चतराः जिले में जंगल से टहनियां ले जाने के दौरान बुजुर्ग से उठक-बैठक कराने के मामले ने तूल पकड़ लिया है. मामले के सामने आने के बाद पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास ने जहां सरकार को घेरा. वहीं मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने इस मामले में डीसी को कड़ी कार्रवाई करने का आदेश दिया है.
जिले के प्रतापपुर में वनकर्मियों ने एक बुजुर्ग से उठक-बैठक कराया. मामले की जानकारी मिलते ही पूर्व सीएम रघुवर दास ने राज्य सरकार पर सवाल खड़े किए हैं. उन्होंने अपने ट्विटर हैंडल पर लिखा है कि माफिया जब पूरा जंगल साफ कर रहे हैं, तब सरकार कहां सो रही होती है. उन्होंने आगे लिखा है कि अपने उपयोग के लिए सुखी टहनियों को ले जा रहे गरीब आदिवासियों पर इस तरह का जुल्म करना कहां तक वाजिब है. पूर्व सीएम रघुवर दास ने इस घटना को शर्मनाक बताया है.
वहीं सीएम हेमंत सोरेन ने चतरा डीसी को मामले की जांच कर सख्त कार्रवाई करने का आदेश दिया है. सीएम हेमंत सोरेन ने चतरा डीसी को दिए अपने आदेश में कहा है कि इस मामले की न केवल जांच करें, बल्कि सख्त कार्रवाई करते हुए उन्हें सूचित करें.
जानकारी के मुताबिक चतरा जिले के प्रतापपुर वन क्षेत्र के ननई जंगल से बुधवार को प्रखंड प्रतापपुर के स्थानीय गांव ननई के रहने वाले एक बुजुर्ग ग्रामीण अपनी बहु और पोते के साथ अपने खेतों को घेरने व जलावन के लिए कुछ सूखी टहनियां और झाड़ियां लेकर जा रहे थे. उन्हें इन चीजों को ले जाते हैं प्रतापपुर के दो वन कर्मियों ने पकड़ लिया. इसके बाद पत्नी और पोते के सामने बुजुर्ग को उठक-बैठक करने को कहा. वहीं भविष्य में जंगल नहीं काटने की कड़ी चेतावनी देते हुए बुजुर्ग दंपती को छोड़ा.