रांची: राज्य सरकार के शिक्षा विभाग द्वारा सरकारी स्कूलों में नामांकन में वृद्धि और नामांकन में ठहराव के उद्देश्य से निशुल्क पाठ्य पुस्तक वितरण किया जाता है, लेकिन अब तक सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले विद्यार्थियों को पुस्तक नहीं मिल पाई है. जिसके कारण बच्चों की पढ़ाई बाधित हो रही है.
बता दें कि एक योजना के तहत राज्य सरकार द्वारा सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले विद्यार्थियों को निशुल्क पाठ्य पुस्तक उपलब्ध करवाई जाती है. ऐसे में इस सत्र में भी निशुल्क पुस्तक वितरण तो किया गया, लेकिन आधी और अधूरी. इससे विद्यार्थियों के साथ-साथ स्कूलों के शिक्षकों को भी काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. वहीं, कुछ स्कूलों में पर्याप्त मात्रा में पुस्तकें दे दी गई है, तो अधिकतर स्कूलों में अब तक किताबें पहुंची ही नहीं है. ऐसे में विद्यार्थी अपना कोर्स खत्म नहीं कर पा रहे हैं.
वहीं, कक्षा 3 और 4 के अलावा सातवीं और आठवीं के बच्चों को भी अब तक पुस्तकें मुहैया नहीं कराई गई है. पुस्तके नहीं मिलने के कारण एक किताब पर दो बच्चे पढ़ाई करने को मजबूर हैं. किताब के अभाव में पढ़ाई बाधित होने की संभावना बढ़ गई है. जबकि शिक्षा पदाधिकारी रजनीकांत वर्मा का कहना है कि तमाम स्कूलों में किताब धीरे-धीरे मुहैया कराई जा रही है. वहीं, स्कूल के शिक्षक कहते हैं किताबें समय पर नहीं मिलने से कोर्स कंप्लीट करने में दिक्कत आ रही है, बच्चों को जो सीखना चाहिए वह नहीं सीख पा रहे हैं.