गिरिडीह: आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर जिला प्रशासन की तैयारियां जोरों पर हैं. प्रत्येक दिन बैठकों और समीक्षा का दौर चल रहा है. वहीं उन बूथों और क्लस्टरों का मुआयना किया जा रहा है, जो उग्रवाद प्रभावित इलाके में स्थित है.
जिले का लगभग हर थाना क्षेत्र में माओवादियों की चहलकदमी है. पारसनाथ की तराई का इलाका और बिहार के जमुई-नवादा सीमा पर अवस्थित गांवों में नक्सलियों का बसेरा है. ऐसे में यहां पर शांतिपूर्वक मतदान कराना चुनौती पूर्ण है. इस स्थिति से जिला प्रशासन भी वाकिब है. ऐसे में नक्सल प्रभावित इलाके में माओवादियों की गतिविधियों के अलावा जिले में सक्रिय अपराधियों का भी डाटा निकाला गया है. एसपी ने सभी थानेदारों को सक्रिय अपराधियों को पकड़ने का भी निर्देश दे रखा है.
बता दें कि जिले के डीसी राजेश पाठक और एसपी सुरेन्द्र कुमार झा इन इलाकों के बुथों और क्लस्टरों की भौगोलिक स्थिति का जायजा ले रहे हैं. बूथ-क्लस्टरों में मोबाइल कनेक्टिविटी, सड़क, पानी-बिजली की स्थिति का सर्वे कराया गया है. दोनों अधिकारी इन क्षेत्र का भौतिक सत्यापन में जुटे है.
जमा करवाया जा रहा है लाइसेंसी हथियार
इसके अलावा चुनाव से पहले जिला प्रशासन उन हथियारों को भी जमा करवा रही है जिनका लाइसेंस जारी किया गया है. लाइसेंसधारियों को चुनाव अधिसूचना जारी होने से पहले ही हथियार सरेंडर करने को कहा गया है. इसके अलावा जिले की कानून व्यवस्था पर भी पैनी नजर रखी का रही है. डीसी ने एसडीएम व एसडीपीओ को इस मामले पर आवश्यक दिशा निर्देश दिया है.