नई दिल्ली: पीएम मोदी की अध्यक्षता में शनिवार को नीति आयोग की बैठक राष्ट्रपति भवन में हुई. इसमें कई राज्यों के मुख्यमंत्री, केंद्र शासित प्रदेशों के उपराज्यपाल, कई केंद्रीय मंत्री और वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे. इस बैठक में झारखंड के मुख्यमंत्री रघुवर दास भी शामिल रहे.
सीएम रघुवर दास ने बैठक में कृषि सुधार, वर्षा जल संरक्षण, आकांक्षी जिला कार्यक्रम, आवश्यक वस्तु अधिनियम 1955, आंतरिक सुरक्षा सुखाड़ एवं राहत समेत अन्य विषयों पर अपना पक्ष रखा. उन्होंने बैठक में कहा कि झारखंड के 21 जिले नक्सल प्रभावित रहे हैं. इसमें 13 जिले अति नक्सलवाद से ग्रस्त रहे. आज यह संख्या घटकर बहुत कम रह गई है. इस समस्या से निपटने के लिए सरकार ने पुलिस बलों की संख्या बढ़ाने के साथ-साथ थानों की संख्या में भी बढ़ोतरी की है. पहले थानों की संख्या 408 थी, जो अब बढ़कर 547 हो गई है.
मुख्यमंत्री ने फसल बीमा योजना, प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना समेत अन्य विषयों पर राज्य में हो रही गतिविधि से नीति आयोग को अवगत कराया. उन्होंने कहा कि झारखंड में औसतन सालाना 1 हजार 300 मिलीमीटर वर्षा होती है. वहीं, पिछले कुछ सालों से कई जिलों में सूखे की समस्या का सामना करना पड़ रहा है. इस साल भी सामान्य से कम 50 फीसदी कम बारिश हुई. सूखे की समस्या को देखते हुए सरकार किसानों को कम पानी वाले फसलों को उगाने के लिए प्रोत्साहित कर रही है.
उन्होंने कहा कि झारखंड सरकार ने आदिवासी बहुल जिलों खूंटी, साहिबगंज, सिमडेगा, गुमला, पश्चिमी सिंहभूम और पाकुड़ में विकास के लिए विशेष योजना संचालित करने का काम किया है. राज्य इन जिलों के विकास के लिए लगभग 150 करोड़ रुपये खर्चकर लोगों के जीवन स्तर में सुधार लाने का काम किया है.
नीति आयोग की बैठक में झारखंड के मुख्यमंत्री रघुवर दास के साथ सूबे के मुख्य सचिव डीके तिवारी भी मौजूद रहे. वहीं, बैठक के बाद लगभग सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने पीएम मोदी के साथ डिनर किया. इसमें रघुवर दास भी रहे. इसके साथ ही रघुवर दास ने पीएम मोदी से मुलाकात कर उन्हें 21 जून को योग दिवस पर झारखंड आने का न्योता दिया.