सहिबगंज: राजमहल अनुमंडल में उत्तर वाहिनी गंगा में मंगलवार को माघी पूर्णिमा के दिन राजकीय माघी महाकुम्भ मेले की शुरुआत होगी. मेले का उद्घाटन मंत्री लुईस मरांडी करेंगी. माघी मेले में स्नान करने और पूजा अर्चना करने को लेकर राज्यभर से लाखों श्रद्धालु पहुंचने लगे हैं.
झारखंड सरकार ने माघी महाकुम्भ मेला को राजकीय माघी मेला का दर्जा दिया गया है. वर्षो से इस मेला में स्नान और पूजा अर्चना करने के लिए पूरे भारत से लाखों श्रद्धालु पहुंचते है. वहीं, कई राज्यों से भारी संख्या में सफाहोड़ आदिवासी भी आते हैं.
बताया जाता है कि पहले फंड नहीं था जिसके कारण किसी तरह लोकल पूजा कमिटी द्वारा चंदा इक्ट्ठा कर मेले की व्यवस्था की जाती थी. जिसके बाद झारखंड सरकार हर साल लाखों रुपये फंड देकर श्रद्धालुओं की सुरक्षा, पानी, शौचालय सहित ठहरने का खर्च उठा रही है. यह मेला तीन दिन तक चलेगा. इस दौरान जिले के कई अधिकारी और पदाधिकारी मौजूद रहेंगे.
वहीं, स्थानीय लोगों का कहना है कि यह आदिवासियों के लिए महाकुम्भ मेला जैसा है. जहां लाखों की संख्या में राजमहल पहुंचकर उतरवाहिनी मां गंगा में स्नानकर पूजा करते है. साथ ही घंटों भगवान की श्रद्धा में लीन रहते हैं. इस मेले में झारखंड, बिहार, उड़ीसा, बंगाल, नेपाल, असम, यूपी, छत्तीसगढ़ सहित अन्य राज्यों से आदिवासी सादे वस्त्र पहनकर पूजा करते हैं.