चतरा: तस्करों की गिरफ्तारी जिले के घोर नक्सल प्रभावित कुंदा थाना क्षेत्र के ईचाक गांव से हुई है. इस बाबत कुंदा थाना में थाना प्रभारी रामवृक्ष राम ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर मीडिया को जानकारी दी है. थाना प्रभारी ने बताया कि गुप्त सूचना मिली थी कि वैश्विक महामारी कोरोना के संक्रमण से देशवासियों को बचाने के लिए लागू किए गए लॉकडाउन का फायदा उठाकर कुछ तस्कर कुंदा थाना क्षेत्र के इचाक गांव में अफीम की बड़े पैमाने पर हेरा-फेरी करने की फिराक में लगे हैं. इसी सूचना पर कुंदा थाना प्रभारी रामवृक्ष राम के नेतृत्व में जिला बल और सैट के जवानों की संयुक्त टीम बनाकर छापामारी अभियान चलाने का निर्देश दिया गया.
इसके बाद अभियान के दौरान थाना क्षेत्र के इचाक गांव के अलग-अलग स्थानों से साढ़े 36,250 ग्राम किलो गीला अफीम के साथ चार तस्करों को गिरफ्तार किया गया. थाना प्रभारी ने बताया कि गिरफ्तार सभी चार तस्कर योगेश यादव और उसके पिता सत्येंद्र यादव उर्फ टूकन यादव की निशानदेही पर उसके चाया गांव स्थित घर से 17 किलो 200 ग्राम, इचाक गांव में दुकान संचालित करने वाले जोरी गांव निवासी संतोष साव के दुकान से 10 किलो 700 ग्राम व इचाक गांव के ही रामु गंझू के घर से 8 किलो 350 ग्राम गिला अफीम बरामद किया गया है. उन्होंने बताया कि तस्करों ने तस्करी के उद्देश्य से सात फाइबर और तीन स्टील के बर्तनों में गीले अफीम को तैयार कर छिपा कर रखा था.
इन लोगों की योजना लॉकडॉउन के दौरान ही अफीम को बड़ी मंडियों में खपाने की थी. जिसे पुलिस की टीम ने समय रहते विफल कर दिया. प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान रामवृक्ष राम ने बताया कि सुरक्षाबलों ने सबसे पहले योगेश यादव को अपने गिरफ्त में लिया था. इसके बाद सभी तस्करों की न सिर्फ पहचान हुई बल्कि सुरक्षाबलों ने उनकी तस्करी की योजना को भी विफल कर दिया. गिरफ्तार सभी तस्करों को पूछताछ के बाद पुलिस ने न्यायिक हिरासत में चतरा मंडल कारा भेज दिया है.