चतरा: जिले में चौथे चरण के तहत चतरा संसदीय सीट पर सोमवार को हुए मतदान का कार्य चुनाव आयोग द्वारा निर्धारित समय शाम चार बजे समाप्त हो गया. पिछले लोकसभा चुनाव का इस बार रिकॉर्ड टूट गया. मतदाता अहले सुबह से ही अपने घरों से निकले और बंपर वोटिंग की. मतदान को लेकर सबसे ज्यादा उत्साह महिला और युवा मतदाताओं में देखा गया. 62.06 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया.
कड़ी धूप और लू के थपेड़ों के बावजूद मतदाता घरों से निकले और खुल कर अपने मताधिकार का प्रयोग किया. इनके जागरूकता के कारण ही इस बार लोकसभा क्षेत्र में करीब 62% मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया है.
बता दें कि कुंडा थाना क्षेत्र में थाना प्रभारी और मतदान केंद्र पर मतदाताओं के साथ हल्की मारपीट की घटना को छोड़ दी जाए तो पूरे लोकसभा क्षेत्र में चुनाव शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हो गया. हालांकि कुछ मतदान केंद्रों पर ईवीएम में आई तकनीकी खराबी और मतदान कर्मियों की सुस्ती के कारण लोगों को थोड़ी परेशानी हुई. रुक-रुक कर हो रहे मतदान के कारण कई वोटर्स मतदान से वंचित रह गए.
वोटिंग प्रक्रिया समाप्त होने के बाद शहरी क्षेत्र के मतदान केंद्रों का ईवीएम जिला बल के जवानों की देखरेख में चतरा महाविद्यालय में बनाए गए स्ट्रांग रूम में पहुंचाया जा रहा है. वहीं ग्रामीण और नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में स्थापित मतदान केंद्रों के ईवीएम को पारा मिलिट्री फोर्स के जवानों की अभिरक्षा में कलस्टर तक पहुंचाया जा रहा है. जिला मुख्यालय से सटे इलाकों से मतदान कर्मी देर रात तक स्ट्रांग रूम पहुंच जाएंगे.
नक्सल प्रभावित इलाकों में स्थित मतदान केंद्रों के मतदान कर्मी क्लस्टर ऊपर रात्रि विश्राम करने के बाद अगले सुबह जिला मुख्यालय स्थित स्ट्रांग रूम में ईवीएम जमा करेंगे. गौरतलब है कि लोकसभा चुनाव को लेकर पूरे संसदीय क्षेत्र में कुल 1899 मतदान केंद्र बनाए गए थे. इनमें से 894 चतरा जिले के सिमरिया और चतरा विधानसभा क्षेत्र के मतदान थे.