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चतरा को जल्द मिलेगी सौगात, जर्जर तालाब का होगा सौंदर्यीकरण - चतरा उपायुक्त जितेंद्र कुमार सिंह

गंदगी की मार झेल रहा चतरा का ऐतिहासिक नइकी तालाब को नई जिंदगी मिलने वाली है. तालाब के सौंदर्यीकरण और पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने के लिए उपायुक्त जितेंद्र कुमार सिंह ने तालाब का निरीक्षण किया. इस दौरान उपायुक्त ने जिला परिषद को योजना का डीपीआर अविलंब तैयार करने का निर्देश दिया है.

जर्जर नईकी तालाब का होगा सौंदर्यीकरण
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Published : Oct 18, 2019, 11:06 PM IST

चतरा: शहर को जल्द ही पर्यटन की नई सौगात मिलने वाली है. शहर के बीचो-बीच स्थित नइकी तालाब को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किया जाएगा. नगर परिषद के इस अरमान को जिला प्रशासन का भी साथ मिल गया है.

देखें पूरी खबर

डीपीआर तैयार करने का निर्देश
गंदगी की मार झेल रहे चतरा के ऐतिहासिक नइकी तालाब को नई जिंदगी मिलने वाली है. तालाब के सौंदर्यीकरण और पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने के लिए उपायुक्त जितेंद्र कुमार सिंह और अधिकारियों ने तालाब का निरीक्षण किया. निरीक्षण के दौरान उपायुक्त ने जिला परिषद को योजना का डीपीआर अविलंब तैयार करने का निर्देश दिया है.

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पार्क और कैफेटेरिया का भी निर्माण
योजना के मुताबिक तालाब के सौंदर्यीकरण के दौरान चारों ओर पीसीसी सड़क निर्माण के साथ-साथ उच्च कोटि की नालियों का भी निर्माण कराया जाएगा. इसके अलावा पर्यटन स्थल के रूप में तालाब को विकसित करने के उद्देश्य से तालाब के बीचो-बीच फव्वारा, पर्यटकों के बैठने के लिए अत्याधुनिक कुर्सियां, पार्क और कैफेटेरिया का भी निर्माण कराने की योजना है.

सांस्कृतिक धरोहर
डीसी जितेंद्र कुमार सिंह ने कहा कि ऐतिहासिक स्थलों को विकसित करने के प्रति जिला प्रशासन पूरी तरह गंभीर है. सांस्कृतिक धरोहरों को संग्रहित करने से ना सिर्फ आत्मीय सुकून मिलता है, बल्कि पीढ़ियों को भी अच्छे संस्कार मिलते हैं. उन्होंने कहा कि योजना का डीपीआर तैयार होते ही उसे टेक्निकल स्वीकृति के लिए भेजा जाएगा. स्वीकृति मिलने के बाद जिला प्रशासन के पास उपलब्ध किसी भी मद से योजना क्रियान्वित करवाई जाएगी.

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घरों का गंदा पानी तालाब में नहीं बहाने की अपील
निरीक्षण के दौरान उपायुक्त ने तालाब के चारों ओर अधिकारियों के साथ घूम-घूम कर स्थिति का जायजा लिया. इस दौरान उन्होंने कहा कि तालाब का पानी पूरी तरह से दूषित हो चुका है, साथ ही तालाब की स्थिति भी बहुत बेहतर नहीं है. ऐसे में इसका सौंदर्यीकरण करना जरूरी है. उन्होंने कहा कि योजना के क्रियान्वयन में तालाब के दूषित पानी को ड्रेन करने की व्यवस्था पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है. इस दौरान उन्होंने तालाब के आसपास रह रहे लोगों से घरों का गंदा पानी तालाब में नहीं बहाने की अपील की.

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योजना को मिली स्वीकृति
नगर परिषद पदाधिकारी ने जिला प्रशासन के विभिन्न मदों से योजना को धरातल पर उतारने की अपील उपायुक्त जितेंद्र कुमार सिंह से की थी. डीसी ने भी स्थल निरीक्षण के बाद कार्यपालक पदाधिकारी राजेश कुमार सिन्हा के इस सार्थक योजना को अपनी स्वीकृति प्रदान कर दी. डीसी ने कहा कि इस योजना के धरातल पर उतरने से ना सिर्फ शहर को पर्यटन का नया सौगात मिल पाएगा, बल्कि लोगों को भी शहर के बीचोबीच मनोरंजन का एक सुगम स्थान मयस्सर हो जाएगा.

चतरा: शहर को जल्द ही पर्यटन की नई सौगात मिलने वाली है. शहर के बीचो-बीच स्थित नइकी तालाब को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किया जाएगा. नगर परिषद के इस अरमान को जिला प्रशासन का भी साथ मिल गया है.

देखें पूरी खबर

डीपीआर तैयार करने का निर्देश
गंदगी की मार झेल रहे चतरा के ऐतिहासिक नइकी तालाब को नई जिंदगी मिलने वाली है. तालाब के सौंदर्यीकरण और पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने के लिए उपायुक्त जितेंद्र कुमार सिंह और अधिकारियों ने तालाब का निरीक्षण किया. निरीक्षण के दौरान उपायुक्त ने जिला परिषद को योजना का डीपीआर अविलंब तैयार करने का निर्देश दिया है.

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पार्क और कैफेटेरिया का भी निर्माण
योजना के मुताबिक तालाब के सौंदर्यीकरण के दौरान चारों ओर पीसीसी सड़क निर्माण के साथ-साथ उच्च कोटि की नालियों का भी निर्माण कराया जाएगा. इसके अलावा पर्यटन स्थल के रूप में तालाब को विकसित करने के उद्देश्य से तालाब के बीचो-बीच फव्वारा, पर्यटकों के बैठने के लिए अत्याधुनिक कुर्सियां, पार्क और कैफेटेरिया का भी निर्माण कराने की योजना है.

सांस्कृतिक धरोहर
डीसी जितेंद्र कुमार सिंह ने कहा कि ऐतिहासिक स्थलों को विकसित करने के प्रति जिला प्रशासन पूरी तरह गंभीर है. सांस्कृतिक धरोहरों को संग्रहित करने से ना सिर्फ आत्मीय सुकून मिलता है, बल्कि पीढ़ियों को भी अच्छे संस्कार मिलते हैं. उन्होंने कहा कि योजना का डीपीआर तैयार होते ही उसे टेक्निकल स्वीकृति के लिए भेजा जाएगा. स्वीकृति मिलने के बाद जिला प्रशासन के पास उपलब्ध किसी भी मद से योजना क्रियान्वित करवाई जाएगी.

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घरों का गंदा पानी तालाब में नहीं बहाने की अपील
निरीक्षण के दौरान उपायुक्त ने तालाब के चारों ओर अधिकारियों के साथ घूम-घूम कर स्थिति का जायजा लिया. इस दौरान उन्होंने कहा कि तालाब का पानी पूरी तरह से दूषित हो चुका है, साथ ही तालाब की स्थिति भी बहुत बेहतर नहीं है. ऐसे में इसका सौंदर्यीकरण करना जरूरी है. उन्होंने कहा कि योजना के क्रियान्वयन में तालाब के दूषित पानी को ड्रेन करने की व्यवस्था पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है. इस दौरान उन्होंने तालाब के आसपास रह रहे लोगों से घरों का गंदा पानी तालाब में नहीं बहाने की अपील की.

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योजना को मिली स्वीकृति
नगर परिषद पदाधिकारी ने जिला प्रशासन के विभिन्न मदों से योजना को धरातल पर उतारने की अपील उपायुक्त जितेंद्र कुमार सिंह से की थी. डीसी ने भी स्थल निरीक्षण के बाद कार्यपालक पदाधिकारी राजेश कुमार सिन्हा के इस सार्थक योजना को अपनी स्वीकृति प्रदान कर दी. डीसी ने कहा कि इस योजना के धरातल पर उतरने से ना सिर्फ शहर को पर्यटन का नया सौगात मिल पाएगा, बल्कि लोगों को भी शहर के बीचोबीच मनोरंजन का एक सुगम स्थान मयस्सर हो जाएगा.

Intro:शहर को जल्द मिलेगी सौगात, जर्जर नईकी तालाब का होगा सौंदर्यीकरण पर्यटन स्थल के रूप में किया जाएगा विकसित

चतरा : चतरा शहर को जल्द ही पर्यटन की नई सौगात मिलने वाली है। शहर के बीचोबीच स्थित नगर परिषद क्षेत्र के बाजार टांड़ इलाके में अवस्थित जर्जर नईकी तालाब को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किया जाएगा। नगर परिषद के इस अरमान को जिला प्रशासन का भी साथ मिल गया है। जल्द ही गंदगी की मार झेल रहे ऐतिहासिक तालाब को नई जिंदगी मिलने वाली है। तालाब के सौंदर्यीकरण व पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने की योजना का उपायुक्त जितेंद्र कुमार सिंह व अधिकारियों ने निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उपायुक्त ने जिला परिषद को योजना का डीपीआर अविलंब तैयार करने का निर्देश दिया है। योजना के मुताबिक तालाब के सौंदर्यीकरण के दौरान चारों ओर पीसीसी सड़क निर्माण के साथ-साथ उच्च कोटि के नालियों का भी निर्माण कराया जाएगा। इसके अलावे पर्यटन स्थल के रूप में तालाब को विकसित करने के उद्देश्य से तालाब के बीचो-बीच फवारा, पर्यटकों के बैठने के लिए अत्याधुनिक कुर्सियां, पार्क व कैफेटेरिया का भी निर्माण कराने की योजना है। डीसी जितेंद्र कुमार सिंह ने कहा है कि ऐतिहासिक स्थलों को विकसित करने के प्रति जिला प्रशासन पूरी तरह गंभीर है। सांस्कृतिक धरोहरों को संग्रहित करने से ना सिर्फ आत्मीय सुकून मिलता है बल्कि पीढ़ियों को भी अच्छे संस्कार मिलते हैं। उन्होंने कहा है कि योजना का डीपीआर तैयार होते ही उसे टेक्निकल स्वीकृति के लिए भेजा जाएगा। स्वीकृति मिलने के बाद जिला प्रशासन के पास उपलब्ध किसी भी मद से योजना क्रियान्वित करवाई जाएगी।

बाईट : जितेंद्र कुमार सिंह, उपायुक्त, चतरा।


Body:नपा पदाधिकारी के आग्रह पर निरीक्षण के लिए पहुंचे थे उपायुक्त

नईकी तालाब जीर्णोद्धार व सौंदर्यीकरण योजना को लेकर स्थल का निरीक्षण करने उपायुक्त जितेंद्र कुमार सिंह नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी राजेश कुमार सिन्हा के विशेष आग्रह पर पहुंचे थे। निरीक्षण के दौरान उपायुक्त ने तालाब के चारों ओर अधिकारियों के साथ घूम-घूम कर स्थिति का जायजा लिया। इस दौरान उन्होंने कहा है कि तालाब का पानी पूरी तरह से दूषित हो चुका है। साथ ही तालाब की स्थिति भी बहुत बेहतर नहीं है। ऐसे में इसका सौंदर्यीकरण करना जरूरी है। उन्होंने कहा कि योजना के क्रियान्वयन में तालाब के दूषित पानी को ड्रेन करने की व्यवस्था पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है। इस दौरान उन्होंने तालाब के आसपास रह रहे लोगों से घरों का गंदा पानी तालाब में नहीं बहाने की अपील की। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन को जब तक आम लोगों का साथ नहीं मिलेगा तब तक किसी भी योजना को धरातल पर उतारना संभव नहीं है। डीसी ने कहा कि तलाव को स्वच्छ व सुंदर बनाने में स्थानीय लोगों की भी भूमिका महत्वपूर्ण है।

अधिकारियों की फौज व नगर परिषद प्रतिनिधि थे मौके पर मौजूद

उपायुक्त के निरीक्षण के दौरान मौके पर उप विकास आयुक्त मुरली मनोहर प्रसाद, नगर परिषद उपाध्यक्ष सुदेश कुमार, कार्यपालक पदाधिकारी राजेश कुमार सिन्हा, जिला अभियंता रामकुमार सिंह के अलावे विभिन्न विभागों के अधिकारी अभियंता व नगर परिषद के दर्जनों वार्ड पार्षद मौजूद थे। सभी ने एक स्वर में तालाब के जीर्णोद्धार व पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने की मांग उपायुक्त से की। जिसके बाद डीसी ने किसी भी मदद से योजना का क्रियान्वयन कराने की बात कही।


Conclusion:नपा पदाधिकारी का प्रयास लाया रंग

गौरतलब है कि नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी का प्रभार ग्रहण करने के बाद से कार्यपालक दंडाधिकारी राजेश कुमार सिन्हा लगातार तालाब के जीर्णोद्धार व सौंदर्यीकरण के साथ-साथ पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने के प्रति गंभीर थे। इस बाबत उन्होंने नगर विकास विभाग को भी डीपीआर तैयार कर परिषद बोर्ड में स्वीकृत कराते हुए क्रियान्वयन की अनुशंसा भेजी थी। लेकिन करीब 3 करोड़ की लागत के कारण योजना को नगर विकास विभाग से स्वीकृति नहीं मिल रही थी। ऐसे में नगर परिषद पदाधिकारी ने जिला प्रशासन के विभिन्न मदों से योजना को धरातल पर उतारने की अपील उपायुक्त जितेंद्र कुमार सिंह से किया था। डीसी ने भी स्थल निरीक्षण के बाद कार्यपालक पदाधिकारी राजेश कुमार सिन्हा के इस सार्थक योजना को अपनी स्वीकृति प्रदान कर दी। डीसी ने कहा है कि इस योजना के धरातल पर उतरने से ना सिर्फ शहर को पर्यटन का नया सौगात मिल जाएगा बल्कि लोगों को भी शहर के बीचोबीच मनोरंजन का एक सुगम स्थान मयस्सर हो जाएगा।
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