रांचीः एक लाख के इनामी टीपीसी नक्सली मुकेश कुमार महतो ने पुलिस के सामने सरेडर किया. 5 साल पहले वो नक्सली बना था. सरेंडर करने के बाद उसने संगठन को लेकर कई खुलासे किए. उसने कहा कि सरकार की नीति से प्रेरित होकर उसने आत्मसमर्पण किया है.
सरेंडर पॉलिसी का फायदा सूबे में दिख रहा है. लगातार हार्डकोर नक्सली मुख्यधारा में लौट रहे हैं. इसी के तहत मुकेश कुमार महतो ने रांची पुलिस के सामने सरेंडर किया. उसपर एक लाख का इनाम था. 5साल पहले वो लालजी-हीरजी रोड में हत्या की वारदात को अंजाम देकर टीपीसी उग्रवादियों के संरक्षण में चला गया था.आत्मसमर्पण करने के बाद उसने बताया कि संगठन में स्थिति कुछ ठीक नहीं चल रही है. ऊपर के कमांडर अपने बच्चों को हायर स्कूलों में पढ़ाते हैं और अपने बच्चों को इंजीनियर, डॉक्टर बना रहे हैं. लेकिन हमलोगों को बरगला के केवल हथियार उठाया जा रहा है.
मुकेश कुमार महतो सिकिदरी थाना इलाके में लेवी का पैसा भी उगाही किया करता था. हाल की घटना की बात करें तो टीपीसी के सहयोगी के साथ मिलकर बंद स्टोन क्रशर पर जाकर ट्रैक्टरों में आग भी लगाया था. साथ ही ओरमांझी इलाके में दहशत फैलाने के उद्देश्य से फायरिंग भी किया करता था.