चतरा: रोजगार की तलाश में घर छोड़कर हिमाचल प्रदेश के किन्नौर गए झारखंड के 16 मजदूरों के साथ हुई मारपीट का मामला अब धीरे-धीरे तूल पकड़ता जा रहा है. घटना की शिकायत मिलने के बाद राज्य के श्रम, नियोजन एवं प्रशिक्षण मंत्री सत्यानंद भोक्ता ने इसकी कड़ी निंदा की है. उन्होंने मामले को गंभीरता से लेते हुए मजदूरों के साथ हुई मारपीट और दुर्व्यवहार की घटना के जांच के आदेश दे दिए हैं.
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श्रम मंत्री ने कहा है कि मजदूरों के साथ दुर्व्यवहार और मारपीट किसी भी स्थिति में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. राज्य सरकार मजदूरों के साथ है. उन्होंने कहा है कि मामले में जांच के बाद दोषियों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जाएगी. मंत्री ने बताया कि हिमाचल प्रदेश के किन्नौर अंतर्गत लंबर इलाके में प्राइवेट फैक्ट्री में काम करने वाले झारखंड के मजदूरों को कम मजदूरी का भुगतान कर ज्यादा काम कराया जा रहा था. इतना ही नहीं मजदूरी का भुगतान भी देर से किया जाता था. जिसका विरोध करने पर मजदूरों के साथ स्थानीय लोगों और फैक्ट्री से जुड़े कर्मियों के द्वारा दुर्व्यवहार और मारपीट की घटना को अंजाम दिया गया है.
श्रम मंत्री ने कहा है कि पीड़ित सभी मजदूरों को सुरक्षित ट्रेन से झारखंड लाया जा रहा है. कोडरमा स्टेशन पहुंचने वाले मजदूरों को सुरक्षित उनके घरों तक पहुंचाने के निर्देश संबंधित श्रम अधीक्षकों को जारी कर दिया गया है. मंत्री ने कहा है कि राज्य सरकार ने श्रम नियोजन नीति बनाकर स्थानीय स्तर पर बेरोजगारों को रोजगार से जोड़ने की विशेष योजना बनाई है. वैश्विक महामारी के कारण योजना क्रियान्वयन में परेशानी हो रही थी, लेकिन अब स्थिति सामान्य हो चुकी है. पलायन रोकने की दिशा में सरकार ठोस कदम उठाने जा रही है.