चतरा: रांची में हेमंत सोरेन सरकार के तीन साल पूरे होने पर जश्न मनाया जा रहा है (3 years of Hemant Soren government). वहीं चतरा में सत्ता की हनक में चूर झामुमो जिला अध्यक्ष पंकज प्रजापति पर कार्यालय में घुस सरकारी अधिकारी के साथ मारपीट, सरकारी दस्तावेज फाड़ने और कार्यालय में तोड़फोड़ करने के गंभीर आरोप लगे हैं(JMM district president accused of assaulting ). घटना पेयजल एवं स्वच्छता प्रमंडल कार्यालय में घटी है. जहां विभाग के कार्यपालक अभियंता अविक अंबाला ने झारखंड मुक्ति मोर्चा के जिला अध्यक्ष पंकज कुमार प्रजापति समेत तीन अन्य जेएमएम कार्यकर्ताओं पर मारपीट का आरोप लगाया है.
चतरा में झामुमो जिला अध्यक्ष पंकज प्रजापति के खिलाफ एग्जीक्यूटिव इंजीनियर अविक अंबाला ने सदर थाने में एफआईआर के लिए आवेदन दिया है. उन्होंने पंकज पर मारपीट करने का आरोप लगाया है. थाने को दिए आवेदन में एग्जीक्यूटिव इंजीनियर अविक अंबाला ने बताया है कि वह अपने ऑफिस में बैठकर काम कर रहे थे, इसी दौरान जेएमएम जिला अध्यक्ष पंकज प्रजापति, राहुल यादव और उपेंद्र कुमार उनके कार्यालय में आए और उनके साथ गाली गलौज करने लगे. उन्होंने जिलाध्यक्ष को मर्यादा में रहकर बात करने की बात कही, जिसके बाद तीनों ने उनके साथ गाली गलौज और तेज कर दिया. हंगामा सुनकर कार्यालय के कर्मी वहां पहुंचे और तीनों को समझा-बुझाकर कार्यालय से बाहर किया गया.
आवेदन में उन्होंने लिखा है कि वह फिर से कार्यालय में आकर बैठे ही थे कि तीनों व्यक्ति फिर से कार्यालय में घुसे और उनके साथ गाली गलौज करते हुए मारपीट करने लगे. यही नहीं उन्होंने टेबल पर रखे कागजात और उनके कपड़े भी फाड़ दिए. उनके बैठने के लिए लगाए गए कुर्सी को भी फेंक दी. मारपीट के बाद जाते जाते उन्होंने कार्यालय में ताला लगा देने और जान से मारने की भी धमकी दी.
इस मामले के बाद एग्जीक्यूटिव इंजीनियर अविक अंबाला ने पुलिस प्रशासन से कार्यपालक अभियंता ने इस मामले में कानूनी कार्रवाई करने और सुरक्षा मुहैया उपलब्ध कराने की मांग की है. पेयजल एवं विभाग के कार्यपालक अभियंता अविक अंबाला ने कहा कि उन्होंने घटना की सूचना डीसी सहित अपने विभाग के वरीय अधिकारियों को दी है. घटना की सूचना अभियंत्रण संघ को भी दी गई है. वरीय अधिकारियों के आदेश पर मारपीट करने के आरोपियों के विरुद्ध एफआईआर के लिए आवेदन दिया है.
इधर, जेएमएम जिलाध्यक्ष पंकज प्रजापति ने इस मामले में कहा कि कार्यपालक अभियंता का उनके साथ कोई मामला नहीं हुआ है. उनके कार्यकर्ता राहुल और रुपेश के साथ कार्यपालक अभियंता ने अपने कार्यालय में मारपीट की है. कार्यकर्ताओं के साथ मारपीट की सूचना पाकर वह पीएचडी कार्यालय पहुंचे थे, उन्होंने कहा कि पेयजल एवं स्वच्छता विभाग के कार्यपालक अभियंता बेलगाम हो गए हैं. इनके कार्यकाल में पेयजल एवं स्वच्छता विभाग में भ्रष्टाचार का बोलबाला हो गया है.
वहीं, पेयजल व स्वच्छता प्रमंडल के कार्यपालक अभियंता अविक अंबाला के साथ मारपीट की घटना के तुरंत बाद पेयजल एवं स्वच्छता विभाग के कर्मियों ने गुरुवार की सुबह से शहर में पेयजल आपूर्ति ठप करने का निर्णय लिया है. कर्मियों का कहना है कि कार्यपालक अभियंता के साथ मारपीट करने वाले आरोपियों की गिरफ्तारी जब तक नहीं की जाएगी तब तक शहर में पेयजल आपूर्ति ठप रहेगी.