चतरा: देशभर में कोरोना वायरस को लेकर खौफ का माहौल बना हुआ है. सरकार ने 14 अप्रैल तक पूरे देश में लॉकडाउन की घोषणा कर रखी है. वहीं, दूसरी और चतरा जिले में लंबे समय से चुप्पी साधे बैठे टीएसपीसी उग्रवादियों के एक दस्ते ने जिले के कुंदा थाना क्षेत्र के मांझीपारा गांव में हमला कर जमकर उत्पात मचाया.
उग्रवादियों ने गांव में पहुंचकर ग्रामीणों को घर से निका कर बेहरमी से पिटाई की, जिससे 7 लोग घायल हुए हैं. उनके शरीर पर कई चोटिल निशान हैं. उग्रवादियों ने सभी ग्रामीणों को खुली चुनौती देते हुए गांव छोड़कर जाने का एलान किया. ऐसा न करने पर गोली मार देने और घर मे बंद कर फूंक देने की चेतावनी देते हुए गांव में ही करीब 8 से 10 बार हवाई फायरिंग की.
ग्रामीणों का कहना है कि मारपीट और हवाई फायरिंग का कारण भूमि विवाद है, जिस भूखंड को लेकर गांव के खैरवारों ने तीन दशक तक भाकपा माओवादी उग्रवादियों के साथ खूनी संघर्ष किया. कई परिवार की जान भी चली गईं. उसी जमीन को लेकर अब टीएसपीसी ने मोर्चा खोल दिया है.
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इस घटना की सूचना मिलते ही पुलिस गांव में पहुंची. पुलिस के गांव पहुंचते ही उग्रवादी भाग चुके थे. ग्रामीणों ने बताया कि उग्रवादियों की संख्या 15 से 20 के बीच थी. हवाई फायरिंग और मारपीट के बाद उग्रवादी पास के सरैयडीह गांव रास्ते से निकल गए.
घटना की जानकारी मिलने के बाद सिमरिया अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी बचनदेव कुजूर और सीआरपीएफ के सहायक कमांडेंट अनिल कुमार राय दल-बल के साथ मौके पर पहुंचे और स्थिति का जायजा लिया.
वहीं, एसडीपीओ ने घटना टीएसपीसी संगठन के जरिए घटना को अंजाम देने की बात कही है. उग्रवादियों ने गांव में दहशत फैलाने को लेकर हवाई फायरिंग की है. इसके बाद उग्रवादियों की धरपकड़ को लेकर छापेमारी शुरू कर दी गई है. थाना प्रभारी रामवृक्ष राम ने बताया कि टीएसपीसी उग्रवादियों की पिटाई से 7 जख्मी हुए हैं. स्थानीय स्तर पर उनका उपचार कराया जा रहा है.