चतरा: जिला में सक्रिय प्रतिबंधित भाकपा माओवादी संगठन के नक्सलियों को तगड़ा झटका लगा है. संगठन के दो बड़े दस्ते, यानी 25 लाख के इनामी नक्सली सैक सदस्य गौतम पासवान के दस्ते और 15 लाख के इनामी मनोहर गंझू के दस्ते का कंपनी कमांडर रामाशीष यादव उर्फ चलितर यादव उर्फ अंगद को सुरक्षाबलों ने धर दबोचा है. एसपी राकेश रंजन को मिली गुप्त सूचना के आधार पर यह कार्रवाई की गई है.
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दरअसल, एसपी को गुप्त सूचना मिली थी कि रामाशीष दस्ते से छुट्टी लेकर आया हुआ है. इसी गुप्त सूचना पर त्वरित कार्रवाई करते हुए एसडीपीओ अविनाश कुमार के नेतृत्व में हंटरगंज थाना पुलिस की स्पेशल टीम का गठन किया गया. टीम ने नक्सलियों के सेफ जोन के रूप में चिन्हित कौलेश्वरी सबजोन के कोल्हुआ इलाके से नक्सली गौतम पासवान और नक्सली रामाशीष यादव को गिरफ्तार किया है. अभियान में हंटरगंज थाना प्रभारी सनोज कुमार चौधरी और नितेश कुमार दुबे समेत आईआरबी व सशस्त्र बल के जवान शामिल थे.
गिरफ्तार नक्सली के खिलाफ चतरा के विभिन्न थानों में 10 से अधिक दुर्दांत नक्सल मामले दर्ज हैं. पुलिस को लंबे समय से इस नक्सली की तलाश थी. गिरफ्तार नक्सली चतरा के गिद्धौर थाना क्षेत्र के केंदुआ गांव का रहने वाला है. एसडीपीओ ने बताया कि हंटरगंज थाना क्षेत्र के लूटा फाटा इलाके में हुए पुलिस-नक्सली मुठभेड़ में भी रामाशीष शामिल था. इसी ने नक्सल विरोधी अभियान पर निकली पुलिस पार्टी को लक्षित कर गोली चलाई थी.
एसडीपीओ ने बताया कि सदर थाना क्षेत्र के बरैनी इलाके में विकास कार्य में लगे ट्रैक्टर व पोकलेन में आगजनी, कुंदा थाना क्षेत्र में पुलिस-नक्सली मुठभेड़ के अलावा गिद्धौर थाना क्षेत्र में घटित चर्चित देवा यादव हत्याकांड समेत 10 मामलों में इसकी संलिप्तता थी. उन्होंने बताया कि नक्सलियों के सेफ जोन के रूप में चिन्हित कौलेश्वरी सब जोन में दो नए पुलिस पिकेट की स्थापना ने नक्सलियों की कमर तोड़ कर रख दी है. उनके सबसे सुरक्षित इलाके से नक्सलियों का पूरी तरह से सफाया हो चुका है. ऐसे में इलाके में फिर से वर्चस्व स्थापित करने के फिराक में जुटे नक्सलियों के विरुद्ध कार्रवाई करते हुए पुलिस को रामाशीष को दबोचने में सफलता हाथ लगी है.