चतरा: सदर थाना पुलिस ने 24 घंटों के भीतर रंजीत यादव मर्डर केस की गुत्थी सुलझाते हुए घटना में संलिप्त प्रेमिका समेत तीन हत्यारों को गिरफ्तार कर लिया है. रंजीत के हत्या की साजिश उसकी प्रेमिका ने ही रची थी. जिसे उसने अपने भाई उपेंद्र दांगी और उमेश दांगी के साथ मिलकर अंजाम दिया था. रंजीत की हत्या उसके घर से अपहरण कर तलवार से काटकर की गई थी.
थाना प्रभारी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर दी जानकारी
सदर थाना में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में थाना प्रभारी पुलिस निरीक्षक प्रमोद पांडेय ने बताया कि मृतक के पिता के लिखित बयान और जांच में प्राप्त साक्ष्यों के आधार पर घटना में संलिप्त रंजीत की प्रेमिका समेत सभी तीनों हत्यारों को गिरफ्तार कर लिया गया है.
प्रेमिका ने करवाई अपने बॉयफ्रेंड की हत्या
हत्यारों की गिरफ्तारी उसके गांव ओबरा के बजराही टोला से हुई है. थाना प्रभारी ने बताया कि रंजीत का गांव के ही उपेंद्र दांगी की बहन से विगत कई वर्षों से प्रेम-प्रसंग चल रहा था. लेकिन इसी बीच उसके प्रेमिका को पता चला कि रंजीत किसी और भी लड़की से फोन पर बातचीत करता है. जिसके बाद उसने अपने प्रेमी के दूसरे अफेयर के शक में उसे अपने भाइयों के साथ मिलकर घर से बाहर बुलाया और अपहरण कर मौत के घाट उतार दिया.
पिता ने लिखाई थी गुमशुदगी की रिपोर्ट
गौरतलब है कि तीन दिन पहले रंजीत के पिता ने सदर थाना में अपने बेटे के गुमशुदगी की सूचना देते हुए खोजने की गुहार लगाई थी. जिसके बाद पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए ओबरा और उसके आसपास के इलाकों में खोजबीन अभियान चलाया था.
अभियान के दौरान ही ओबरा और बजराही टोला के बीच स्थित तालाब के पास से रंजीत का बेल्ट और चप्पल पुलिस ने बरामद किया था. वहीं, कुछ दूरी पर स्थित नाले में पुलिस को खून के धब्बे भी मिले थे. जिसके बाद शक के आधार पर पुलिस ने रंजीत की प्रेमिका और उसके भाई को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू की थी.
जंगल में फेंका था शव
थाना प्रभारी ने बताया कि पूछताछ के दौरान ही प्रेमिका और उसके भाई ने रंजीत का अपहरण कर हत्या करने की बात स्वीकारी थी. पुलिस को बताया था कि उसका शव सिमरिया थाना क्षेत्र के देल्हो घाटी जंगल में फेंका गया है. जिसके बाद पुलिस ने जंगल से रंजीत का शव बरामद किया था.