनटीपीसी का संपूर्ण कार्य ठप कराते हुए तीन दिनों से धरना प्रदर्शन कर रहीं थी. इसी दौरान सोमवार को एनटीपीसी के प्रबंधक धनंजय सिंह, धीरज राय, बीडीओ प्रताप टोप्पो और धीरज गुप्ता समेत एनटीपीसी और प्रखंड प्रशासन के अधिकारी दलबल के साथ मौके पर पहुंचे और एनटीपीसी का बंद काम शुरू कराने का प्रयास करने लगे.
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महिलाओं के साथ कैसा व्यवहार
काम करवाता देख महिला भू-रैयतों ने इसका विरोध किया. इसके बाद एनटीपीसी और प्रखंड प्रशासन के अधिकारियों ने विरोध कर रहीं महिला भू-रैयतों के साथ मारपीट शुरू कर दी. इसमें करीब 12 महिलाएं घायल हो गईं, जिन्हें इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है. आंदोलित महिलाओं ने कहा कि जब तक उनकी मांगे पूरी नहीं होती, वह काम नहीं होने देंगी. एनटीपीसी और पुलिस प्रशासन की ओर से किए इस कुकृत्य के बाद यह बड़ा सवाल उठता है कि आखिर अपने अधिकारों के लिए आंदोलित महिलाओं के साथ मारपीट की घटना को अंजाम देकर महिलाओं को यह कैसा सम्मान दिया गया है. उनके साथ मारपीट करने के बजाय उन्हें शांतिपूर्वक समझाने का प्रयास क्यों नहीं किया गया.