चतराः जिला के सिमरिया प्रखंड में एक बार फिर बाल विवाह का मामला प्रकाश में आया है. जिसको संज्ञान में लेते हुए चाइल्ड लाइन सब सेंटर की सदस्य अनीता मिश्रा ने डाड़ी गांव पहुंचकर विवाह रुकवा दिया. चाइल्ड लाइन सब सेंटर की हेल्पलाइन नंबर 1098 पर ग्रामीण ने मामले की सूचना दी थी.
चाइल्ड लाइन सब सेंटर ने की सर्टिफिकेट की जांच
ग्रामीण ने सूचना दी थी कि एक 15 वर्षीय नाबालिग बच्ची का विवाह करवाया जा रहा है. शिकायतकर्ता ने कहा कि 15 दिसंबर को उसकी शादी होनी है. जानकारी मिलने के बाद चाइल्ड लाइन की टीम शादी वाले घर पहुंची, जहां शादी की तैयारियां चल रही थी. शादी के घर में अचानक टीम के सदस्यों को देखकर बच्ची के परिजन काफी घबरा गए. सर्टिफिकेट की जांच की गई तो बच्ची की उम्र महज 15 साल पाई गई और वह 9वीं कक्षा की छात्रा है.
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जबरन कराई जा रही थी शादी
सिमरिया पुलिस ने भी मामले को संज्ञान लेते हुए शादी पर प्रतिबंध लगा दिया. बच्ची ने कहा कि वह आगे की पढ़ाई करनी चाहती है और उसके माता-पिता जबरन शादी करवा रहे हैं. इस शादी से वह बिल्कुल सहमत नहीं है. माता-पिता एक ट्रक के खलासी से शादी करा रहे थे. अनीता मिश्रा ने बताया कि लड़की के पिता से नाबालिग बेटी की शादी नहीं कराने का बॉन्ड भराया गया है. इसके साथ ही जबरन शादी कराने पर कार्रवाई करने और जेल भेजने की चेतावनी दी गई है.
चाइल्ड लाइन सब सेंटर दिला रहा इंसाफ
चाइल्ड लाइन सब सेंटर की सदस्य अनीता मिश्रा ने कहा कि बच्चियां शादी लायक नहीं होने के बाद भी शादी के बंधन में बांध दिया जाता है. इसमें हमारी टीम सतर्कता दिखाते हुए अविलंब कार्रवाई कर रही है और नाबालिग को इंसाफ दिला रही है. बाल विवाह कानूनन अपराध है और ऐसा करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी.