रांचीः आगामी लोकसभा चुनाव के मद्देनजर इलेक्शन कमीशन ने मुकम्मल चुनावी तैयारियां की हैं. राज्य के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी एल ख्यांगते ने सोमवार को बताया कि राज्यभर में 29,464 मतदान केंद्र बनाए गए हैं. जिनमें से 4,404 शहरी इलाके में है. जबकि 25,060 ग्रामीण इलाके में हैं
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने बताया कि 30 जनवरी 2019 को तैयार की गई मतदाता सूची के हिसाब से राज्य भर में 2 करोड़ 19 लाख से अधिक मतदाता हैं. जिनमें से 2,20,753 ऐसे हैं जो पहली बार वोट देंगे. उन्होंने बताया कि औसत के हिसाब से हर पोलिंग स्टेशन पर लगभग 899 मतदाता होंगे. मतदान केंद्रों के विषय में जानकारी देते हुए ख्यांगते ने बताया कि 84.4 प्रतिशत पोलिंग स्टेशन ऐसे हैं, जहां रैंप की व्यवस्था है. वहीं 72.14 प्रतिशत में बिजली की सुविधा है. जबकि 95.24% में पानी की सुविधा है और 94.90% मतदान केंद्र ऐसे हैं जहां टॉयलेट की सुविधा है.
उन्होंने बताया कि राज्य भर में 77,462 दिव्यांग मतदाता आईडेंटिफाई किए गए हैं. जिनके लिए विशेष व्यवस्था की जाएगी. जरूरत पड़ने पर उन्हें गाड़ी से ले जाने की व्यवस्था की जाएगी. दृष्टिहीन मतदाताओं के लिए ब्रेल लिपि में छपा हुआ वोटर स्लिप होगा. ईवीएम के बैलट पेपर के हिस्से में ब्रेल लिपि से निशान अंकित किया जाएगा. उन्होंने कहा कि पर्याप्त मात्रा में ईवीएम और वीवीपैट की व्यवस्था की गई है. उन्होंने बताया कि ईवीएम के 97496 बैलेट यूनिट और 41264 कंट्रोल यूनिट की व्यवस्था की गई है. जबकि 40135 वीवीपैट आयोग के पास है.
इलेक्शन कमीशन के निर्देश के अनुसार ग्रामीण इलाकों में 1 पोलिंग स्टेशन पर अधिकतम 1200 मतदाता होने चाहिए. जबकि शहरी इलाकों में यहां यह 1400 के आसपास होना चाहिए. उन्होंने कुछ मतदान केंद्रों में तय संख्या से ज्यादा मतदाता हैं उसे ठीक कर लिया जाएगा.
लोगों को जागरूक करने के मकसद से मॉक पोलिंग करायी जा रही है. जो अब तक 20,000 से अधिक गांव में हो चुकी है. उन्होंने बताया कि अब तक 1917405 मॉक पोलिंग भी करा दी जा चुकी है. वहीं राज्य के 42 सिनेमाघरों में इलेक्शन कमीशन और चुनाव से जुड़ी हुई जानकारियां दिखाई भी जा रही हैं.
इस मौके पर मौजूद एडिशनल चीफ इलेक्टरल ऑफिसर विनय कुमार चौबे ने कहा कि इलेक्शन कमीशन ने एक कॉल सेंटर बनाया है. जहां से 1950 नंबर पर डायल कर मतदाता जानकारी प्राप्त कर सकते हैं. उन्होंने कहा कि हर जिले में 4 ऑपरेटर दो अलग-अलग शिफ्ट में इस कॉल सेंटर पर जानकारी देने के लिए मौजूद रहेंगे और अब तक 1749 कॉल यह सेंटर रिसीव कर चुका है.
चौबे ने बताया कि ईवीएम के मूवमेंट को जीपीएस के द्वारा किया जाएगा. प्रक्रिया यह होगी के जिन गाड़ियों में ईवीएम को पीठासीन पदाधिकारी पोलिंग स्टेशन तक ले जाएंगे और फिर उन्हें वापस मतगणना केंद्र तक लाएंगे उसकी ट्रैकिंग जीपीएस के द्वारा की जाएगी.
साथ ही लगभग 3000 पोलिंग स्टेशन पर वेबकास्टिंग के सुविधा होगी. वहीं दूसरे एडिशनल चीफ इलेक्टरल ऑफिसर मनीष रंजन ने बताया कि इलेक्शन कमीशन ऑफ इंडिया के निर्देश पर 'सी विजिल' एप पर भी काम किया जा रहा है. जिस पर मिली शिकायत के आधार पर फ्लाइंग स्क्वायड एक्टिव रहेंगे. उन्होंने कहा कि शिकायत दर्ज होने के 100 मिनट के अंदर एक्शन लिया जाएगा. 28 फरवरी तक हर दिन 300 कंप्लेन रिसीव हो इसको लेकर एक्सरसाइज की जा रही है.