चतरा: चेन्नई में हुए दर्दनाक सड़क हादसे का शिकार मजदूरों के शव का अंतिम संस्कार सामूहिक आर्थिक सहयोग से किया गया. ग्रामीणों और जनप्रतिनिधियों ने सभी मृत मजदूरों के बच्चों को इंग्लिश मीडियम स्कूल में मुफ्त शिक्षा दिलाने की बात कही है. जिला प्रशासन द्वारा सरकारी योजनाओं के लाभ में देरी होने के कारण स्थानीय जनप्रतिनिधियों और ग्रामीणों ने यह निर्णय लिया.
जिला प्रशासन ने भी मृतकों के आश्रितों को सरकारी प्रावधानों के तहत सभी मृत मजदूरों के आश्रितों को एक-एक लाख रुपये की आर्थिक सहायता दी. इसके अलावा उन्हें पारिवारिक लाभ योजना के तहत 20-20 हजार रुपये और अन्य सरकारी योजनाओं का लाभ दिया जाएगा.
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मृतक मजदूरों के शव का अंतिम संस्कार ग्रामीणों और जनप्रतिनिधियों के सहयोग से किया गया. तीन दिन पहले घटी इस घटना के बाद से मृतक मजदूरों के परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है, गांव में पूरी तरह सन्नाटा पसरा हुआ है. आसपास की दुकानें बंद है, बाजार में भी सन्नाटा पसरा है.
जिला प्रशासन ने मृत मजदूरों के आश्रितों को एक लाख 20 हजार रूपये आर्थिक सहायता की घोषणा की है. मृत मजदूरों के अंतिम संस्कार में परिजनों को परेशानी न हो इसके लिए जिला परिषद उपाध्यक्ष ने सभी परिवारों को पांच-पांच हजार रुपये आर्थिक सहयोग दिया. इसके अलावे ऊंटा मोड़ में संचालित बीएमपी इंग्लिश स्कूल के संचालक बसंत कुमार दांगी ने मृत मजदूरों के बच्चों को मैट्रिक तक मुफ्त शिक्षा देने की घोषणा की है.
गौरतलब है कि सड़क हादसे का शिकार सभी मजदूरों के घर की माली हालत काफी कमजोर है. ऐसे में अगर इन्हें सहयोग नहीं मिलता है तो उन्हें आगे की जिंदगी गुजारने में काफी परेशानी होगी. मृत मजदूरों के परिजनों के हालात को देखते हुए सांसद ने सदन में मामले को प्रमुखता से उठाया था और खुद चेन्नई जाकर मजदूरों के शव को सेवा विमान से रांची भिजवाया था.