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आम लोगों के लिए खुला राजभवन का गार्डन, अमेरिका से लेकर इंग्लैंड तक के हैं फूल - jharkhand news

हर साल आम लोगों के लिए राजभवन का उद्यान राष्ट्रपति उद्यान के तर्ज पर खोला जाता है. 5 फरवरी 19 फरवरी तक यह लोगों के लिए खुला रहेगा. 52 एकड़ में फैले इस उद्यान की कई खासियत है

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Published : Feb 6, 2019, 7:09 PM IST

Updated : Feb 6, 2019, 7:40 PM IST

रांची: हर साल आम लोगों के लिए राजभवन का उद्यान राष्ट्रपति उद्यान के तर्ज पर खोला जाता है. 5 फरवरी 19 फरवरी तक यह लोगों के लिए खुला रहेगा. 52 एकड़ में फैले इस उद्यान की कई खासियत है.

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मंगलवार से खोले गए राजभवन का दीदार लोग 19 फरवरी तक कर सकेंगे. 52 एकड़ में फैले इस उद्यान में 9 फाउंटेन, 12 सेक्टर में बने बागान, 29 औषधीय प्लांट, सब्जी बागान, देसी-विदेशी फूल और रोज गार्डन शामिल है. सबसे बड़ी खासियत यह है कि इस उद्यान में अमेरिका से लेकर इंग्लैंड तक के फूलों की महक मिलती है. उद्यान में डेढ़ सौ किस्म के गुलाब हैं. देशी-विदेशी गुलाबों के नाम भी काफी आकर्षक है.


गुलाबों के नाम आकर्षक
गुलाब में मृणालिनी सबसे पुराना गुलाब है. वहीं, काली मां नाम का भी गुलाब है यह काले रंग का है. इसके अलावा डॉक्टर राजा राममोहन राय, कस्तूरबा गांधी गुलाब, लाल बहादुर शास्त्री गुलाब भी है. इस गार्डन में 29 वैरायटी के औषधीय पौधे भी हैं, जिसमें एलोवेरा प्लांट, मिंट और रुद्राक्ष शामिल हैं. पिछले साल इस उद्यान में लगभग 10 लाख लोगों ने भ्रमण किया था.

अब तक 20 हजार लोगों ने किया दीदार
अनुमान लगाया जा रहा है कि इस साल लगभग 12 लाख लोग इस उद्यान का लुफ्त उठाएंगे. 2 दिनों में अब तक 20 हजार लोग इस उद्यान का दीदार कर चुके हैं.1984 से यहां सेवा दे रहे उद्यान अधीक्षक मोहम्मद सलाम कहते हैं कि लोगों को उद्यान खोले जाने का इंतजार रहता है, क्योंकि यहां कई तरह के दुर्लभ चीजों का दीदार होता है.

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2006 से आम लोगों के लिए राजभवन
साल 2006 से आम लोगों के लिए यह उद्यान खोला जाने लगा है. इसकी शुरुआत झारखंड के तत्कालीन राज्यपाल सैयद सिब्ते रजी के आदेश पर की गई थी. इस पूरे गार्डन की देखरेख में 82 गार्डिनर का सहयोग रहता है..

रांची: हर साल आम लोगों के लिए राजभवन का उद्यान राष्ट्रपति उद्यान के तर्ज पर खोला जाता है. 5 फरवरी 19 फरवरी तक यह लोगों के लिए खुला रहेगा. 52 एकड़ में फैले इस उद्यान की कई खासियत है.

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मंगलवार से खोले गए राजभवन का दीदार लोग 19 फरवरी तक कर सकेंगे. 52 एकड़ में फैले इस उद्यान में 9 फाउंटेन, 12 सेक्टर में बने बागान, 29 औषधीय प्लांट, सब्जी बागान, देसी-विदेशी फूल और रोज गार्डन शामिल है. सबसे बड़ी खासियत यह है कि इस उद्यान में अमेरिका से लेकर इंग्लैंड तक के फूलों की महक मिलती है. उद्यान में डेढ़ सौ किस्म के गुलाब हैं. देशी-विदेशी गुलाबों के नाम भी काफी आकर्षक है.


गुलाबों के नाम आकर्षक
गुलाब में मृणालिनी सबसे पुराना गुलाब है. वहीं, काली मां नाम का भी गुलाब है यह काले रंग का है. इसके अलावा डॉक्टर राजा राममोहन राय, कस्तूरबा गांधी गुलाब, लाल बहादुर शास्त्री गुलाब भी है. इस गार्डन में 29 वैरायटी के औषधीय पौधे भी हैं, जिसमें एलोवेरा प्लांट, मिंट और रुद्राक्ष शामिल हैं. पिछले साल इस उद्यान में लगभग 10 लाख लोगों ने भ्रमण किया था.

अब तक 20 हजार लोगों ने किया दीदार
अनुमान लगाया जा रहा है कि इस साल लगभग 12 लाख लोग इस उद्यान का लुफ्त उठाएंगे. 2 दिनों में अब तक 20 हजार लोग इस उद्यान का दीदार कर चुके हैं.1984 से यहां सेवा दे रहे उद्यान अधीक्षक मोहम्मद सलाम कहते हैं कि लोगों को उद्यान खोले जाने का इंतजार रहता है, क्योंकि यहां कई तरह के दुर्लभ चीजों का दीदार होता है.

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2006 से आम लोगों के लिए राजभवन
साल 2006 से आम लोगों के लिए यह उद्यान खोला जाने लगा है. इसकी शुरुआत झारखंड के तत्कालीन राज्यपाल सैयद सिब्ते रजी के आदेश पर की गई थी. इस पूरे गार्डन की देखरेख में 82 गार्डिनर का सहयोग रहता है..

Intro:प्रत्येक वर्ष आम लोगों के लिए राजभवन का उद्यान राष्ट्रपति उद्यान के तर्ज पर खोले जाते हैं. इस वर्ष भी यह उद्यान आम लोगों के लिए खोला गया है .52 एकड़ में फैले इस उद्यान की कई खासियत है यहां एक से बढ़कर एक विदेशी फूलों की वैरायटी तो है ही कई औषधीय पौधे भी हैं जो दुर्लभ माना जाता है.


Body:मंगलवार से खोले गए राजभवन का उद्यान का दीदार लोग 19 फरवरी तक कर सकेंगे 52 एकड़ में फैले इस उद्यान में 9 फाउंटेन 12 सेक्टर में बने बागान ,29 औषधीय प्लांट ,सब्जी बागान, देसी विदेशी फूल और रोज गार्डन शामिल है .सबसे बड़ी खासियत यह है कि इस उद्यान में अमेरिका से लेकर इंग्लैंड तक के फूलों की महक आपको मिलेंगे .उद्यान में डेढ़ सौ किस्म के गुलाब हैं. देशी-विदेशी गुलाबों के नाम भी काफी आकर्षक है. गुलाब में मृणालिनी सबसे पुराना गुलाब है ,वहीं काली मां नामक भी गुलाब है ,यह काले रंग का है .इसके अलावा डॉक्टर राजा राममोहन राय, कस्तूरबा गांधी गुलाब ,लाल बहादुर शास्त्री गुलाब जैसे नाम है .जो काफी लोगों को भा रहा है .वहीं 29 वैरायटी के औषधीय पौधे भी इस उद्यान में है .जिसमें एलो वेरा प्लांट ,मिंट और रुद्राक्ष भी है ,पिछले वर्ष इस उद्यान में लगभग 10 लाख लोगों ने भ्रमण किया था ,वहीं इस वर्ष अनुमान लगाया जा रहा है कि 12 लाख लोग इस उद्यान का लुफ्त उठाएंगे .अब तक 2 दिनों में 20 हज़ार लोगों ने इस उद्यान का दीदार कर चुके हैं .1984 से यहां सेवा दे रहे उद्यान अधीक्षक मोहम्मद सलाम कहते हैं कि लोगों को उद्यान खोले जाने का इंतजार रहता है, क्योंकि यहां कई तरह के दुर्लभ चीजों का दीदार होता है.

बाइट- मोहम्मद सलाम ,उद्यान अधीक्षक, राज भवन

वर्ष 2006 से आम लोगों के लिए यह उद्यान खोले जाने लगा है. इसकी शुरुआत झारखंड के तत्कालीन राज्यपाल सैयद सिब्ते रजी के आदेश पर की गई थी पहले यहां देसी फूल हुआ करते थे. वर्तमान में देशी-विदेशी दोनों प्रकार के फूल हैं इस पूरे गार्डन की देखरेख में 82 गार्डिनर का सहयोग रहता है.

बाइट-1.आम लोग
2.


Conclusion:इस उद्यान का अवलोकन करने राज्य के विभिन्न जिलों के लोग भी पहुंचते हैं वही सुदूर ग्रामीण क्षेत्र से ग्रामीण भी आते हैं क्योंकि यह उद्यान वर्ष में एक बार खोले जाते हैं.
Last Updated : Feb 6, 2019, 7:40 PM IST
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