चतरा: जिले में हुई आगजनी की घटना में झुलसे मृत मासूम बच्चों का लाचार पिता जख्मी अवस्था में अपनी किस्मत का रोना रो रहा है. घटना की जानकारी मिलने के बाद भी स्वास्थ्य विभाग की टीम न तो अब तक मौके पर पहुंची है और न ही उसे अस्पताल ले जाने की जहमत अधिकारियों ने उठाई है. इधर, घटना की सूचना पाकर पोटम गांव पहुंचे सिमरिया विधायक किसुन दास ने न सिर्फ मौके से ही सिविल सर्जन की इस लापरवाही के लिए क्लास लगाई, बल्कि सरकार से उन्हें तत्काल सस्पेंड करने की मांग तक कर डाली. विधायक ने कहा कि जो अधिकारी संवेदनशील मामलों में भी इतनी लापरवाही बरतता है. उसे नैतिकता के आधार पर पद पर बने रहने का कोई अधिकार नहीं है. दरअसल, सोमवार की देर शाम पोटम गांव निवासी विजय भुईयां के घर मे शार्ट सर्किट से अचानक आग लग गई थी.
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इस दुर्घटना में विजय के दोनों मासूम बेटों की झुलसने से दर्दनाक मौत हो गई थी, जबकि विजय उन्हें बचाने के क्रम में गंभीर रूप से जख्मी हो गया था. इसके बाद ग्रामीणों ने मामले की सूचना स्थानीय प्रशासन को दी, लेकिन उसके बाद भी न तो स्वास्थ्य विभाग की टीम मौके पर पहुंची और न ही कोई डॉक्टर. ऐसे में विजय अभी भी अपने घर में जख्मी अवस्था में पड़ा है. इधर, घटना के करीब पंद्रह घंटे बाद पोस्टमार्टम के बाद दोनों मासूम बच्चों का शव पोटम गांव पहुंचा. गांव में शव पहुंचते ही इलाके में मातम पसर गया. न सिर्फ परिवार बल्कि गांव के लोगों का रो-रोकर बुरा हाल है. घर की स्थिति को देखते हुए विधायक ने पीड़ित परिवार को पांच हजार रुपये नकद और एक क्विंटल चावल समेत खाद्यान सामग्री उपलब्ध कराई है. वहीं, मौके पर पहुंचे बीडीओ ने भी हरसंभव सरकारी मदद पहुंचाने की बात कही है.