रांची: जम्मू कश्मीर के पुलवामा में आतंकवादियों के कायराना हमले में शहीद हुए जवान विजय सोरेंग का पार्थिव शरीर रांची लाया गया. पार्थिव शरीर रांची एयरपोर्ट से शहीद के पैतृक गांव गुमला के लिए रवाना हो गया. इस दौरान मुख्यमंत्री रघुवर दास ने रांची एयरपोर्ट पर शहीद को कंधा और श्रद्धांजलि दी.
शहीद जवान विजय सोरेंग का पार्थीव शरीर रांची एयरपोर्ट पहुंचा. इस दौरान एयपोर्ट पर श्रद्धांजलि देने राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू, सीएम रघुवर दास, विधान सभा अध्यक्ष दिनेश उरांव, केंद्रीय मंत्री जयंत सिन्हा, रांची के सांसद रामटहल चौधरी, नगर निगम अध्यक्ष आशा लकड़ा, हटिया विधायक नविन जयसवाल, बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष लक्ष्मण गिलुआ, राज्यसभा सांसद महेश पोद्दार, आजसू अध्यक्ष सुदेश महतो, कॉग्रेस नेता सुबोध कांत सहाय, झामुमो नेता महुआ माजी समेत सेना के कई अफसर, अधिकारी और डीआईजी ने शहीद को श्रद्धांजलि दी.
केंद्रीय मंत्री सरकार के प्रतिनिधी के रुप में मौजूद
बता दें की शहीद विजय सोरेंग के पार्थीव शरीर को हैलिकॉप्टर से उनके पैतृक गांव गुमला ले जाया जा रहा. इस दौरान केंद्रीय मंत्री जयंत सिन्हा केंद्र सरकार के प्रतिनिधी के रुप में मौजूद रहेंगे. जहां शहीद को अंतिम विदाई दी जाएगी.
परिवार को 10 लाख की सहायता राशि
सरकार ने गुमला के शहीद विजय सोरेंग के परिवार को 10 लाख की सहायता राशि और परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने की घोषणा की है. वहीं रांची जिला प्रशासन भी एक दिन का वेतन सीआरपीएफ को देगा.
बेटे की शहादत पर गर्व है
शहीद विजय सोरेंग का पैतृक घर बसिया प्रखंड के फरसामा गांव में है. शहीद विजय सोरेंग के पिता आर्मी के रिटायर्ड जवान हैं. उनके पिता का कहना है कि बेटे की शहादत पर उन्हें गर्व है. बेटे ने अपना सर्वोच्च बलिदान दिया है. उसने देश की सेवा में अपनी जान दी है. यह फक्र की बात है, लेकिन दुख इस बात का है कि उनका बेटा अब इस दुनिया में नहीं है.
सरकार सीधे पाकिस्तान पर हमला करें
वहीं, विजय सोरेंग के भाई ने कहा कि अब सरकार सीधे पाकिस्तान पर हमला करें ताकि फिर कभी किसी और पिता को अपना बेटा, किसी भाई को अपना भाई और किसी बेटे को अपना पिता नहीं खोना पड़े. शहीद के बेटे का कहना है कि पिता की शहादत पर उसे गर्व है अगर मौका मिला तो वो भी सेना में बहाल होकर दुश्मनों से लड़ेगा.