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पुलिस की तत्परता से टली मॉब लिंचिंग की घटना, भीड़ ने किया थाने का घेराव

चतरा में मॉब लिंचिंग जैसी घटना होने से बच गई. दो गुटों में हुई जमीनी झड़प को लेकर इस तरह की घटना हुई. हंगामा बढ़ता देख चतरा एसडीपीओ वरुण रजक इटखोरी थाना पहुंचे और मामले को शांत कराया.

घायल व्यक्ति
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Published : Jul 26, 2019, 8:21 AM IST

चतरा: एसडीपीओ वरुण रजक और जवानों की तत्परता से इटखोरी में मॉब लिंचिंग की घटना होने से टल गई. जवानों ने न सिर्फ भारी भीड़ से युवक की जान बचाई, बल्कि उसे गंभीर अवस्था में उपचार के लिए इटखोरी उप स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया. वहीं, चिकित्सकों ने प्राथमिक उपचार के बाद गंभीर स्थिति को देखते हुए घायल को बेहतर इलाज के लिए हजारीबाग सदर अस्पताल रेफर कर दिया. भूमि विवाद के मामले को लेकर दो गुटों में हिंसक झड़प हुई, जिसमें एक व्यक्ति गंभीर रूप से घायल हो गया और उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई.

देखें पूरी खबर

थाना प्रभारी पर अपराधियों के साथ मिलीभगत का आरोप
जानकारी के अनुसार इटखोरी थाना क्षेत्र के कनौदी गांव में भूमि विवाद को लेकर मंगलवार को हुई मारपीट की घटना में शंकर साव गंभीर रूप से घायल हो गया था, जिसका इलाज के दौरान गुरुवार को रिम्स में मौत हो गई. इस मामले को लेकर आक्रोशित ग्रामीणों ने इटखोरी थाने का घेराव कर थाना प्रभारी परमानन्द मेहरा और एएसआई भोला राम पर अपराधियों के साथ मिलीभगत का आरोप लगाते हुए उन्हें वर्खास्त करने की मांग करने लगे.

ग्रामीणों का आक्रोश शांत होने का नहीं ले रहा था नाम
हंगामा बढ़ता देख चतरा एसडीपीओ वरुण रजक इटखोरी थाना पहुंचे, लेकिन ग्रामीणों का आक्रोश शांत होने का नाम नहीं ले रहा था. इसी दौरान मृतक शंकर साव के परिजनों ने दूसरे पक्ष बुलक साव के घर पर हमला बोल दिया और उसकी की जमकर पिटाई कर दी, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया. घटना के बाद इटखोरी पुलिस ने घायल को स्वास्थ्य केंद्र इटखोरी में भर्ती करवाया, जहां से गम्भीर अवस्था में उसे हजारीबाग सदर अस्पताल रेफर कर दिया गया. घटना के बाद पुलिस ने इलाके को पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया है.

ये भी देखें-काम में कोताही देख बिफर पड़े उपविकास आयुक्त, लगाई संवेदक को फटकार

भूमि-विवाद को लेकर हुई थी झड़प
बता दें कि मंगलवार को भूमि-विवाद को लेकर थाना क्षेत्र के धनखेरी निवासी डुगनी देवी, अमित साव, रतन साव और कनौदी निवासी, शंकर साव, तेजो साव, खेमनी देवी के दोनों पक्षों में मारपीट हुई थी. इसमें प्रथम पक्ष के शंकर साव गंभीर रूप से घायल हो गए थे, जिसे स्वास्थ्य केंद्र इटखोरी में इलाज के बाद हजारीबाग रेफर कर दिया गया था, जहां स्थिति खराब होता देख परिजनों ने इलाज के लिए रांची रिम्स अस्पताल में भर्ती कराया था. वहीं, रिम्स में इलाज के दौरान शंकर साव की गुरुवार को मौत हो गयी. मृतक के परिवार के द्वारा महिला समेत तीन लोगों को आरोपी बनाया गया था.

चतरा: एसडीपीओ वरुण रजक और जवानों की तत्परता से इटखोरी में मॉब लिंचिंग की घटना होने से टल गई. जवानों ने न सिर्फ भारी भीड़ से युवक की जान बचाई, बल्कि उसे गंभीर अवस्था में उपचार के लिए इटखोरी उप स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया. वहीं, चिकित्सकों ने प्राथमिक उपचार के बाद गंभीर स्थिति को देखते हुए घायल को बेहतर इलाज के लिए हजारीबाग सदर अस्पताल रेफर कर दिया. भूमि विवाद के मामले को लेकर दो गुटों में हिंसक झड़प हुई, जिसमें एक व्यक्ति गंभीर रूप से घायल हो गया और उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई.

देखें पूरी खबर

थाना प्रभारी पर अपराधियों के साथ मिलीभगत का आरोप
जानकारी के अनुसार इटखोरी थाना क्षेत्र के कनौदी गांव में भूमि विवाद को लेकर मंगलवार को हुई मारपीट की घटना में शंकर साव गंभीर रूप से घायल हो गया था, जिसका इलाज के दौरान गुरुवार को रिम्स में मौत हो गई. इस मामले को लेकर आक्रोशित ग्रामीणों ने इटखोरी थाने का घेराव कर थाना प्रभारी परमानन्द मेहरा और एएसआई भोला राम पर अपराधियों के साथ मिलीभगत का आरोप लगाते हुए उन्हें वर्खास्त करने की मांग करने लगे.

ग्रामीणों का आक्रोश शांत होने का नहीं ले रहा था नाम
हंगामा बढ़ता देख चतरा एसडीपीओ वरुण रजक इटखोरी थाना पहुंचे, लेकिन ग्रामीणों का आक्रोश शांत होने का नाम नहीं ले रहा था. इसी दौरान मृतक शंकर साव के परिजनों ने दूसरे पक्ष बुलक साव के घर पर हमला बोल दिया और उसकी की जमकर पिटाई कर दी, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया. घटना के बाद इटखोरी पुलिस ने घायल को स्वास्थ्य केंद्र इटखोरी में भर्ती करवाया, जहां से गम्भीर अवस्था में उसे हजारीबाग सदर अस्पताल रेफर कर दिया गया. घटना के बाद पुलिस ने इलाके को पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया है.

ये भी देखें-काम में कोताही देख बिफर पड़े उपविकास आयुक्त, लगाई संवेदक को फटकार

भूमि-विवाद को लेकर हुई थी झड़प
बता दें कि मंगलवार को भूमि-विवाद को लेकर थाना क्षेत्र के धनखेरी निवासी डुगनी देवी, अमित साव, रतन साव और कनौदी निवासी, शंकर साव, तेजो साव, खेमनी देवी के दोनों पक्षों में मारपीट हुई थी. इसमें प्रथम पक्ष के शंकर साव गंभीर रूप से घायल हो गए थे, जिसे स्वास्थ्य केंद्र इटखोरी में इलाज के बाद हजारीबाग रेफर कर दिया गया था, जहां स्थिति खराब होता देख परिजनों ने इलाज के लिए रांची रिम्स अस्पताल में भर्ती कराया था. वहीं, रिम्स में इलाज के दौरान शंकर साव की गुरुवार को मौत हो गयी. मृतक के परिवार के द्वारा महिला समेत तीन लोगों को आरोपी बनाया गया था.

Intro:पुलिस की तत्परता से टला मॉब लिंचिंग, भीड़ ने किया थाने का घेराव


थाना प्रभारी को हटाने की मांग को ले ग्रामीणों ने थाने के बाहर किया हाई वोल्टेज ड्रामा

हत्या के आरोप में युवक की बेरहमी से पिटाई, रेफर

चतरा : एसडीपीओ वरुण रजक व जवानों की तत्परता से इटखोरी में मॉब लिंचिंग की घटना टल गई। जवानों ने ना सिर्फ बेलगाम भीड़ से युवक की जान बचाई बल्कि उसे गंभीर अवस्था में उपचार के लिए इटखोरी स्वास्थ्य उप केंद्र में भर्ती कराया। जहां चिकित्सकों ने प्राथमिक उपचार के बाद गंभीर स्थिति को देखते हुए घायल को बेहतर इलाज के लिए हजारीबाग सदर अस्पताल रेफर कर दिया। ग्रामीण भूमि विवाद के एक मामले को लेकर दो गुटों में हुए हिंसक झड़प के बाद उपचार के दौरान हुए एक व्यक्ति की मौत से आक्रोशित थे। मामले को लेकर ग्रामीण भीड़ की शक्ल में इटखोरी थाना पहुंचकर थाना का घेराव करते हुए चतरा-चौपारण मुख्य पथ को जाम कर दिया था। वे लोग थाना प्रभारी परमानंद मेहरा पर अविलंब कार्रवाई करते हुए उन्हें निलंबित करने की मांग कर रहे थे। आक्रोशित ग्रामीण थाना प्रभारी पर पैसे लेकर आरोपी को छोड़ने का आरोप लगा रहे थे। जिसके बाद मामले की सूचना पाकर अनुमंडल पदाधिकारी राजीव कुमार दल बल के साथ मौके पर पहुंचकर लोगों को समझाने बुझाने का प्रयास कर रहे हैं।

बाईट : प्रकाश साव - मृतक का परिजन।
बाईट : सीताराम साव - मृतक का रिश्तेदार।

Body:जानकारी के अनुसार इटखोरी थाना क्षेत्र के कनौदी गांव में भूमि विवाद को लेकर बीते मंगलवार को हुई मारपीट की घटना में 45 वर्षीय शंकर साव गंभीर रूप से घायल हो गया था। जिसका इलाज के दौरान गुरुवार को रिम्स में मौत हो गई थी। इसके बाद मामले ने तूल पकड़ लिया। मौत मामले को लेकर आक्रोशित ग्रामीणों ने इटखोरी थाना का घेराव कर दिया तथा सड़क जाम कर दिया। ग्रामीण मामले में थाना प्रभारी परमानन्द मेहरा औऱ एएसआई भोला राम पर अपराधियों के साथ मिलीभगत का आरोप लगा रहे थे। हंगामा बढ़ता देख चतरा एसडीपीओ वरुण रजक वार्ता करने इटखोरी थाना पहुंचे। परन्तु ग्रामीणों का आक्रोश शांत होने का नाम नहीं ले रहा था। इसी दौरान मृतक शंकर साव के परिजनों ने दूसरे पक्ष के बुलक साव के घर पर हमला बोल दिया और बुलक की जमकर पिटाई कर दी, जिसमे वह गम्भीर रूप से घायल हो गया। घटना के बाद इटखोरी पुलिस ने घायल को स्वास्थ्य केंद्र इटखोरी में भर्ती करवाया। जहां से गम्भीर अवस्था मे उसे हजारीबाग सदर अस्पताल रेफर कर दिया गया है। घटना के बाद पुलिस ने इलाके को पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया है।

Conclusion:बता दें कि बीते मंगलवार को भूमि-विवाद को लेकर थाना क्षेत्र के धनखेरी निवासी 48 वर्षीय डुगनी देवी, अमित साव, रतन साव और कनौदी निवासी 45 वर्षिय शंकर साव, 72 वर्षीय तेजो साव, खेमनी देवी के दोनों पक्षों में मारपीट हुई थी। इसमें प्रथम पक्ष के शंकर साव गंभीर रूप से घायल हो गए थे। जिसे स्वास्थ्य केंद्र इटखोरी में इलाज के बाद हजारीबाग रेफर कर दिया गया था। जहां स्थिति खराब होता देख परिजनो ने इलाज के लिए रांची रिम्स अस्पताल में भर्ती कराया था। रिम्स में इलाज के दौरान शंकर साव की मौत गुरुवार को हो गयी। मृतक के परिवार के द्वारा महिला समेत तीन लोगों को आरोपी बनाया गया था।
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