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चीख-चीत्कार के बीच हुआ मृत मजदूरों का सामूहिक अंतिम संस्कार, बच्चों को दी जाएगी मुफ्त शिक्षा

तीन दिन पहले चेन्नई में एक सड़क हादसे में चतरा के 8 मजदूरों की मौत हो गई थी, जिसके बाद मामला लोकसभा में भी गूंजा. स्थानीय सांसद ने सभी मृत मजदरों के शव को चेन्नई जाकर सेवा विमान से रांची भिजवाया था, जिनका अंतिम संस्कार ग्रामीणों के सामूहिक सहयोग से किया गया.

मजदूरों के शव का हुआ अंतिम संस्कार
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Published : Jul 21, 2019, 5:28 AM IST

चतरा: चेन्नई में हुए दर्दनाक सड़क हादसे का शिकार मजदूरों के शव का अंतिम संस्कार सामूहिक आर्थिक सहयोग से किया गया. ग्रामीणों और जनप्रतिनिधियों ने सभी मृत मजदूरों के बच्चों को इंग्लिश मीडियम स्कूल में मुफ्त शिक्षा दिलाने की बात कही है. जिला प्रशासन द्वारा सरकारी योजनाओं के लाभ में देरी होने के कारण स्थानीय जनप्रतिनिधियों और ग्रामीणों ने यह निर्णय लिया.

देखें पूरी खबर

जिला प्रशासन ने भी मृतकों के आश्रितों को सरकारी प्रावधानों के तहत सभी मृत मजदूरों के आश्रितों को एक-एक लाख रुपये की आर्थिक सहायता दी. इसके अलावा उन्हें पारिवारिक लाभ योजना के तहत 20-20 हजार रुपये और अन्य सरकारी योजनाओं का लाभ दिया जाएगा.

इसे भी पढ़ें:- एक ही गांव से निकली पांच होनहारों की अर्थी, चीत्कार से दहला गांव

मृतक मजदूरों के शव का अंतिम संस्कार ग्रामीणों और जनप्रतिनिधियों के सहयोग से किया गया. तीन दिन पहले घटी इस घटना के बाद से मृतक मजदूरों के परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है, गांव में पूरी तरह सन्नाटा पसरा हुआ है. आसपास की दुकानें बंद है, बाजार में भी सन्नाटा पसरा है.


जिला प्रशासन ने मृत मजदूरों के आश्रितों को एक लाख 20 हजार रूपये आर्थिक सहायता की घोषणा की है. मृत मजदूरों के अंतिम संस्कार में परिजनों को परेशानी न हो इसके लिए जिला परिषद उपाध्यक्ष ने सभी परिवारों को पांच-पांच हजार रुपये आर्थिक सहयोग दिया. इसके अलावे ऊंटा मोड़ में संचालित बीएमपी इंग्लिश स्कूल के संचालक बसंत कुमार दांगी ने मृत मजदूरों के बच्चों को मैट्रिक तक मुफ्त शिक्षा देने की घोषणा की है.

गौरतलब है कि सड़क हादसे का शिकार सभी मजदूरों के घर की माली हालत काफी कमजोर है. ऐसे में अगर इन्हें सहयोग नहीं मिलता है तो उन्हें आगे की जिंदगी गुजारने में काफी परेशानी होगी. मृत मजदूरों के परिजनों के हालात को देखते हुए सांसद ने सदन में मामले को प्रमुखता से उठाया था और खुद चेन्नई जाकर मजदूरों के शव को सेवा विमान से रांची भिजवाया था.

चतरा: चेन्नई में हुए दर्दनाक सड़क हादसे का शिकार मजदूरों के शव का अंतिम संस्कार सामूहिक आर्थिक सहयोग से किया गया. ग्रामीणों और जनप्रतिनिधियों ने सभी मृत मजदूरों के बच्चों को इंग्लिश मीडियम स्कूल में मुफ्त शिक्षा दिलाने की बात कही है. जिला प्रशासन द्वारा सरकारी योजनाओं के लाभ में देरी होने के कारण स्थानीय जनप्रतिनिधियों और ग्रामीणों ने यह निर्णय लिया.

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जिला प्रशासन ने भी मृतकों के आश्रितों को सरकारी प्रावधानों के तहत सभी मृत मजदूरों के आश्रितों को एक-एक लाख रुपये की आर्थिक सहायता दी. इसके अलावा उन्हें पारिवारिक लाभ योजना के तहत 20-20 हजार रुपये और अन्य सरकारी योजनाओं का लाभ दिया जाएगा.

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मृतक मजदूरों के शव का अंतिम संस्कार ग्रामीणों और जनप्रतिनिधियों के सहयोग से किया गया. तीन दिन पहले घटी इस घटना के बाद से मृतक मजदूरों के परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है, गांव में पूरी तरह सन्नाटा पसरा हुआ है. आसपास की दुकानें बंद है, बाजार में भी सन्नाटा पसरा है.


जिला प्रशासन ने मृत मजदूरों के आश्रितों को एक लाख 20 हजार रूपये आर्थिक सहायता की घोषणा की है. मृत मजदूरों के अंतिम संस्कार में परिजनों को परेशानी न हो इसके लिए जिला परिषद उपाध्यक्ष ने सभी परिवारों को पांच-पांच हजार रुपये आर्थिक सहयोग दिया. इसके अलावे ऊंटा मोड़ में संचालित बीएमपी इंग्लिश स्कूल के संचालक बसंत कुमार दांगी ने मृत मजदूरों के बच्चों को मैट्रिक तक मुफ्त शिक्षा देने की घोषणा की है.

गौरतलब है कि सड़क हादसे का शिकार सभी मजदूरों के घर की माली हालत काफी कमजोर है. ऐसे में अगर इन्हें सहयोग नहीं मिलता है तो उन्हें आगे की जिंदगी गुजारने में काफी परेशानी होगी. मृत मजदूरों के परिजनों के हालात को देखते हुए सांसद ने सदन में मामले को प्रमुखता से उठाया था और खुद चेन्नई जाकर मजदूरों के शव को सेवा विमान से रांची भिजवाया था.

Intro:चतरा : चेन्नई में हुए दर्दनाक सड़क हादसे के शिकार मृत मजदूरों का अंतिम संस्कार सामूहिक आर्थिक सहयोग से होगा। इसके अलावे उनके बच्चों को इंग्लिश मीडियम स्कूल में मुफ्त शिक्षा दी जाएगी। जिला प्रशासन द्वारा सरकारी योजनाओं के लाभ में देरी को देखते हुए स्थानीय जनप्रतिनिधियों और ग्रामीणों ने यह निर्णय लिया है। हालांकि जिला प्रशासन ने भी मृतक के आश्रितों को सरकारी प्रावधानों के तहत मुआवजा देने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। जिला प्रशासन की ओर से प्रवासी मजदूर योजना के तहत मृत मजदूरों के आश्रितों को एक-एक लाख रुपये की आर्थिक सहायता व पारिवारिक लाभ योजना के तहत 20-20 हजार रुपये व अन्य सरकारी योजनाओं का लाभ दिए जाएंगे। ताकि भविष्य मर उन्हें परेशानियों का सामना न करना पड़े। इधर ग्रामीणों व जनप्रतिनिधियों के सहयोग से मृत मजदूरों के शव के अंतिम संस्कार की सभी तैयारियां पूरी कर ली गई है। देर शाम तक सभी मजदूरों के शव उनके पैतृक गांव पहुंच जाएंगे। तीन दिन पूर्व घटित घटना के बाद परिजनो का रो-रोकर बुरा हाल है। गांव में मातम पसरा है। आसपास की दुकानें बंद है, बाजार में भी सन्नाटा पसरा है। ग्रामीण शव का इंतजार कर रहे हैं। बाईट : जनार्दन पासवान - पूर्व विधायक, चतरा। बाईट : जनार्दन पासवान - पूर्व विधायक।


Body:गौरतलब है कि जिला प्रशासन ने अमृत मजदूरों के आश्रितों को एक लाख 20 हजार रुपये आर्थिक सहायता की घोषणा की है। लेकिन कागजी प्रक्रिया में देरी को ले मुआबजा राशि के भुगतान में दो से तीन दिनों का वक्त लगेगा। ऐसे में अंतिम संस्कार में परिजनों को परेशानी न हो इसे लेकर जिला परिषद उपाध्यक्ष ने सभी परिवारों को पांच-पांच हजार रुपये आर्थिक सहयोग के रूप में दिया है। इसके अलावे ऊंटा मोड़ में संचालित बीएमपी इंग्लिश स्कूल के संचालक बसंत कुमार दांगी ने मृत मजदूरों के बच्चों को मैट्रिक तक मुफ्त शिक्षा देने की घोषणा कही है।


Conclusion:गौरतलब है कि सड़क हादसे के शिकार सभी मजदूरों के घर की माली हालत काफी कमजोर है। ऐसे में अगर इन्हें सहयोग नहीं मिलता है तो अंतिम संस्कार से लेकर अन्य कार्यों में परेशानी होगी। मजदूरों के हालात को देखते हुए ही सांसद ने सदन में मामले को प्रमुखता से उठाते हुए खुद चेन्नई जाकर मजदूरों के शव को सेवा विमान से रांची भिजवाया है। वहीं जिला प्रशासन के अधिकारी रांची से शव लाने गए हैं ताकि पैतृक गांव तक शव सुरक्षित पहुंच जाए।
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