रांची: पूर्व कृषि मंत्री योगेंद्र साव ने सिविल कोर्ट में सरेंडर कर दिया. जिसके बाद पूर्व कृषि मंत्री योगेंद्र साव को न्यायिक हिरासत में लेकर जेल भेज में भेज दिया गया. उनके वकील ने बताया कि अब हाई कोर्ट में जमानत याचिका दायर करनी पड़ेगी. इसके लिए प्रक्रिया शुरू कर दी गई है.
पूर्व कृषि मंत्री योगेंद्र साव जमानत पर थे. सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद योगेंद्र साव ने आज रांची सिविल कोर्ट में सशरीर उपस्थित होकर सरेंडर कर दिया. जमानत की शर्त का पालन नहीं करने को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने योगेंद्र साव को कोर्ट में उपस्थित होकर सरेंडर करने का आदेश दिया था. जिसके बाद आज पूर्व कृषि मंत्री योगेंद्र साव ने अपर न्यायाधीश एसएस प्रसाद की अदालत में उपस्थित होकर सरेंडर किया. उनके अधिवक्ता के द्वारा जमानत के लिए याचिका दायर की गई, लेकिन उस याचिका को खारिज कर दिया गया. जिसके बाद योगेंद्र साव को पुलिस कस्टडी में जेल भेज दिया गया.
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वहीं, पूर्व कृषि मंत्री योगेंद्र साव ने राज्य सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि मुझे साजिश के तहत फंसाया जा रहा है. कोर्ट को गुमराह कर मेरे बेल को खारिज कराया गया है. राज्य सरकार नहीं चाहती है कि लोकसभा चुनाव में मैं बाहर रहूं. क्योंकि मैंने जो आंदोलन राज्य सरकार के खिलाफ छेड़ा है वह जल, जंगल, जमीन से जुड़ा हुआ है. हमारी लड़ाई हमेशा से ही राज्य सरकार के विरुद्ध रही है. साथ ही उन्होंने कहा कि मेरी बेटी हजारीबाग लोकसभा सीट से चुनाव लड़ेगी और उसकी जीत सुनिश्चित है.
इसके बाद उन्होंने राज्य सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि कई अधिकारी मिले हुए हैं. यही कारण है कि हजारीबाग में जितनी भी घटना हुई है, उसमें एक मुकदमे पर दो-दो केस किया गया है. हमारी पत्नी विधायक होते हुए भी क्षेत्र से बाहर है, हमें राज्य बदर किया गया है.