रांची: लोकसभा चुनाव 2019 को देखते हुए चार राज्यों की पुलिस एक साथ काम करेगी. झारखंड के सीमावर्ती राज्यों के पुलिस अधिकारियों के साथ हुई समन्वय बैठक के दौरान संयुक्त टॉस्क फोर्स बनाकर अपराधियों और नक्सलियों के खिलाफ कार्रवाई करने की रणनीति तैयार की गई है. इस बैठक में आईबी और सीआरपीएफ के अधिकारी भी शामिल रहे.
लोकसभा चुनाव को देखते हुए राजधानी रांची में झारखंड, ओडिशा, पश्चिम बंगाल और छत्तीसगढ़ पुलिस की संयुक्त बैठक में कई निर्णय लिए गए. रांची रेंज डीआईजी अमोल होमकर ने बताया कि सीमावर्ती राज्यों के पुलिस अधिकारियों के साथ हुई बैठक के दौरान झारखंड सीमा से सटे जिलों के एसपी के द्वारा अन्तर्राजीय अपराधियों, असामाजिक तत्व और नक्सलियों की लिस्ट आपस में शेयर की गई है. इस डेटा के आधार पर सभी जिलों के एसपी को टॉस्क दिया गया है कि वो सीमावर्ती इलाकों के एसपी के साथ मिलकर नक्सलियों और अपराधियों पर नकेल कसे.
संयुक्त चेक नाका बनाया गया
लोकसभा चुनाव के दौरान अवैध शराब और पैसों की आवाजाही को रोकने के लिए सीमावर्ती इलाकों में संयुक्त चेक नाका बनाया गया है. बैठक के दौरान सीमावर्ती इलाकों में चिन्हित जगह पर 60 से अधिक चेक नाके और बनाए जाने की सहमति भी बनी है.
नक्सलियों के लिए बनी रणनीति
झारखंड-पश्चिम बंगाल, झारखंड-उड़ीसा और झारखंड-छत्तीसगढ़ सीमा पर नक्सलियों पर नकेल कसने के लिए भी सीमा पर सक्रिय नक्सलियों की लिस्ट तैयार की गई है. बैठक के दौरान रणनीति बनी है कि इस तरह नक्सलियों की घेराबंदी की जाए, ताकि अभियान चलने पर वो दूसरे राज्य की सीमा पार नहीं कर पाए.