रांची: झारखंड भाजपा में इन दिनों सब कुछ ठीक नहीं है. संगठन नहीं रघुवर कैबिनेट में शामिल एक वरिष्ठ मंत्री ने सीएम के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. यह बगावत अब खूल कर सामने आ गई है. मंत्री ने यहां तक कह दिया है कि इस कैबिनेट में काम करने में हमें शर्मिंदगी महसूस हो रही है.
दरअसल, ईटीवी भारत को दिए एक्सक्लूसिव इंटरव्यू में उन्होंने खुलकर अपने मन की बात की है. सरयू राय ने भ्रष्टाचार को लेकर सरकार पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं. उन्होंने कहा है कि पत्र लिखने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं होती है. खाद्य आपूर्ति विभाग संभाल रहे मंत्री सरयू राय ने अपने आवास पर बातचीत में बेबाकी से कहा कि वो रघुवर दास की सरकार में रहकर शर्मिंदगी महसूस करते हैं. तमाम विरोधों के बावजूद मंत्रिमंडल में बने रहने के सवाल पर उनका कहना है कि वो डेढ़ साल पहले ही प्रधानमंत्री मोदी से मुलाकात के दौरान मंत्री पद छोड़ने की इच्छा जता चुके हैं.
माइनिंग पॉलिसी के खिलाफ उठाई आवाज
राय मुख्यमंत्री रघुवर दास के नेतृत्व में प्रदेश में चल रही सरकार की माइनिंग पॉलिसी और अधिकारियों की लालफीताशाही को लेकर कई चिट्टियां मुख्यमंत्री को लिख चुके हैं. करप्शन के खिलाफ आवाज उठाने वाले राय ने ईटीवी भारत से एक्सक्लूसिव बातचीत में साफ कहा कि उन्हें बड़ी शर्मिंदगी होती है कि वह इस कैबिनेट में मिनिस्टर हैं, जहां उनकी बात सही ढंग से सुनी नहीं जाती है.
मंत्री पद छोड़ने का दें चुके हैं प्रस्ताव
ईटीवी भारत से सरयू राय ने कहा कि 2017 के अगस्त महीने में उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की और कहा कि इस कैबिनेट में मंत्री रह कर वह शर्मिंदगी का अनुभव करते हैं. उन्होंने कहा चूंकि पीएम मोदी उनके पुराने परिचित हैं और इसलिए उन्होंने उनसे शेयर किया. इस पर प्रधानमंत्री ने स्पष्ट कहा कि अगर कहीं भी गलत हो रहा है तो उसे सब लोग मिल बैठकर ठीक करेंगे.
संसदीय कार्यमंत्री का पद छोड़ा
सरयू राय के पास पहले संसदीय कार्यमंत्री की भी जिम्मेदारी थी, लेकिन उन्होंने फरवरी, 2018 में उस पद से मुक्त करने के लिए सरकार को लिखा और उनके पास फिलहाल खाद्य, आपूर्ति और सार्वजनिक वितरण विभाग है.