रांची: बहुमत के साथ नई सरकार के गठन के बाद 5 जुलाई को नरेंद्र मोदी कि नेतृत्व वाली एनडीए सरकार बजट पेश करेगी. इसको लेकर आम लोगों के साथ ही छात्रों को भी बड़ी उम्मीद है. राजधानी के छात्रों का कहना है कि जिस प्रकार अन्य चीजों में महंगाई अहम मुद्दा है, उसी प्रकार शिक्षा में भी महंगाई चरम पर है. इसको लेकर बजट में सरकार से छात्रों ने उम्मीद बना रखी है.
राजधानी के छात्र आशुतोष कुमार ने कहा कि आगामी बजट में सरकार शिक्षा के लिए विद्यार्थियों को नौकरियों के फॉर्म के दामों में कटौती करे. इसके साथ ही बेरोजगारी को कम करने के लिए छात्रों को ज्यादा से ज्यादा रोजगार दे.
वहीं, साहिल तिग्गा ने कहा कि जिस प्रकार से आए दिन निजी संस्थाओं में एडमिशन के लिए टैलेंट से ज्यादा महत्व पैसे को दिया जा रहा है, इस पर भी सरकार को विचार करना चाहिए. इससे पैसे के अभाव में टैलेंटेड छात्र बेहतर कॉलेज में एडमिशन लेने से ना चूक सकें. सरकार की ओर से छात्रों को स्कॉलरशिप देने की व्यवस्था को और विस्तार करना चाहिए.
वहीं, छात्र दीपक कुमार और अमित कुमार बताते हैं कि अन्य राज्यों में पढ़ रहे बाहरी छात्रों को सुरक्षा देने के लिए भी सरकार को विचार करना चाहिए. इससे बिहार-झारखंड से बाहर गए छात्र निर्भीक होकर पढ़ाई कर सकेंगे.
गौरतलब है कि 5 जुलाई को मोदी सरकार अपने दूसरे कार्यकाल का पहला बजट पेश करेगी. इस बजट को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण पेश करेंगी. इसको लेकर प्रदेश की जनता उत्सुक है कि सरकार इस बार लोगों को बजट में किस चीज पर राहत देगी.