चतरा: सिमरिया विधानसभा क्षेत्र से भाजपा प्रत्याशी किशुन दास ने ईटीवी भारत से खास बातचीत की. इस दौरान उन्होंने अपनी चुनावी रणनीति साझा किया, साथ ही विपक्षी पार्टियों और गठबंधन धर्म का पालन नहीं करने वाली आजसू पार्टी पर जमकर निशाना साधा.
गठबंधन धर्म का पालम नहीं करने का आरोप
किशुन दास ने कहा कि झारखंड में सत्ता सुख को व्याकुल विपक्षी दलों के नेताओं और उनके प्रत्याशियों को मतगणना के बाद अपनी औकात का पता चल जाएगा, साथ ही लंबे समय से भाजपा से कदम ताल मिला रही आजसू को भी सिमरिया सीट पर गठबंधन धर्म का पालम नहीं करने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि जिन लोगों की क्षेत्र में तनिक भी जनाधार नहीं है वे भी जीत के दावे कर रहे हैं. उनका कहना है कि अगर उन्हें जनता का आशीर्वाद मिलता है तो चुनाव जीतने के बाद सबसे पहले वे सीसीएल और सरकार के बीच समन्वय स्थापित कर सिमरिया वासियों को कोल वाहनों के कहर से निजात दिलाने का प्रयास करेंगे.
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अधिकार और सम्मान की लड़ाई
भाजपा प्रत्याशी ने कहा कि सिमरिया विधानसभा सीट भाजपा और आरएसएस की परंपरागत सीट रही है. इस नाते यहां भाजपा का न सिर्फ अपना बड़ा जनाधार है, बल्कि लंबे समय तक इस क्षेत्र का प्रतिनिधित्व अपने विधायक करते रहे हैं. उन्होंने कहा कि आम लोगों के दिलों में व्याप्त भाजपा का प्यार और जनाधार पार्टी को यहां जीत दिलाएगी क्योंकि सिमरिया सीट से भाजपा का प्रत्याशी नहीं, बल्कि आम जनता अपने अधिकार और सम्मान की लड़ाई लड़ रही है. इसलिए प्रचंड बहुमत से भाजपा की जीत होगी.
आपस मे लड़ रहे विपक्षी
किशुन दास ने कहा कि सिमरिया का किला फतह करने के सपने संजोए विपक्षी दलों के नेता और संभावित प्रत्याशी आपस मे ही लड़ रहे हैं, जिसका फायदा सीधे-तौर पर भाजपा को मिलने वाला है. उन्होंने कहा कि जनता सब जानती है कि कौन क्षेत्र का विकास कर सकता है और किसके हांथों में विकास की बागडोर सौंपनी है. आने वाले समय में भाजपा न सिर्फ इतिहास को दुहराएगी, बल्कि जनता के विश्वासों पर पूरी तरह से खरा भी उतरेगी.
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सिमरिया को दिलाएंगे बाईपास की सौगात
भाजपा प्रत्याशी ने कहा कि सिमरिया विधानसभा क्षेत्र में एशिया की सबसे बड़ी कोल परियोजनाएं संचालित हो रही है. यहां से कोल ट्रांसपोर्टिंग में लगी कोल वाहनों का संचालन सीसीएल निजी रास्ते के बजाय पब्लिक रोड से करवा रही है, जिससे लोग सड़क दुर्घटनाओं के शिकार हो रहे हैं. अगर उन्हें सिमरिया के जनता का आशीर्वाद मिलता है और वे विधायक निर्वाचित होते हैं तो सीसीएल और सरकार के बीच वार्ता के बाद प्राथमिकता के आधार पर टंडवा से जबड़ा तक बाईपास सड़क निर्माण कराने का प्रयास करेंगे, ताकि कोल वाहनों के कहर से आम जनता को निजात मिल सके.
जनप्रतिनिधियों की लापरवाही ने समस्याओं को दिया है जन्म
भाजपा के सिमरिया प्रत्याशी किशुन दास ने विधानसभा क्षेत्र का अब तक प्रतिनिधित्व कर चुके जनप्रतिनिधियों के कार्यशैली पर सवाल उठाते हुए कहा कि उनके लापरवाह नीतियों के कारण ही आज सिमरिया में समस्याएं मुंह फाड़े खड़ी है. विकास विरोधी ताकतों से लम्बी लड़ाई लड़ के वे आमलोगों को न सिर्फ उनके अधिकार दिलाएंगे, बल्कि क्षेत्र में विकास की अविरल धारा बहाने का प्रयास करेंगे.
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लंम्बे समय तक भाजपा विधायकों ने ही किया है प्रतिनिधित्व
अब यह देखना दिलचस्प होगा कि विकास और क्षेत्र उत्थान के दावे करने वाले भाजपा प्रत्याशी को सिमरिया की जनता अपनाती है या पूर्व भाजपा विधायक के नकारात्मक नीतियों और क्षेत्र से दूर रहने का खामियाजा उन्हें सीट गंवाकर हार से चुकानी पड़ती है. बता दें कि जिस सीट की फतह के दावे किशुन दास कर रहे हैं, उसका प्रतिनिधित्व लंम्बे समय तक भाजपा के विधायकों ने ही किया है. वर्तमान में भी वहां से भाजपा के ही विधायक गणेश गंझू हैं, जिनका टिकट काटकर पार्टी ने उन्हें अपना उम्मीदवार बनाया है.