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बिजली के लिए तरस रहे चतरा के ग्रामीण, महापंचायत कर जताया आक्रोश, वोट बहिष्कार का ऐलान

चतरा में सरकारी दावे खोखले साबित हो रहे हैं. धरातल पर योजना उतरने से पहले ही दम तोड़ रही हैं. इसी के विरोध में ग्रामीणों ने महापंचायत कर वोट बहिष्कार का फैसला लिया है. साथ ही सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की.

महापंचायत में ग्रामीण
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Published : Feb 14, 2019, 12:04 PM IST

चतरा: जिले में सरकारी दावे खोखले साबित हो रहे हैं. धरातल पर योजना उतरने से पहले ही दम तोड़ रही हैं. इसी के विरोध में ग्रामीणों ने महापंचायत कर वोट बहिष्कार का फैसला लिया है. साथ ही सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की.

आजादी के सात दशकों बाद भी चतरा के कई गांव के लोगों ने बिजली का दीदार नहीं किया है. हंटरगंज प्रखंड मुख्यालय से महज पांच किलोमीटर दूर स्थित बिहिया सरहचिया गांव के ग्रामीणों ने विद्युत आपूर्ति प्रमंडल कार्यालय के अधिकारियों के विरुद्ध मोर्चा खोल दिया है. ग्रामीणों का आरोप है कि ग्रामीण विद्युतीकरण योजना के तहत विभाग द्वारा उनके गांव में विगत 2 वर्ष पूर्व ही बिजली और खंभे के साथ ट्रांसफॉर्मर तो भेज दिए लेकिन आज तक न तो खंभे गाड़े गए हैं और न ही तार का जाल बिछाया गया है.

ऐसे में जमीन पर रखे-रखे या तो ज्यादातर उपकरण खराब होने लगे हैं, या विद्युतीकरण कार्य में लगे विभागीय दलालों, ठेकेदार पैसे की उगाही कर सामान इधर-उधर बेच चुके हैं. ग्रामीणों का आरोप है कि विद्युतीकरण का काम कर रहा ठेकेदार तार, खंभा और ट्रांसफॉर्मर दिखाकर ग्रामीण से उगाही कर चुका है. पैसे देने के बाद भी अब तक कार्य शुरू नहीं किया गया है.

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ठेकेदार द्वारा अभी काम करने के बदले रिश्वत की मांग ग्रामीणों से की जा रही है. ऐसे में करीब दो हजार की आबादी वाले इस गांव के ग्रामीणों के पास न पैसे का जुगाड़ हो पा रहा है और न ही बिजली रानी के दर्शन हो पा रही है. अधिकारियों का हवाला देकर पैसे की मांग की जा रही है. ग्रामीणों के अनुसार पैसे नहीं देने पर गांव में रखा उपकरण भी ले जाने की धमकी ठेकेदार के द्वारा ग्रामीणों को दी जा रही है. लेकिन ग्रामीणों का आरोप है कि बिजली पहुंचाने के लिए प्रत्येक गांव से मोटी रकम वसूली जा रही है.

देखिए पूरी खबर
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दूसरी ओर हंटरगंज प्रखंड के दाहा पंचायत के मुखिया चंद्रदेव यादव ने बताया कि केंद्र एवं राज्य में डबल इंजन की सरकार बनने के बाद लोगों को उम्मीद जगी थी, कि प्रत्येक गांव में बिजली आ जाएगी. लेकिन अब तक बिजली नहीं पहुंचने से लोगों में काफी नाराजगी है. ग्रामीणों ने तो बिजली नहीं तो वोट नहीं का निर्णय ले लिया है.

जबकि बिजली विभाग के कार्यपालक अभियंता सत्येंद्र कुमार ने कहा है कि बिहिया गांव में बिजली जल्द ही पहुंचा दी जाएगी. उन्होंने बताया कि बिजली पहुंचाने के नाम पर वसूली की शिकायत मिली है. उस मामले की जांच की जा रही है.

चतरा: जिले में सरकारी दावे खोखले साबित हो रहे हैं. धरातल पर योजना उतरने से पहले ही दम तोड़ रही हैं. इसी के विरोध में ग्रामीणों ने महापंचायत कर वोट बहिष्कार का फैसला लिया है. साथ ही सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की.

आजादी के सात दशकों बाद भी चतरा के कई गांव के लोगों ने बिजली का दीदार नहीं किया है. हंटरगंज प्रखंड मुख्यालय से महज पांच किलोमीटर दूर स्थित बिहिया सरहचिया गांव के ग्रामीणों ने विद्युत आपूर्ति प्रमंडल कार्यालय के अधिकारियों के विरुद्ध मोर्चा खोल दिया है. ग्रामीणों का आरोप है कि ग्रामीण विद्युतीकरण योजना के तहत विभाग द्वारा उनके गांव में विगत 2 वर्ष पूर्व ही बिजली और खंभे के साथ ट्रांसफॉर्मर तो भेज दिए लेकिन आज तक न तो खंभे गाड़े गए हैं और न ही तार का जाल बिछाया गया है.

ऐसे में जमीन पर रखे-रखे या तो ज्यादातर उपकरण खराब होने लगे हैं, या विद्युतीकरण कार्य में लगे विभागीय दलालों, ठेकेदार पैसे की उगाही कर सामान इधर-उधर बेच चुके हैं. ग्रामीणों का आरोप है कि विद्युतीकरण का काम कर रहा ठेकेदार तार, खंभा और ट्रांसफॉर्मर दिखाकर ग्रामीण से उगाही कर चुका है. पैसे देने के बाद भी अब तक कार्य शुरू नहीं किया गया है.

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ठेकेदार द्वारा अभी काम करने के बदले रिश्वत की मांग ग्रामीणों से की जा रही है. ऐसे में करीब दो हजार की आबादी वाले इस गांव के ग्रामीणों के पास न पैसे का जुगाड़ हो पा रहा है और न ही बिजली रानी के दर्शन हो पा रही है. अधिकारियों का हवाला देकर पैसे की मांग की जा रही है. ग्रामीणों के अनुसार पैसे नहीं देने पर गांव में रखा उपकरण भी ले जाने की धमकी ठेकेदार के द्वारा ग्रामीणों को दी जा रही है. लेकिन ग्रामीणों का आरोप है कि बिजली पहुंचाने के लिए प्रत्येक गांव से मोटी रकम वसूली जा रही है.

देखिए पूरी खबर
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दूसरी ओर हंटरगंज प्रखंड के दाहा पंचायत के मुखिया चंद्रदेव यादव ने बताया कि केंद्र एवं राज्य में डबल इंजन की सरकार बनने के बाद लोगों को उम्मीद जगी थी, कि प्रत्येक गांव में बिजली आ जाएगी. लेकिन अब तक बिजली नहीं पहुंचने से लोगों में काफी नाराजगी है. ग्रामीणों ने तो बिजली नहीं तो वोट नहीं का निर्णय ले लिया है.

जबकि बिजली विभाग के कार्यपालक अभियंता सत्येंद्र कुमार ने कहा है कि बिहिया गांव में बिजली जल्द ही पहुंचा दी जाएगी. उन्होंने बताया कि बिजली पहुंचाने के नाम पर वसूली की शिकायत मिली है. उस मामले की जांच की जा रही है.

Intro:चतरा : झारखंड के उग्रवाद प्रभावित गांव में घर-घर बिजली पहुंचाने का वादा खोखला साबित हो रहा है। बिजली पहुंचाने के नाम पर विभागीय ठेकेदार एवं कथित दलालों द्वारा वसूली की जा रही है। जिसके विरोध में ग्रामीणों ने वोट बहिष्कार से लेकर सरकार के विरुद्ध नारेबाजी कर रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भले ही देश के सभी गांव को पूरी तरह से विद्युत वितरित करने के दावे कर ले। लेकिन हकीकत आज भी उनके दावों को मुंह चिढ़ाते नजर आती है। धरातल पर अधिकारियों की लापरवाही के कारण योजना उतरने से पहले ही दम तोड़ रही है। ग्रामीण अधिकारियों के इस लाल फीता सही रवैया के विरोध में अब महापंचायत कर वोट बहिष्कार की योजना में है।

आज़ादी के सात दशकों के बाद भी गांव के लोगों ने बिजली के बल्ब का दीदार नहीं किया है। हंटरगंज प्रखंड मुख्यालय से महज पांच किलोमीटर दूर स्थित बिहिया सरहचिया गांव के ग्रामीणों ने विद्युत आपूर्ति प्रमंडल कार्यालय के अधिकारियों के विरुद्ध मोर्चा खोल दिया है। ग्रामीणों का आरोप है कि ग्रामीण विद्युतीकरण योजना के तहत विभाग द्वारा उनके गांव में विगत 2 वर्ष पूर्व ही बिजली और खंभे के साथ ट्रांसफॉर्मर तो भेज दिए लेकिन आज तक ना तो खंभे गाड़े गए हैं और ना ही तार का जाल बिछाया गया है। ऐसे में जमीन पर रखे रखे या तो ज्यादातर उपकरण खराब होने लगे हैं या विद्युतीकरण कार्य में लगे विभागीय दलालों ठेकेदार पैसे की उगाही कर सामान इधर-उधर बेच चुके हैं। ग्रामीणों का आरोप है कि विद्युतीकरण का कार्य कर रहा संवेदक तार खंभा व ट्रांसफार्मर दिखाकर ग्रामीण से उगाही कर चुका है। पैसे देने के बाद भी अब तक कार्य शुरू नहीं किया गया है। ठेकेदार द्वारा अभी काम करने के बदले रिश्वत की मांग ग्रामीणों से की जा रही है। ऐसे में करीब दो हजार की आबादी वाले इस गांव के ग्रामीणों के पास पैसे का जुगाड़ हो पा रहा है और ना ही बिजली रानी के दर्शन हो पा रही है। अधिकारियों का हवाला देकर पैसे की मांग की जा रही है। ग्रामीणों के अनुसार पैसे नहीं देने पर गांव में रखा उपकरण भी ले जाने की धमकी ठेकेदार के द्वारा ग्रामीणों को दी जा रही है। लेकिन ग्रामीणों का आरोप है कि बिजली पहुंचाने के लिए प्रत्येक गांव से मोटी रकम वसूली जा रही है।

राम मोहन यादव, ग्रामीण
उमाशंकर, ग्रामीण
मीना देवी, ग्रामीण

दूसरी ओर हंटरगंज प्रखंड के दाहा पंचायत के मुखिया चंद्रदेव यादव ने बताया कि केंद्र एवं राज्य में डबल इंजन की सरकार बनने के बाद लोगों को उम्मीद जगी थी कि प्रत्येक गांव में बिजली आ जाएगी। लेकिन अब तक बिजली नहीं पहुंचने से लोगों में काफी नाराजगी है। ग्रामीणों ने तो बिजली नहीं तो वोट नहीं का निर्णय ले लिया है।

चंद्रदेव यादव, मुखिया।

जबकि बिजली विभाग के कार्यपालक अभियंता सत्येंद्र कुमार ने कहा है कि बिहिया गांव में बिजली जल्द ही पहुंचा दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि बिजली पहुंचाने के नाम पर वसूली की शिकायत मिली है। उस मामले की जांच की जा रही है।

सत्येंद्र कुमार, कार्यपालक अभियंता, विद्युत आपूर्ति प्रमंडल चतरा।


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