रांची: प्रदेश की 3 लोकसभा सीटों पर सत्तारूढ़ बीजेपी के उम्मीदवार को लेकर सस्पेंस अभी भी बरकरार है. चतरा संसदीय सीट के लिए नामांकन 9 अप्रैल तक होना है. जबकि कोडरमा और रांची के लिए 10 अप्रैल से नॉमिनेशन फाइल किया जाएगा. महागठबंधन में इन तीनों सीटों को लेकर अपने उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है. वहीं, बीजेपी अभी तक संशय की स्थिति में है.
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महागठबंधन की ओर से रांची सीट के लिए पूर्व केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस के नेता सुबोधकांत सहाय, चतरा से कांग्रेस विधायक मनोज कुमार यादव और कोडरमा से झारखंड विकास मोर्चा सुप्रीमो बाबूलाल मरांडी मैदान में हैं. आश्चर्यजनक बात यह है कि तीनों संसदीय सीट बीजेपी की सिटिंग सीटें हैं.
दरअसल, रांची के सिटिंग बीजेपी एमपी रामटहल चौधरी का पत्ता इसलिए कट गया कि पार्टी की नीतियों के अनुसार वो उम्र की दहलीज पार कर चुके हैं. वहीं, चतरा के सिटिंग एमपी सुनील सिंह के बारे में कहा जा रहा है कि उनका परफारमेंस रिपोर्ट पार्टी के गले नहीं उतर रहा है.
हाल ही में राजद की प्रदेश अध्यक्ष और पूर्व विधायक अन्नपूर्णा देवी और राजद के ही पुराने सिपाही गिरिनाथ सिंह के बीजेपी में शामिल होने के बाद चतरा और कोडरमा सीट पर उम्मीदवारों के नाम पर फिलहाल बीजेपी चुप्पी बनाए हुए हैं.
रांची से सेलिब्रिटी उतारने की भी है चर्चा
दरअसल, रांची संसदीय सीट के लिए रामटहल चौधरी के अलावा पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष आदित्य साहू, प्रदीप वर्मा, झारखंड खादी ग्राम उद्योग बोर्ड के अध्यक्ष संजय सेठ और रांची यूनिवर्सिटी के अधिकारी अमर कुमार चौधरी का नाम रेस में था. इतना ही नहीं उम्मीदवार के नाम की घोषणा में देर होने की वजह से ऐसी भी चर्चा हुई की पार्टी किसी सेलिब्रिटी के नाम पर रांची पार्लियामेंट्री सीट पर दांव खेलने के मूड में है. हालांकि अभी तक स्थिति स्पष्ट नहीं है.
कोडरमा में अन्नपूर्णा बनी हैं एक चुनौती
वहीं, कोडरमा में सिटिंग एमपी रविंद्र राय के सामने अन्नपूर्णा देवी एक चुनौती के रूप में पेश आ रही हैं. राजद में लंबी पारी के बाद बीजेपी में शामिल हुई अन्नपूर्णा देवी को भी बीजेपी के कोडरमा से उतारने की चर्चा है. हालांकि राय ने स्पष्ट कर दिया है कि वो पार्टी के सिपाही हैं और फिलहाल कुछ बोलने के मूड में नहीं है. साथ ही चतरा सीट पर राजद के गिरिनाथ सिंह का नाम भी चर्चा में है.
संशय में है कार्यकर्ता
इन सब के बीच सबसे ज्यादा दुविधा कार्यकर्ताओं को हो रही है. एक तरफ रांची में कार्यकर्ता अभी तक यह नहीं समझ पा रहे हैं कि किस का नाम लेकर उन्हें लोगों के बीच जाना है. दूसरी तरफ कोडरमा और चतरा में द्वंद में फंसे कार्यकर्ता ये नहीं समझ पा रहे हैं कि कल तक जिन राजद नेताओं का वह विरोध करते आ रहे थे, उन्हें कैसे साथ लेकर चलेंगे. हालांकि इस पूरे प्रकरण पर पार्टी का केवल एक ही स्टैंड है कि तस्वीर जल्द ही साफ हो जाएगी. हालांकि, इस बाबत पूछे जाने पर बिहार के स्वास्थ्य मंत्री और बीजेपी के झारखंड में लोकसभा चुनावों के प्रभारी मंगल पांडे ने कहा कि जल्द ही तस्वीर साफ हो जाएगी और बता दिया जाएगा कि कौन कहां से उम्मीदवार है.