चतरा: जिले में नक्सलियों के खिलाफ पुलिस की ओर से चलाए जा रहे अभियान से नक्सलियों में खौफ है. पुलिसिया कार्रवाई से त्रस्त नक्सली अब छोटी-बड़ी घटनाओं को अंजाम देकर फिर से इलाके में अपना वर्चस्व स्थापित करने में जुटे हैं.
संगठन पर ही हत्या का संदेह
चतरा-पलामू सीमा पर स्थित कुंदा थाना क्षेत्र के कुटिल गांव में मदगड़ा पंचायत की मुखिया पति सह टीएसपीसी के पूर्व सबजोनल कमांडर सिकंदर गंझू उर्फ लोहा सिंह की गोली मारकर हत्या कर दी गई है. पुलिस ने हत्या का संदेह टीएसपीसी नक्सलियों पर ही जताया है. एसपी अखिलेश बी वारियर ने कहा कि मामले की गहनता से पड़ताल के बाद ही कारणों का पता चल पाएगा.
छोड़ चुका था संगठन
घटना की पुष्टि करते हुए एसपी ने बताया कि मदगड़ा पंचायत की मुखिया इमिलदा देवी को चुनाव लड़ाने के बाद पूर्व सब जोनल कमांडर लोहा सिंह संगठन को छोड़कर सामान्य जीवन जी रहा था. उन्होंने बताया कि वह संगठन छोड़ने से पूर्व लंबे समय तक भाकपा माओवादी संगठन में एरिया कमांडर रहा था. जिसके बाद वह माओवादियों को छोड़कर टीएसपीसी में शामिल हो गया. जिसके बाद संगठन में उसे सब जोनल कमांडर का पद दिया गया था.
पुरानी रंजिश में हत्या
इधर, घटना की सूचना पाकर सिमरिया एसडीपीओ सौरभ वह कुंडा थाना प्रभारी रामबृक्ष राम दल बल के साथ मौके पर पहुंचकर शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेजते हुए मामले की जांच में जुट गए हैं. कयास लगाए जा रहे हैं कि पूर्व सब जोनल कमांडर की हत्या उसके संगठन के ही नक्सलियों ने पुरानी रंजिश को लेकर की है.
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एक दूसरे के खून के प्यासे थे
सूत्रों के अनुसार, टीएसपीसी के सेकंड सुप्रीमो मुकेश गंझू का लोहा सिंह से पैसे के लेनदेन और संपत्ति को लेकर लंबे समय से विवाद चल रहा था. इसी मामले को लेकर दोनों एक दूसरे के खून के प्यासे थे. मुकेश गंझू भी कुटिल गांव का ही रहने वाला है. हालांकि इलाके में लगातार बढ़ते पुलिसिया दबिश के कारण वह वर्तमान में घर छोड़कर लंबे समय से फरार है. पुलिस उसके घर तक को कुर्क कर चुकी है.