ETV Bharat / state

बिहार से चलकर लिट्टी-चोखा झारखंड में मचा रहा धूम, लालू यादव भी हैं इस दुकान के मुरीद - झारखंड समाचार

रांची में लिट्टी-चोखा के स्टॉल की भरमार है लेकिन अपर बाजार में पीपल पेड़ के नीचे लगने वाले लिट्टी-चोखा की दुकान जैसे ट्रेडमार्क बन गई है. लालू प्रसाद यादव भी गाहे-बगाहे यहां से लिट्टी-चोखा मंगवाते रहे हैं.

डिजाइन इमेज
author img

By

Published : Jun 13, 2019, 10:04 AM IST

रांची: बिहार के चर्चित व्यंजन में शुमार लिट्टी-चोखा अब झारखंड में भी छा चुका है.कहा जाता है कि आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद ने लिट्टी-चोखा को अंतर्राष्ट्रीय पहचान दिलाई. झारखंड में भी यह व्यंजन इस कदर लोकप्रिय हुआ कि शायद ही इस राज्य का कोई शहर होगा जहां लिट्टी-चोखा नहीं बिकता हो.

देखें पूरी खबर

रांची में लिट्टी चोखा के स्टॉल की भरमार है लेकिन अपर बाजार में पीपल पेड़ के नीचे लगने वाले लिट्टी-चोखा की दुकान जैसे ट्रेडमार्क बन गई है. लालू प्रसाद यादव भी गाहे-बगाहे यहां से लिट्टी-चोखा मंगवाते रहे हैं. बिहार से आए बाबा नाम के शख्स ने अपर बाजार स्थित चुरूवाला मिष्ठान भंडार के पास में एक पीपल पेड़ के नीचे साल 1969 में लिट्टी-चोखा बेचना शुरू किया था. आज अपर बाजार में आने वाले साहूकार से लेकर खरीददार तक यहां खींचे चले आते हैं.

ये भी पढ़ें- राजभवन में कर्टन रेजर का आयोजन, सीएम और राज्यपाल ने किया योगाभ्यास

दो सादे लिट्टी की कीमत 30 रुपए जोड़ा जबकि घी वाली लिट्टी की कीमत 40 रु जोड़ा है. खास बात है कि रांची में बाहर से आने वाले सैलानी यहां तक पहुंचने के लिए गूगल का सहयोग लेते हैं. और जब उनकी लिट्टी खाते हैं तो वाह-वाह करते हैं. इसके अलावा झारखंड हाईकोर्ट के पास भी लिट्टी की दुकान लगती है. यहां भी हमेशा लोगों की भीड़ नजर आती है.

रांची: बिहार के चर्चित व्यंजन में शुमार लिट्टी-चोखा अब झारखंड में भी छा चुका है.कहा जाता है कि आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद ने लिट्टी-चोखा को अंतर्राष्ट्रीय पहचान दिलाई. झारखंड में भी यह व्यंजन इस कदर लोकप्रिय हुआ कि शायद ही इस राज्य का कोई शहर होगा जहां लिट्टी-चोखा नहीं बिकता हो.

देखें पूरी खबर

रांची में लिट्टी चोखा के स्टॉल की भरमार है लेकिन अपर बाजार में पीपल पेड़ के नीचे लगने वाले लिट्टी-चोखा की दुकान जैसे ट्रेडमार्क बन गई है. लालू प्रसाद यादव भी गाहे-बगाहे यहां से लिट्टी-चोखा मंगवाते रहे हैं. बिहार से आए बाबा नाम के शख्स ने अपर बाजार स्थित चुरूवाला मिष्ठान भंडार के पास में एक पीपल पेड़ के नीचे साल 1969 में लिट्टी-चोखा बेचना शुरू किया था. आज अपर बाजार में आने वाले साहूकार से लेकर खरीददार तक यहां खींचे चले आते हैं.

ये भी पढ़ें- राजभवन में कर्टन रेजर का आयोजन, सीएम और राज्यपाल ने किया योगाभ्यास

दो सादे लिट्टी की कीमत 30 रुपए जोड़ा जबकि घी वाली लिट्टी की कीमत 40 रु जोड़ा है. खास बात है कि रांची में बाहर से आने वाले सैलानी यहां तक पहुंचने के लिए गूगल का सहयोग लेते हैं. और जब उनकी लिट्टी खाते हैं तो वाह-वाह करते हैं. इसके अलावा झारखंड हाईकोर्ट के पास भी लिट्टी की दुकान लगती है. यहां भी हमेशा लोगों की भीड़ नजर आती है.

Intro:रांची डे प्लान ...स्पेसल खबर बाइट--ग्राहक बाइट--ग्राहक बाइट--- बाबा लिट्टी दुकान मालिक कहते हैं हर राज्य का एक ऐसा व्यंजन होता है जो बाहर से आने वाले लोगों को स्वाद चखने के लिए मजबूर करता है। बिहार के चर्चित व्यंजन में शुमार लिट्टी चोखा अब झारखंड में भी छा चुका है। कहा जाता है कि राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद ने लिट्टी चोखा को अंतरराष्ट्रीय पहचान दिलाई। झारखंड में लिट्टी चोखा इस कदर फेमस हुआ है कि शायद ही इस राज्य का कोई शहर होगा जहां लिट्टी चोखा नहीं बिकता होगा। रांची में लिट्टी चोखा के स्टॉल की भरमार है लेकिन अपर बाजार में पीपल पेड़ के नीचे लगने वाली लिट्टी चोखा की दुकान जैसे ट्रेडमार्क बन गई है। नाम है बाबा लिट्टी चोखा। लालू प्रसाद भी गाहे-बगाहे बाबा की दुकान से लिट्टी चोखा मंगवाते रहे हैं।


Body:बिहार से आए बाबा नाम के शख्स ने अपर बाजार स्थित चुरूवाला मिष्ठान भंडार के बगल में एक पीपल पेड़ के नीचे साल 1969 में लिट्टी चोखा बेचना शुरू किया था। आज थोक मंडी के नाम से चर्चित रांची के अपर बाजार में आने वाले सीट्स साहूकार से लेकर खरीददार तक भूख लगते ही बाबा की लिपि की दुकान पर खींचे चले आते हैं। दो सादी लिट्टी की कीमत 30 रुपए जोड़ा जबकि घी वाली लिट्टी की कीमत 40 रु जोड़ा है। खास बात है कि रांची में बाहर से आने वाले सैलानी बाबा की लिट्टी कि दुकान तक पहुंचने के लिए गूगल बाबा का सहयोग लेते हैं। और जब उनकी लिट्टी खाते हैं तो वाह-वाह करते हैं। धनिया की चटनी और आलू का चोखा स्वाद को और बढ़ा देता है।


Conclusion:रांची में झारखंड हाई कोर्ट के पास भोला के नाम से लिट्टी की दुकान लगती है। जहां हमेशा लोगों की भीड़ नजर आएगी। बाबा के मुकाबले भोला की लिट्टी 10 रुपए महंगी है।
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.