चतराः जिला में नाबालिग की जबरन शादी कराने का मामला प्रकाश में आया है. ग्रामीणों के बच्ची की शादी की सूचना पर चाइल्ड लाइन के सहयोग से पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए दूल्हे को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. वहीं नाबालिग विवाहित बच्ची को भी रेस्क्यू कर लिया गया है, उसे मेडिकल जांच के बाद बाल कल्याण समिति के समक्ष प्रस्तुत किया जाएगा.
चाइल्ड लाइन की सदस्य अनिता मिश्रा ने बताया कि सिमरिया थाना क्षेत्र की एक 16 वर्षीय नाबालिग बच्ची की शादी गिद्धौर के बलबल मंदिर में कराए जाने की सूचना मिली थी. नाबालिग की शादी की शिकायत किसी ग्रामीण ने चाइल्ड लाइन में कॉल कर दी थी. शिकायत के बाद लोक प्रेरणा केंद्र और चाइल्ड लाइन सिमरिया की टीम ने दोनों पक्षों से बात कर शादी रुकवा दी थी. इतना ही नहीं चाइल्ड लाइन और पुलिस ने दोनों पक्षों को शादी नहीं करने का निर्देश भी दिया था लेकिन विगत 15 दिसंबर को बलबल मंदिर में शादी कर दी गई थी.
ये भी पढ़ें-'बैक पेपर' को लेकर असमंजस, आरयू की तर्ज पर विद्यार्थियों को प्रमोट करने की मांग
मामले की सूचना एक सप्ताह बाद मिलते ही पत्थलगड़ा पुलिस ने चाइल्ड लाइन के सहयोग से नाबालिग बच्ची को तत्काल रेस्क्यू करते हुए दूल्हे को गिरफ्तार कर लिया. वहीं नाबालिग को चाइल्ड लाइन को सौंप दिया गया है. बताया जा रहा है कि दूल्हे की यह दूसरी शादी थी. पुलिस मामला दर्ज कर मामले की जांच कर रही है. चाइल्ड लाइन की सदस्य अनीता मिश्रा ने कहा कि बाल विवाह कानूनन अपराध है. ऐसे में कानून तोड़ने वाले लोगों पर सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी.