रांची: बिहार के चर्चित व्यंजन में शुमार लिट्टी-चोखा अब झारखंड में भी छा चुका है.कहा जाता है कि आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद ने लिट्टी-चोखा को अंतर्राष्ट्रीय पहचान दिलाई. झारखंड में भी यह व्यंजन इस कदर लोकप्रिय हुआ कि शायद ही इस राज्य का कोई शहर होगा जहां लिट्टी-चोखा नहीं बिकता हो.
रांची में लिट्टी चोखा के स्टॉल की भरमार है लेकिन अपर बाजार में पीपल पेड़ के नीचे लगने वाले लिट्टी-चोखा की दुकान जैसे ट्रेडमार्क बन गई है. लालू प्रसाद यादव भी गाहे-बगाहे यहां से लिट्टी-चोखा मंगवाते रहे हैं. बिहार से आए बाबा नाम के शख्स ने अपर बाजार स्थित चुरूवाला मिष्ठान भंडार के पास में एक पीपल पेड़ के नीचे साल 1969 में लिट्टी-चोखा बेचना शुरू किया था. आज अपर बाजार में आने वाले साहूकार से लेकर खरीददार तक यहां खींचे चले आते हैं.
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दो सादे लिट्टी की कीमत 30 रुपए जोड़ा जबकि घी वाली लिट्टी की कीमत 40 रु जोड़ा है. खास बात है कि रांची में बाहर से आने वाले सैलानी यहां तक पहुंचने के लिए गूगल का सहयोग लेते हैं. और जब उनकी लिट्टी खाते हैं तो वाह-वाह करते हैं. इसके अलावा झारखंड हाईकोर्ट के पास भी लिट्टी की दुकान लगती है. यहां भी हमेशा लोगों की भीड़ नजर आती है.