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फोनी से बचाव के लिए जिलों में खुला आपात कंट्रोलरूम, रद्द की गई कर्मियों की छुट्टियां

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Published : May 2, 2019, 11:31 PM IST

फोनी चक्रवात को लेकर झारखंड सरकार भी अलर्ट मोड में आ चुकी है. सभी जिलों को अलर्ट किया गया है और आपात कंट्रोल रूम खोले गए हैं.

मौसम विभाग द्वारा जारी की गई तस्वीर

रांची: फोनी चक्रवात से बचाव के लिए राज्य के सभी जिलों को विशेष तौर पर अलर्ट किया गया है. गृह, कारा एवं आपदा प्रबंधन विभाग ने फोनी से होने वाले नुकसान के बचाव के लिए सभी जिलों में आपात कंट्रोल रूम खोले हैं. प्रशासनिक और अनिवार्य सेवाओं से संबंधित सारे पदाधिकारियों का अवकाश रद्द कर दिया है. सभी अधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि वह मुख्यालय से लगातार संपर्क में रहें.

इस बारे में सभी जिलों के डीसी-एसपी को निर्देश दिया गया है कि पुलिस, स्वास्थ्य सेवाओं, आपदा प्रबंधन, विद्युत, पेयजल, यातायात, वन एवं पर्यावरण कर्मियों, ब्लड बैंक, मेडिसीन दुकानों, एंबुलेंस आदि को सतर्क रहने का आदेश दिया गया है.

ये भी पढ़ें- झारखंड में 'फोनी' को लेकर अलर्ट, कई जिलों में स्कूलें बंद, जानें कब कहां पड़ेगा असर

नीचले इलाकों को खाली कराएं
आपदा प्रबंधन विभाग ने पूर्वी सिंहभूम, पश्चिमी सिंहभूम, सरायकेला- खरसांवा, रांची, गिरिडीह, बोकारो, धनबाद, देवघर, जामताड़ा, दुमका, साहेबगंज, पाकुड़, गोड्डा में भारी बारिश की आशंका जतायी है. इन जिलों के नीचले इलाकों और नदियों के किनारे बसे लोगों को हटाकर सुरक्षित जगहों पर ले जाने की व्यवस्था करने का निर्देश दिया गया है. 3 मई और चार मई को जलप्रपात, पहाड़ी नदियों के किनारे के पिकनिक स्पॉट, डैम के किनारे भ्रमण पर भी रोक लगायी गई है. राष्ट्रीय और राज्य के राजमार्गों पर विशेष पेट्रोलिंग करने का भी निर्देश दिया गया है.

ये भी है दिशा- निर्देश

  • किसानों की खड़ी फसल गन्ना, मकई, धान के बचान के लिए किसानों की मदद करें.
  • रेल, बस व छोटे वाहनों के यातायात प्रभावित होने की संभावना है, ऐसे में रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड, एनएच व एसएच पर सामुदायिक भवनों में ठहरने, खाद्य सामग्री एवं स्वास्थ्य सेवाओं की व्यवस्था करें.
  • सभी सरकारी व गैर सरकारी संस्थानों के आसपास सुखे पेड़ों को चिन्हित कर कटाई सुनिश्चित करें.
  • अफवाह फैलने से रोकने के लिए मीडिया को समय समय पर सही जानकारी दें.
  • रिसोर्स नेटवर्किंग व कम्यूनिकेशन प्लान तैयार करें, ताकि आपदा की स्थिति में कंट्रोलरूम प्रभावी रूप से काम करें.

रांची: फोनी चक्रवात से बचाव के लिए राज्य के सभी जिलों को विशेष तौर पर अलर्ट किया गया है. गृह, कारा एवं आपदा प्रबंधन विभाग ने फोनी से होने वाले नुकसान के बचाव के लिए सभी जिलों में आपात कंट्रोल रूम खोले हैं. प्रशासनिक और अनिवार्य सेवाओं से संबंधित सारे पदाधिकारियों का अवकाश रद्द कर दिया है. सभी अधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि वह मुख्यालय से लगातार संपर्क में रहें.

इस बारे में सभी जिलों के डीसी-एसपी को निर्देश दिया गया है कि पुलिस, स्वास्थ्य सेवाओं, आपदा प्रबंधन, विद्युत, पेयजल, यातायात, वन एवं पर्यावरण कर्मियों, ब्लड बैंक, मेडिसीन दुकानों, एंबुलेंस आदि को सतर्क रहने का आदेश दिया गया है.

ये भी पढ़ें- झारखंड में 'फोनी' को लेकर अलर्ट, कई जिलों में स्कूलें बंद, जानें कब कहां पड़ेगा असर

नीचले इलाकों को खाली कराएं
आपदा प्रबंधन विभाग ने पूर्वी सिंहभूम, पश्चिमी सिंहभूम, सरायकेला- खरसांवा, रांची, गिरिडीह, बोकारो, धनबाद, देवघर, जामताड़ा, दुमका, साहेबगंज, पाकुड़, गोड्डा में भारी बारिश की आशंका जतायी है. इन जिलों के नीचले इलाकों और नदियों के किनारे बसे लोगों को हटाकर सुरक्षित जगहों पर ले जाने की व्यवस्था करने का निर्देश दिया गया है. 3 मई और चार मई को जलप्रपात, पहाड़ी नदियों के किनारे के पिकनिक स्पॉट, डैम के किनारे भ्रमण पर भी रोक लगायी गई है. राष्ट्रीय और राज्य के राजमार्गों पर विशेष पेट्रोलिंग करने का भी निर्देश दिया गया है.

ये भी है दिशा- निर्देश

  • किसानों की खड़ी फसल गन्ना, मकई, धान के बचान के लिए किसानों की मदद करें.
  • रेल, बस व छोटे वाहनों के यातायात प्रभावित होने की संभावना है, ऐसे में रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड, एनएच व एसएच पर सामुदायिक भवनों में ठहरने, खाद्य सामग्री एवं स्वास्थ्य सेवाओं की व्यवस्था करें.
  • सभी सरकारी व गैर सरकारी संस्थानों के आसपास सुखे पेड़ों को चिन्हित कर कटाई सुनिश्चित करें.
  • अफवाह फैलने से रोकने के लिए मीडिया को समय समय पर सही जानकारी दें.
  • रिसोर्स नेटवर्किंग व कम्यूनिकेशन प्लान तैयार करें, ताकि आपदा की स्थिति में कंट्रोलरूम प्रभावी रूप से काम करें.
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रांची।
फोनी चक्रवात से बचाव के राज्य के सभी जिलों को विशेष तौर पर अलर्ट किया गया है। गृह, कारा एवं आपदा प्रबंधन विभाग ने फोनी से होने वाले नुकसान के बचाव के लिए सभी जिलों में आपात कंट्रोलरूम खोले हैं। प्रशासनिक और अनिवार्य सेवाओं से संबंधित सारे पदाधिकारियों का अवकाश रद कर दिया है। सभी अधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि वह मुख्यालय से लगातार संपर्क में रहें। सभी जिलों के डीसी- एसपी को निर्देश दिया गया है कि पुलिस, स्वास्थ्य सेवाओं, आपदा प्रबंधन, विद्युत, पेयजल, यातायात, वन एवं पर्यावरण कर्मियों, ब्लड बैंक, मेडिसीन दुकानों, एंबुलेंस आदि को सतर्क रहने का आदेश दिया गया है।

नीचले इलाकों को खाली कराएं
आपदा प्रबंधन विभाग ने पूर्वी सिंहभूम, पश्चिमी सिंहभूम, सरायकेला- खरसांवा, रांची, गिरिडीह, बोकारो, धनबाद, देवघर, जामताड़ा, दुमका, साहेबगंज, पाकुड़, गोड़ा में भारी बारिश की आशंका जतायी है। इन जिलों के नीचले इलाकों एवं नदियों के किनारे बसे लोगों को हटाकर सुरक्षित जगहों पर ले जाने की व्यवस्था करने का निर्देश दिया गया है। 3 मई और चार मई को जलप्रपात, पहाड़ी नदियों के किनारे के पिकनिक स्पॉट, डैम के किनारे भ्रमण पर भी रोक लगायी गई है। राष्ट्रीय व राज्य के राजमार्गो पर विशेष पेट्रोलिंग करने का भी निर्देश दिया गया है।

ये भी है दिशा- निर्देश
- किसानों की खड़ी फसल गन्ना, मकई, धान के बचान के लिए किसानों की मदद करें।
- रेल, बस व छोटे वाहनों के यातायात प्रभावित होने की संभावना है। ऐसे में रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड, एनएच व एसएच पर सामुदायिक भवनों में ठहरने, खाद्य सामग्री एवं स्वास्थ्य सेवाओं की व्यवस्था करें।
- सभी सरकारी व गैर सरकारी संस्थानों के आसपास सुखे पेड़ों को चिन्हित कर कटाई सुनिश्चित करें।
- अफवाह फैलने से रोकने के लिए मीडिया को समय समय पर सही जानकारी दें।
- रिसोर्स नेटवर्किंग व कम्यूनिकेशन प्लान तैयार करें , ताकि आपदा की स्थिति में कंट्रोलरूम प्रभावी रूप से काम करे।Body:रConclusion:र
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