रांची: झारखंड में हुए अब तक 3 चरणों के लोकसभा चुनाव में नक्सली किसी भी वारदात को अंजाम नहीं दे सके हैं. झारखंड पुलिस और अर्धसैनिक बलों ने आपसी तालमेल केवल पर नक्सलियों पर नकेल कस उन्हें लोकतंत्र के महापर्व में किसी भी तरह की खलल नहीं डालने दी. लेकिन चौथे चरण में नक्सली पिछले लोकसभा चुनाव के जैसा एक बार फिर एक बड़े हमले की तैयारी में है. 2014 के लोकसभा चुनाव के दौरान संथाल में नक्सलियों ने बड़ा हमला किया था, इस बार भी आखरी चरण का चुनाव संथाल में ही है.
संथाल में बढ़ी धमक
19 मई को संथाल परगना के तीन लोकसभा सीटों दुमका, राजमहल और गोड्डा में चुनाव होना है. तीनों लोकसभा क्षेत्रों में चुनाव को शांतिपूर्ण संपन्न करवाना सुरक्षाबलों के लिए एक बड़ी चुनौती है. झारखंड के संथाल परगना में नक्सलियों की धमक बढ़ी है. लोकसभा चुनाव में नक्सली संथाल परगना के जिलों में वारदात को अंजाम ना दे सकें इसके लिए झारखंड पुलिस मुख्यालय के द्वारा विशेष तैयारी की गई है.
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पुलिस मुख्यालय ने संथाल परगना में सक्रिय सभी नक्सलियों के दस्ते को चिन्हित कर उनके खिलाफ अलग-अलग टीमों का गठन कर दिया है. यानी अब हर दस्ते के खिलाफ एक विशेष टीम कार्रवाई करेगी.19 मई को संथाल की तीन लोकसभा सीटों पर मतदान होना है.
2014 की घटना बनी वजह
साल 2014 के लोकसभा चुनाव में संथाल परगना के दुमका में अंतिम चरण के मतदान को संपन्न करवा कर लौट रहे टीम पर नक्सलियों ने हमला कर दिया था. इस हमले में 8 लोग मारे गए थे जिनमें दो पुलिसकर्मी और 6 चुनाव कर्मी शामिल थे. पिछले चुनाव में हुए इस वारदात से सबक लेते हुए झारखंड पुलिस ने इस बार लोकसभा चुनाव में अपनी जबरदस्त तैयारी की है ताकि संथाल में इस बार नक्सली कोई वारदात को अंजाम ना दे सके.
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झारखंड पुलिस के एडीजी अभियान मुरारी लाल मीणा के अनुसार पिछले लोकसभा चुनाव में नक्सलियों ने दुमका में बड़े हमले को अंजाम दिया था उस हमले से सबक लेते हुए इस बार विशेष तैयारी की गई है. ताकि नक्सली अपने किसी भी तरह के मंसूबे में कामयाब ना हो सके. एडीजी के अनुसार संथाल के सभी जिलों के एसपी,डीआईजी और डीसी को सुरक्षा से संबंधित निर्देश दिए गए हैं. हर हाल में नक्सल क्षेत्रों में अपनाई जाने वाली सुरक्षा की रणनीति को हर पुलिस वाले को अपनाना है. एडीजी के अनुसार वे खुद संथाल जाकर सुरक्षा तैयारियों का जायजा लेने वाले हैं.
संथाल में कौन सक्रिय है ?
जानकारी के अनुसार संथाल परगना में नक्सलियों ने कैडरों की कमी के कारण सभी रीजनल कमेटिया बंद कर दी है. अब पूर्वी बिहार और पूर्वोत्तर झारखंड स्पेशल एरिया कमेटी के सैक सदस्य ही इलाके में सक्रिय हैं. प्रत्येक सैक मेंबर पर 25 लाख का इनाम झारखंड सरकार ने घोषित कर रखा है.
संथाल में स्पेशल एरिया कमेटी की जिम्मेवारी फिलहाल गिरिडीह के बगोदर के कुख्यात अनुज को दी गई है. अनुज के साथ ही पीरटांड़ का हितेश उर्फ नंदलाल मांझी, जमुई का अरविंद यादव, प्रह्लाद वर्णवाल, सुदेश उर्फ राहुल, करूणा उर्फ निर्मला भी संथाल में एक्टिव है.
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सब जोन में सक्रिय नक्सली
संथाल परगना के दक्षिणी स्वयं दुमका के मसानिया से मसानजोर के दक्षिण भाग में सक्रिय है. इस जोन का प्रभारी जोनल कमांडर निशिकांत है, उसकी पत्नी मेघा जो गिरिडीह की रहने वाली है वह भी दस्ते में सक्रिय है. मध्य सब जोनल प्रभारी अग्नि और उसकी पत्नी उषा बेहद सक्रिय है. संथाल के तीन जिले पाकुड़,गोड्डा और साहिबगंज को उतरी सब जोन में रखा गया है. इस जोन में रोशन, पीसी दी, रामधार, अरुण, अजीत, भारत और मुकेश और पतरस पूरी तरह से सक्रिय है.
संथाल पर है विशेष ध्यान- आईजी अभियान
झारखंड पुलिस के आईजी अभियान आशीष बत्रा के अनुसार संथाल में पहले से ही नक्सलियों की धमक रही है. हालांकि पुलिसिया अभियान की वजह से नक्सलियों पर लगातार प्रेशर बना हुआ है. फिलहाल संथाल में बाहरी नक्सली संगठन को लीड कर रहे हैं. जिसमें पारसनाथ और पीरटांड़ के नक्सल नेता शामिल है.
आईजी अभियान के अनुसार हाल में ही मुठभेड़ में संथाल का इनामी नक्सली तालो दा मारा गया है. पुलिस का अभियान लगातार जारी है और लोकसभा चुनाव में इस बार किसी भी तरह की वारदात को अंजाम नही देने दिया जाएगा. आईजी के अनुसार पिछले 6 माह में पुलिस बलों ने संथाल में नक्सलियों को काफी नुकसान पहुंचाया है जिसका फायदा उन्हें इस बार के लोकसभा चुनाव को शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न करवाने में मिलेगा.