रांची: झारखंड के 14 लोकसभा सीट में से 4 सीटों पर सजायाफ्ता पूर्व मंत्री एनोस एक्का की झारखंड पार्टी अपना उम्मीदवार उतारेगी. इसकी घोषणा गुरुवार को पार्टी के महासचिव ने की है. जिसके तहत रांची, खूंटी, लोहरदगा और जमशेदपुर से झारखंड पार्टी महागठबंधन से अलग चुनावी मैदान में उतरेगी. जबकि 10 सीटों पर समान विचारधारा वाली पार्टियों को अपना समर्थन देगी.
झारखंड पार्टी का मानना है कि झारखंड में विपक्ष का महागठबंधन नहीं हुआ है, क्योंकि इसमें वाम दल शामिल नहीं हुए हैं. झारखंड पार्टी के प्रधान महासचिव अशोक भगत ने महागठबंधन पर हमला करते हुए कहा है कि सत्तारूढ़ बीजेपी जुमलेबाजी करती है तो कांग्रेस पार्टी गलत नीतियों पर काम करती है. इन दोनों पार्टियों का मुख्य उद्देश क्षेत्रीय और छोटी पार्टियों का अस्तित्व खत्म करना है. इसलिए झारखंड पार्टी महागठबंधन में शामिल नहीं है.उन्होंने आगे कहा है कि 4 सीटों पर पार्टी उम्मीदवार उतारेगी, जबकि चार अन्य सीटों पर हजारीबाग, कोडरमा, धनबाद और राजमहल में वाम दलों का समर्थन करेगी और दुमका में जेएमएम प्रत्याशी शिबू सोरेन को समर्थन देगी. शिबू सोरेन को समर्थन देने के सवाल पर उन्होंने कहा है कि शिबू सोरेन आंदोलनकारी रहे हैं. इसलिए झारखंड पार्टी उनका समर्थन करेगी.
पार्टी के महासचिव ने कहा कि जल,जंगल और जमीन को बचाना उनके पार्टी का मुख्य मकसद रहा है और उसी एजेंडे पर पार्टी चुनावी मैदान में उतरेगी. उनका मानना है कि जब जब राजनीतिक दलों ने झारखंड के विकास को एजेंडा बनाया है. तब तक सिर्फ विनाश हुआ है.
झारखंड पार्टी के प्रत्याशी
- खूंटी से अजय टोपनो होंगे प्रत्याशी
- रांची से परमेश्वर महतो
- जमशेदपुर से संतोष पांडे
- लोहरदगा के प्रत्याशी की बाद में घोषणा होगी