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ये है राजधानी रांची का कातिल डैम, लील रहा है छात्रों का जीवन

राजधानी रांची में स्कूल और कॉलेज के छात्र तेजी से नशे के आदी हो रहे हैं. बाजार में आसानी से उपलब्ध नशे का समान लेकर वे धुर्वा डैम पहुंचते हैं. वहां एकांत में नशा करते हैं. नशा करने के बाद वे पानी में नहाने के लिए उतरते हैं और इसी दौरान उनकी जान चली जाती है.

धुर्वा डैम
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Published : May 30, 2019, 1:12 PM IST

रांची: राजधानी रांची का धुर्वा डैम छात्रों के लिए बेहद खतरनाक हो चुका है. साल 2019 में अब तक 10 से अधिक छात्रों की मौत डैम में डूबने से हो चुकी है. धुर्वा डैम में अक्सर छात्र मौज-मस्ती, नहाने और सेल्फी लेने और मौज मस्ती के लिए पहुंचते हैं. इसी चक्कर में वे अपनी जान गवां रहे हैं.

देखें स्पेशल रिपोर्ट

सेल्फी के चक्कर मे ज्यादा जा रही जान
रांची का धुर्वा डैम जो इन दिनों प्रेमी जोड़ों के लिए बेहद खास स्थान बना हुआ है. शहर से दूर सुनसान स्थान पर स्थित इस डैम में अलग-अलग इलाकों के प्रेमी जोड़े अपने अपने घरों से छिपकर निकलते हैं और यहां आकर समय गुजारते हैं, लेकिन ये प्यार अब बेहद खतरनाक हो चुका है. प्रेमिका को खुश करने के लिए खतरनाक सेल्फी लेने के चक्कर में छात्र अपनी जान गवां रहे हैं. धुर्वा डैम में खतरनाक जगह पर खड़े होकर सेल्फी लेते युवाओं को अक्सर देखा जा सकता है.

ये भी पढ़ें- झारखंड की 5 बेटियों को दलाल के चंगुल से कराया गया मुक्त, काम दिलाने के नाम पर ले जाया जा रहा था दिल्ली

नशा भी बनी वजह
राजधानी रांची में स्कूल और कॉलेज के छात्र तेजी से नशे के आदी हो रहे हैं. बाजार में आसानी से उपलब्ध नशे का समान लेकर वे धुर्वा डैम पहुंचते हैं. वहां एकांत में नशा करते हैं. नशा करने के बाद वे पानी में नहाने के लिए उतरते हैं और इसी दौरान उनकी जान चली जाती है. हाल के दिनों में जिन छात्रों की मौत हुई उनके बाइक और पर्स से नशे के सामान भी बरामद किए गए थे जो इस बात को पुख्ता करती है कि छात्र डैम के किनारे आकर नशा करते है.

डैम की बनावट भी कारण
धुर्वा डैम का दक्षिणी छोर सबसे ज्यादा खतरनाक है. छात्रों के डूबने की अधिकांश घटनाएं इसी इलाके में हुई है. दक्षिणी छोर में हाईकोर्ट के आदेश पर साल 2017 में मिट्टी की खुदाई की गई थी. खुदाई के क्रम में गड्ढे कर दिए गए जो नहाने जाने वालों को पता ही नहीं चलता. पानी में पैदल चलने पर लोग फिसल कर गहरे पानी में चले जाते हैं. यह जोन काफी खतरनाक है. इसके बावजूद प्रशासन की ओर से किसी प्रकार का साइन बोर्ड या चेतावनी संबंधित सूचनाएं नहीं लिखी गई है. धुर्वा डैम में कहीं 5 फीट की गहराई है तो कदम-कदम पर बढ़कर गहराई 12 फीट की हो जाती है.

ये भी पढ़ें- चारा घोटाला के एक और मामले में बढ़ सकती है लालू की परेशानी, हो रहे हैं आरोपियों के बयान दर्ज

पर्यटन विभाग को भी लेना हो संज्ञान
धुर्वा डैम में हो रहे लगातार हादसों को लेकर पुलिस मुख्यालय बेहद गंभीर है. झारखंड पुलिस के एडीजी अभियान मुरारी लाल मीणा ने बताया कि पुलिस अपनी तरफ से प्रयास कर रही है. लेकिन जरूरी है कि पर्यटन विभाग भी इस और पहल करें ताकि लोग डैम का लुत्फ उठा सके और उन्हें किसी भी प्रकार का खतरा भी ना हो.

टाइगर जवान होंगे तैनात
धुर्वा डैम में लगातार हो रहे हादसों के बीच पुलिस ने सुरक्षा व्यवस्था का बीड़ा खुद उठाया है. हालांकि यह काम पर्यटन विभाग को करना चाहिए था. रांची के सीनियर एसपी अनीश गुप्ता ने बताया कि हादसों को रोकने के लिए विशेष तौर पर टाइगर पुलिस को तैनात किया जा रहा है. 1 जून से टाइगर पुलिस के जवान डैम के सभी छोर पर घूमेंगे. खासकर टाइगर जवानों का ध्यान छात्रों पर विशेषकर रहेगा. ऐसे छात्र जो अकेले या फिर ग्रुप में आकर खतरनाक जगह पर जाकर नहाने का काम करेंगे उन्हें खदेड़ा जाएगा.

गहरे और खतरनाक स्थल पर लगेगा चेतावनी बोर्ड
रांची एसएसपी ने बताया कि धुर्वा डैम के खतरनाक और गहरे इलाकों में सावधान करते हुए बोर्ड लगाए जाएंगे. एनडीआरएफ से भी आग्रह किया गया है कि धुर्वा डैम के पास में गोताखोर तैनात करें.

रांची: राजधानी रांची का धुर्वा डैम छात्रों के लिए बेहद खतरनाक हो चुका है. साल 2019 में अब तक 10 से अधिक छात्रों की मौत डैम में डूबने से हो चुकी है. धुर्वा डैम में अक्सर छात्र मौज-मस्ती, नहाने और सेल्फी लेने और मौज मस्ती के लिए पहुंचते हैं. इसी चक्कर में वे अपनी जान गवां रहे हैं.

देखें स्पेशल रिपोर्ट

सेल्फी के चक्कर मे ज्यादा जा रही जान
रांची का धुर्वा डैम जो इन दिनों प्रेमी जोड़ों के लिए बेहद खास स्थान बना हुआ है. शहर से दूर सुनसान स्थान पर स्थित इस डैम में अलग-अलग इलाकों के प्रेमी जोड़े अपने अपने घरों से छिपकर निकलते हैं और यहां आकर समय गुजारते हैं, लेकिन ये प्यार अब बेहद खतरनाक हो चुका है. प्रेमिका को खुश करने के लिए खतरनाक सेल्फी लेने के चक्कर में छात्र अपनी जान गवां रहे हैं. धुर्वा डैम में खतरनाक जगह पर खड़े होकर सेल्फी लेते युवाओं को अक्सर देखा जा सकता है.

ये भी पढ़ें- झारखंड की 5 बेटियों को दलाल के चंगुल से कराया गया मुक्त, काम दिलाने के नाम पर ले जाया जा रहा था दिल्ली

नशा भी बनी वजह
राजधानी रांची में स्कूल और कॉलेज के छात्र तेजी से नशे के आदी हो रहे हैं. बाजार में आसानी से उपलब्ध नशे का समान लेकर वे धुर्वा डैम पहुंचते हैं. वहां एकांत में नशा करते हैं. नशा करने के बाद वे पानी में नहाने के लिए उतरते हैं और इसी दौरान उनकी जान चली जाती है. हाल के दिनों में जिन छात्रों की मौत हुई उनके बाइक और पर्स से नशे के सामान भी बरामद किए गए थे जो इस बात को पुख्ता करती है कि छात्र डैम के किनारे आकर नशा करते है.

डैम की बनावट भी कारण
धुर्वा डैम का दक्षिणी छोर सबसे ज्यादा खतरनाक है. छात्रों के डूबने की अधिकांश घटनाएं इसी इलाके में हुई है. दक्षिणी छोर में हाईकोर्ट के आदेश पर साल 2017 में मिट्टी की खुदाई की गई थी. खुदाई के क्रम में गड्ढे कर दिए गए जो नहाने जाने वालों को पता ही नहीं चलता. पानी में पैदल चलने पर लोग फिसल कर गहरे पानी में चले जाते हैं. यह जोन काफी खतरनाक है. इसके बावजूद प्रशासन की ओर से किसी प्रकार का साइन बोर्ड या चेतावनी संबंधित सूचनाएं नहीं लिखी गई है. धुर्वा डैम में कहीं 5 फीट की गहराई है तो कदम-कदम पर बढ़कर गहराई 12 फीट की हो जाती है.

ये भी पढ़ें- चारा घोटाला के एक और मामले में बढ़ सकती है लालू की परेशानी, हो रहे हैं आरोपियों के बयान दर्ज

पर्यटन विभाग को भी लेना हो संज्ञान
धुर्वा डैम में हो रहे लगातार हादसों को लेकर पुलिस मुख्यालय बेहद गंभीर है. झारखंड पुलिस के एडीजी अभियान मुरारी लाल मीणा ने बताया कि पुलिस अपनी तरफ से प्रयास कर रही है. लेकिन जरूरी है कि पर्यटन विभाग भी इस और पहल करें ताकि लोग डैम का लुत्फ उठा सके और उन्हें किसी भी प्रकार का खतरा भी ना हो.

टाइगर जवान होंगे तैनात
धुर्वा डैम में लगातार हो रहे हादसों के बीच पुलिस ने सुरक्षा व्यवस्था का बीड़ा खुद उठाया है. हालांकि यह काम पर्यटन विभाग को करना चाहिए था. रांची के सीनियर एसपी अनीश गुप्ता ने बताया कि हादसों को रोकने के लिए विशेष तौर पर टाइगर पुलिस को तैनात किया जा रहा है. 1 जून से टाइगर पुलिस के जवान डैम के सभी छोर पर घूमेंगे. खासकर टाइगर जवानों का ध्यान छात्रों पर विशेषकर रहेगा. ऐसे छात्र जो अकेले या फिर ग्रुप में आकर खतरनाक जगह पर जाकर नहाने का काम करेंगे उन्हें खदेड़ा जाएगा.

गहरे और खतरनाक स्थल पर लगेगा चेतावनी बोर्ड
रांची एसएसपी ने बताया कि धुर्वा डैम के खतरनाक और गहरे इलाकों में सावधान करते हुए बोर्ड लगाए जाएंगे. एनडीआरएफ से भी आग्रह किया गया है कि धुर्वा डैम के पास में गोताखोर तैनात करें.

Intro:राजधानी रांची का धुर्वा डैम छात्रों के लिए बेहद खतरनाक हो चुका है। साल 2019 में अब तक 10 से अधिक छात्रों की मौत डैम में डूबने से हो चुकी है। धुर्वा डैम में अक्सर छात्र मौज-मस्ती, नहाने और सेल्फी लेने के लिए पहुंचते हैं ।इसी चक्कर में वे अपनी जान गवां रहे हैं।

सेल्फी के चक्कर मे ज्यादा जा रही जान

रांची का धुर्वा डैम जो इन दिनों प्रेमी जोड़ों के लिए बेहद खास स्थान बना हुआ है ।शहर से दूर सुनसान स्थान पर स्थित इस डैम में अलग-अलग इलाकों के प्रेमी जोड़े अपने अपने घरों से छिपकर निकलते हैं और यहां आकर समय गुजारते हैं।लेकिन ये प्यार अब बेहद खतरनाक हो चुका है। प्रेमिका को खुश करने के लिए खतरनाक सेल्फी लेने के चक्कर में छात्र अपनी जान गवां रहे हैं। धुर्वा डैम में खतरनाक जगह पर खड़े होकर सेल्फी लेते युवाओं को अक्सर देखा जा सकता है।

नशा भी बना वजह
राजधानी रांची में स्कूल और कॉलेज के छात्र तेजी से नशे के आदी हो रहे हैं ।बाजार में आसानी से उपलब्ध नशे के तरह तरह के समान लेकर वे धुर्वा डैम पहुंचते हैं । वहां एकांत में नशा करते हैं ।नशा करने के बाद वे पानी में नहाने के लिए उतरते हैं और इसी दौरान उनकी जान चली जाती है। हाल के दिनों में जिन छात्रों की मौत हुई उनके बाइक और पर्स से नशे के सामान भी बरामद किए गए थे जो इस बात को पुख्ता करती है कि छात्र डैम के किनारे आकर नशा करते है।

डैम की बनावट भी कारण

धुर्वा डैम का दक्षिणी छोर सबसे ज्यादा खतरनाक है। छात्रों के डूबने की अधिकांश घटनाएं इसी इलाके में हुई है। दक्षिणी छोर में हाईकोर्ट के आदेश पर साल 2017 में मिट्टी की बेहतरीब ढंग से खुदाई की गई थी ।खुदाई के क्रम में गड्ढे कर दिए गए जो नहाने जाने वालों को पता ही नहीं चलता। पानी में पैदल चलने पर लोग फिसल कर गहरे पानी में चले जाते हैं ।यह ज़ोन काफी खतरनाक है ।इसके बावजूद प्रशासन की ओर से किसी प्रकार का साइन बोर्ड या चेतावनी संबंधित सूचनाएं नहीं लिखी गई है। धुर्वा डैम के अन्य जून भी खतरनाक है जहां पानी की गहराई का अंदाजा नहीं लगता है ।धुर्वा डैम में कहीं 5 फीट की गहराई है तो कदम कदम पर बढ़कर गहराई 12 फीट की हो जाती है।

पर्यटन विभाग को भी लेना हो संज्ञान

धुर्वा डैम में हो रहे लगातार हादसों को लेकर पुलिस मुख्यालय बेहद गंभीर है ।झारखंड पुलिस के एडीजी अभियान मुरारी लाल मीणा ने बताया कि पुलिस अपनी तरफ से प्रयास कर रही है। लेकिन जरूरी है कि पर्यटन विभाग भी इस और पहल करें ताकि लोग डैम का लुत्फ उठा सके और उन्हें किसी भी प्रकार का खतरा भी ना हो।

टाइगर जवान होंगे तैनात

धुर्वा डैम में लगातार हो रहे हादसों के बीच पुलिस ने सुरक्षा व्यवस्था का बीड़ा खुद उठाया है ।हालांकि यह काम पर्यटन विभाग को करना चाहिए था। रांची के सीनियर एसपी अनीश गुप्ता ने बताया कि हादसों को रोकने के लिए विशेष तौर पर टाइगर पुलिस को तैनात किया जा रहा है। 1 जून से टाइगर पुलिस के जवान डैम के सभी छोर पर घूमेंगे । खासकर टाइगर जवानों का ध्यान छात्रों पर विशेषकर रहेगा ।ऐसे छात्र जो अकेले या फिर ग्रुप में आकर खतरनाक जगह पर जाकर नहाने का काम करेंगे उन्हें खदेड़ा जाएगा।

गहरे और खतरनाक स्थल पर लगेगा चेतावनी बोर्ड

रांची एसएसपी ने बताया कि धुर्वा डैम के खतरनाक और गहरे इलाकों में सावधान करते हुए बोर्ड लगाए जाएंगे ।एनडीआरएफ से भी आग्रह किया गया है कि धुर्वा डैम के पास में गोताखोर तैनात करें।

बाईट - एम एल मीणा , एडीजी ,अभियान
बाईट- अनीश गुप्ता , एसएसपी रांची।


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