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चतरा: सुरक्षा मानकों पर खरे नहीं उतरने वाले बैंकों पर पुलिस कसेगी नकेल, लापरवाही नहीं की जाएगी बर्दाश्त - बैंकों की लापरवाही

चतरा एसपी वैसे बैंकों पर नकेल कसने की तैयारी में हैं जो सुरक्षा मानकों के दिए निर्देशों का पालन नहीं कर रहे हैं. ऐसा इसलिए किया जा रहा है क्योंकि बैंकों की लापरवाही के कारण अपराधी कई बड़े-बड़े घटना को अंजाम देकर भागने में सफल हो रहे हैं.

बैंकों पर पुलिस कसेगी नकेल
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Published : Sep 15, 2019, 8:51 PM IST

चतरा: जिले के विभिन्न थाना क्षेत्रों में संचालित बैंकों की सुरक्षा के प्रति पुलिस गंभीर हो गई है. आम लोगों की गाढ़ी कमाई को संजोकर रखने वाले बैंको की सुरक्षा में लापरवाही बरतने वाले बैंकरों पर पुलिस जल्द ही नकेल कसने की तैयारी में है. चतरा पुलिस ने सुरक्षा व्यवस्था में कोताही बरतने वाले बैंक प्रतिनिधियों व प्रबंधकों के विरुद्ध कार्रवाई की योजना बनाई है.

देखें पूरी खबर

क्या है योजना
पुलिस की योजना के मुताबिक जिले के विभिन्न थाना क्षेत्रों में संचालित बैंकों के सुरक्षा मानकों की समीक्षा कर रिपोर्ट देंगे. जिसके आधार पर पुलिस के सुरक्षा निर्देशों की अवहेलना करने वाले शाखा प्रबंधक और बैंकों की नकारात्मक कार्यशैली की शिकायत एसपी पुलिस मुख्यालय से करेंगे.

क्या कह रहे हैं चतरा एसपी
इस बारे में चतरा एसपी अखिलेश बी वारियर ने बताया कि बार-बार निर्देशों के बावजूद बैंकों के प्रबंधक सुरक्षा के प्रति अपनी गंभीरता नहीं दिखा रहे हैं. कभी-कभार बैंक सुरक्षा मानकों का ख्याल भी रख रहे हैं तो उनकी गुणवत्ता इतनी घटिया है कि इसका लाभ ना तो बैंकों को मिल रहा है और ना ही घटना के होने के बाद उसके उद्भेदन में पुलिस को सहूलियत ही होती है.

यह भी पढ़ें- झारखंड चेंबर ऑफ कॉमर्स के चुनाव की वोटिंग जारी, देर शाम तक आएंगे नतीजे


क्यों की जा रही है यह कार्रवाई
बैंक प्रतिनिधियों और प्रबंधन की लापरवाही के कारण आए दिन जिले के विभिन्न थाना क्षेत्रों में घटित छोटी-बड़ी लूट व छिनतई की घटना पुलिस के लिए सिर दर्द बनती जा रही है. सबसे बड़ी बात यह है कि जिले में संचालित सरकारी- गैर सरकारी बैंकों में न तो सुरक्षा गार्ड हैं और न ही सुरक्षा के अन्य उपकरण. दो-चार बैंकों को छोड़ दिया जाए तो ज्यादातर बैंकों में सीसीटीवी कैमरे और अलार्म तक की व्यवस्था नहीं है. जिसका खामियाजा अपनी गाढ़ी कमाई बैंकों में जमा करने पहुंचने वाले ग्राहकों को भुगतना पड़ता है. बैंकों में आए दिन चोरी और छीनतई के साथ-साथ लूट की घटनाएं घटती है. इन्हीं मामलों को लेकर एसपी विगत कई महीनों से बैंक प्रतिनिधियों के साथ बैठक कर लगातार बैंकों की सुरक्षा व्यवस्था सुदृढ़ करने के निर्देश दे रहे हैं.


लापरवाही के कारण घट चुकी है घटना
जिले का अग्रणी बैंक होने के बावजूद बैंक ऑफ इंडिया के गोसाईडीह शाखा में सुरक्षा गार्ड तक नहीं था. इसी का फायदा उठाते हुए बाइक पर सवार होकर पहुंचे छह हथियारबंद लुटेरों ने हथियार के बल पर न सिर्फ आराम से लूट की घटना को अंजाम दिया बल्कि भागने में भी सफल रहे.

चतरा: जिले के विभिन्न थाना क्षेत्रों में संचालित बैंकों की सुरक्षा के प्रति पुलिस गंभीर हो गई है. आम लोगों की गाढ़ी कमाई को संजोकर रखने वाले बैंको की सुरक्षा में लापरवाही बरतने वाले बैंकरों पर पुलिस जल्द ही नकेल कसने की तैयारी में है. चतरा पुलिस ने सुरक्षा व्यवस्था में कोताही बरतने वाले बैंक प्रतिनिधियों व प्रबंधकों के विरुद्ध कार्रवाई की योजना बनाई है.

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क्या है योजना
पुलिस की योजना के मुताबिक जिले के विभिन्न थाना क्षेत्रों में संचालित बैंकों के सुरक्षा मानकों की समीक्षा कर रिपोर्ट देंगे. जिसके आधार पर पुलिस के सुरक्षा निर्देशों की अवहेलना करने वाले शाखा प्रबंधक और बैंकों की नकारात्मक कार्यशैली की शिकायत एसपी पुलिस मुख्यालय से करेंगे.

क्या कह रहे हैं चतरा एसपी
इस बारे में चतरा एसपी अखिलेश बी वारियर ने बताया कि बार-बार निर्देशों के बावजूद बैंकों के प्रबंधक सुरक्षा के प्रति अपनी गंभीरता नहीं दिखा रहे हैं. कभी-कभार बैंक सुरक्षा मानकों का ख्याल भी रख रहे हैं तो उनकी गुणवत्ता इतनी घटिया है कि इसका लाभ ना तो बैंकों को मिल रहा है और ना ही घटना के होने के बाद उसके उद्भेदन में पुलिस को सहूलियत ही होती है.

यह भी पढ़ें- झारखंड चेंबर ऑफ कॉमर्स के चुनाव की वोटिंग जारी, देर शाम तक आएंगे नतीजे


क्यों की जा रही है यह कार्रवाई
बैंक प्रतिनिधियों और प्रबंधन की लापरवाही के कारण आए दिन जिले के विभिन्न थाना क्षेत्रों में घटित छोटी-बड़ी लूट व छिनतई की घटना पुलिस के लिए सिर दर्द बनती जा रही है. सबसे बड़ी बात यह है कि जिले में संचालित सरकारी- गैर सरकारी बैंकों में न तो सुरक्षा गार्ड हैं और न ही सुरक्षा के अन्य उपकरण. दो-चार बैंकों को छोड़ दिया जाए तो ज्यादातर बैंकों में सीसीटीवी कैमरे और अलार्म तक की व्यवस्था नहीं है. जिसका खामियाजा अपनी गाढ़ी कमाई बैंकों में जमा करने पहुंचने वाले ग्राहकों को भुगतना पड़ता है. बैंकों में आए दिन चोरी और छीनतई के साथ-साथ लूट की घटनाएं घटती है. इन्हीं मामलों को लेकर एसपी विगत कई महीनों से बैंक प्रतिनिधियों के साथ बैठक कर लगातार बैंकों की सुरक्षा व्यवस्था सुदृढ़ करने के निर्देश दे रहे हैं.


लापरवाही के कारण घट चुकी है घटना
जिले का अग्रणी बैंक होने के बावजूद बैंक ऑफ इंडिया के गोसाईडीह शाखा में सुरक्षा गार्ड तक नहीं था. इसी का फायदा उठाते हुए बाइक पर सवार होकर पहुंचे छह हथियारबंद लुटेरों ने हथियार के बल पर न सिर्फ आराम से लूट की घटना को अंजाम दिया बल्कि भागने में भी सफल रहे.

Intro:चतरा : जिले के विभिन्न थाना क्षेत्रों में संचालित बैंकों की सुरक्षा के प्रति पुलिस गंभीर हो चुकी है। आम लोगों की गाढ़ी कमाई को संजोकर रखने वाले बैंको की सुरक्षा में लापरवाही बरतने वाले बैंकरों पर जल्द नकेल कसने वाला है। चतरा पुलिस ने सुरक्षा व्यवस्था में कोताही बरतने वाले बैंक प्रतिनिधियों व प्रबंधकों के विरुद्ध कार्रवाई की योजना बनाई है। योजना के मुताबिक जिले के विभिन्न थाना क्षेत्रों में संचालित बैंकों के सुरक्षा मानकों की समीक्षा कर रिपोर्ट समर्पित करेंगे। जिसके आधार पर पुलिस के सुरक्षा निर्देशों की अवहेलना करने वाले शाखा प्रबंधक व बैंकों कि नकारात्मक कार्यशैली की शिकायत एसपी पुलिस मुख्यालय से करेंगे। एसपी अखिलेश वी वारियर ने बताया कि बार-बार निर्देशों के बावजूद बैंकों के प्रबंधक सुरक्षा के प्रति अपनी गंभीरता नहीं दिखा रहे हैं। यदा-कदा बैंक सुरक्षा मानकों का ख्याल भी रख रहे हैं तो उनकी गुणवत्ता इतनी घटिया है कि इसका लाभ ना तो बैंकों को मिल रहा है और ना ही घटना कारी होने के बाद उसके उद्भेदन में पुलिस को सहूलियत होती है।

बाईट : अखिलेश वी वारियर, एसपी।


Body:बैंक प्रतिनिधियों और प्रबंधन की लापरवाही के कारण आए दिन जिले के विभिन्न थाना क्षेत्रों में घटित छोटी-बड़ी लूट व छिनतई की घटना पुलिस के लिए सर दर्द बनते जा रही है। मजे की बात तो यह है कि प्रतिमाह लाखों करोड़ों रुपया मुनाफा कमाने वाली जिले में संचालित सरकारी गैर सरकारी बैंकों में न तो सुरक्षा गार्ड है और ना ही सुरक्षा के अन्य उपकरण। दो-चार बैंकों को छोड़ दिया जाए तो ज्यादातर बैंकों में सीसीटीवी कैमरा और अलार्म तक की व्यवस्था नहीं है। जिसका खामियाजा अपनी गाढ़ी कमाई बैंकों में जमा करने पहुंचने वाले ग्राहकों को अपराधियों, चोरों, उचक्को और लुटेरों का कोप भाजन होकर भुगतना पड़ता है। बैंकों में आए दिन चोरी और छीनतई के साथ साथ लूट की घटनाएं घटती है। इन्हीं मामलों को लेकर जिले के पुलिस कप्तान विगत कई महीनों से बैंक प्रतिनिधियों के साथ बैठक कर लगातार बैंकों की सुरक्षा व्यवस्था सुदृढ़ करने के निर्देश दे रहे हैं। एसपी ने विगत कई बैठकों में बैंक प्रतिनिधियों को बैंकों में हाई डेफिनेशन सीसीटीवी, अलार्म व सुरक्षा गार्ड तैनात करने का निर्देश दे चुके हैं। बावजूद अब तक बैंक प्रतिनिधियों के कानों पर जूं तक नहीं रेंग रहा है। बैंक प्रतिनिधियों के इसी लापरवाही का अंजाम विगत दिनों बीओआई गोसाइंडीह शाखा में दिनदहाड़े हुए 23 लाख रुपये का लूट है।


Conclusion:गौरतलब है कि जिले का अग्रणी बैंक होने के बावजूद बैंक ऑफ इंडिया के गोसाईडीह शाखा में सुरक्षा प्रहरी तक नहीं था। इसी का फायदा उठाते हुए दो बाइक पर सवार होकर पहुंचे छह हथियारबंद लुटेरों ने हथियार के बल पर न सिर्फ आराम से लूट की घटना को अंजाम दिया बल्कि अंजाम देने के बाद वह मजे से बिहार की ओर भाग भी निकले। इस दौरान बैंक कर्मी मुख दर्शक बने रहे। मजे की बात तो यह है कि इस घटना के बाद अग्रणी बैंक प्रबंधक मृणाल दास ने भी खुद बैंकों की सुरक्षा पर सवाल खड़ा करते हुए भगवान भरोसे होने की बात कही थी। कहा था कि जिले के किसी भी बैंक में अपना सुरक्षा गार्ड नहीं है। सभी बैंक भगवान भरोसे ही संचालित होते हैं।
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