रांची: हर साल आम लोगों के लिए राजभवन का उद्यान राष्ट्रपति उद्यान के तर्ज पर खोला जाता है. 5 फरवरी 19 फरवरी तक यह लोगों के लिए खुला रहेगा. 52 एकड़ में फैले इस उद्यान की कई खासियत है.
मंगलवार से खोले गए राजभवन का दीदार लोग 19 फरवरी तक कर सकेंगे. 52 एकड़ में फैले इस उद्यान में 9 फाउंटेन, 12 सेक्टर में बने बागान, 29 औषधीय प्लांट, सब्जी बागान, देसी-विदेशी फूल और रोज गार्डन शामिल है. सबसे बड़ी खासियत यह है कि इस उद्यान में अमेरिका से लेकर इंग्लैंड तक के फूलों की महक मिलती है. उद्यान में डेढ़ सौ किस्म के गुलाब हैं. देशी-विदेशी गुलाबों के नाम भी काफी आकर्षक है.
गुलाबों के नाम आकर्षक
गुलाब में मृणालिनी सबसे पुराना गुलाब है. वहीं, काली मां नाम का भी गुलाब है यह काले रंग का है. इसके अलावा डॉक्टर राजा राममोहन राय, कस्तूरबा गांधी गुलाब, लाल बहादुर शास्त्री गुलाब भी है. इस गार्डन में 29 वैरायटी के औषधीय पौधे भी हैं, जिसमें एलोवेरा प्लांट, मिंट और रुद्राक्ष शामिल हैं. पिछले साल इस उद्यान में लगभग 10 लाख लोगों ने भ्रमण किया था.
अब तक 20 हजार लोगों ने किया दीदार
अनुमान लगाया जा रहा है कि इस साल लगभग 12 लाख लोग इस उद्यान का लुफ्त उठाएंगे. 2 दिनों में अब तक 20 हजार लोग इस उद्यान का दीदार कर चुके हैं.1984 से यहां सेवा दे रहे उद्यान अधीक्षक मोहम्मद सलाम कहते हैं कि लोगों को उद्यान खोले जाने का इंतजार रहता है, क्योंकि यहां कई तरह के दुर्लभ चीजों का दीदार होता है.
2006 से आम लोगों के लिए राजभवन
साल 2006 से आम लोगों के लिए यह उद्यान खोला जाने लगा है. इसकी शुरुआत झारखंड के तत्कालीन राज्यपाल सैयद सिब्ते रजी के आदेश पर की गई थी. इस पूरे गार्डन की देखरेख में 82 गार्डिनर का सहयोग रहता है..