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लोकसभा चुनाव में प्रचार-प्रसार पर EC की रहेगी खास नजर, बनाया गया फ्लाइंग स्क्वायड - monitoring anti-social elements

लोकसभा चुनाव को लेकर प्रचार-प्रसार पर मुख्य निर्वाचन अधिकारी एल खियांगते ने कई दिशा निर्देश दिया. उन्होंने इसके लिए फ्लाइंग स्क्वायड बनाया गया.

प्रचार-प्रसार पर EC की खास नजर
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Published : Mar 31, 2019, 5:50 PM IST

रांची: लोकसभा चुनाव को लेकर प्रचार में अधिक खर्च, अवैध हथियारों समेत असामाजिक तत्वों पर निगरानी रखने के लिए इलेक्शन कमीशन ने कई निर्देश दिए हैं. इसके लिए फ्लाइंग स्क्वायड बनाया गया है. राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी एल खियांगते ने बताया कि यह दल आदर्श चुनाव आचार संहिता के उल्लंघन और उससे जुड़ी शिकायतों के मामले पर भी कार्रवाई करेगा.

एल खियांगते ने बताया कि संवेदनशील इलाकों में परिस्थिति के आधार पर केंद्रीय अर्धसैनिक बल राज्य सशस्त्र बल को भी उस दल में शामिल किया जा सकता है. उन्होंने बताया कि निर्वाचन प्रक्रिया के दौरान किसी भी व्यक्ति को उसके मताधिकार का प्रयोग करने के लिए उत्क्रमित करने के मकसद से नगरिया उपहार का लेनदेन 1 वर्ष तक के कारावास या जुर्माना या दोनों सजा का भागीदार बनाता है.

खियांगते ने कहा कि फ्लाइंग स्क्वायड के प्रभारी पुलिस अधिकारी के द्वारा शिकायतें और एफआईआर तत्काल दाखिल की जाएगी, साथ ही उन्हें सार्वजनिक प्रदर्शन के लिए रिटर्निंग ऑफिसर के नोटिस बोर्ड पर भी लगाया जाएगा. उन्होंने बताया कि अगर फ्लाइंग स्क्वायड का घटनास्थल पर तत्काल पहुंच पाना संभव नहीं हो तो स्पॉट के पास सबसे नजदीक मौजूद राज्य निगरानी दल या उस इलाके के पुलिस स्टेशन को इंफॉर्मेशन दे दिया जाएगा, ताकि उस पर तुरंत कार्रवाई की जा सके.

उन्होंने बताया कि एसएसटी में एक एग्जीक्यूटिव मजिस्ट्रेट और तीन से चार पुलिसकर्मी शामिल किए गए हैं. यह चेक पोस्ट पर डिप्लॉय किए गए हैं. कुछ एक निगरानी दलों में क्षेत्र के संवेदनशीलता के आधार पर केंद्रीय अर्धसैनिक बलों को भी शामिल किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि जिला निर्वाचन अधिकारी और पुलिस अधीक्षक द्वारा फ्लाइंग स्क्वायड और एसएसटी के गठन करते हुए प्रशिक्षण भी दिया गया है.

रांची: लोकसभा चुनाव को लेकर प्रचार में अधिक खर्च, अवैध हथियारों समेत असामाजिक तत्वों पर निगरानी रखने के लिए इलेक्शन कमीशन ने कई निर्देश दिए हैं. इसके लिए फ्लाइंग स्क्वायड बनाया गया है. राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी एल खियांगते ने बताया कि यह दल आदर्श चुनाव आचार संहिता के उल्लंघन और उससे जुड़ी शिकायतों के मामले पर भी कार्रवाई करेगा.

एल खियांगते ने बताया कि संवेदनशील इलाकों में परिस्थिति के आधार पर केंद्रीय अर्धसैनिक बल राज्य सशस्त्र बल को भी उस दल में शामिल किया जा सकता है. उन्होंने बताया कि निर्वाचन प्रक्रिया के दौरान किसी भी व्यक्ति को उसके मताधिकार का प्रयोग करने के लिए उत्क्रमित करने के मकसद से नगरिया उपहार का लेनदेन 1 वर्ष तक के कारावास या जुर्माना या दोनों सजा का भागीदार बनाता है.

खियांगते ने कहा कि फ्लाइंग स्क्वायड के प्रभारी पुलिस अधिकारी के द्वारा शिकायतें और एफआईआर तत्काल दाखिल की जाएगी, साथ ही उन्हें सार्वजनिक प्रदर्शन के लिए रिटर्निंग ऑफिसर के नोटिस बोर्ड पर भी लगाया जाएगा. उन्होंने बताया कि अगर फ्लाइंग स्क्वायड का घटनास्थल पर तत्काल पहुंच पाना संभव नहीं हो तो स्पॉट के पास सबसे नजदीक मौजूद राज्य निगरानी दल या उस इलाके के पुलिस स्टेशन को इंफॉर्मेशन दे दिया जाएगा, ताकि उस पर तुरंत कार्रवाई की जा सके.

उन्होंने बताया कि एसएसटी में एक एग्जीक्यूटिव मजिस्ट्रेट और तीन से चार पुलिसकर्मी शामिल किए गए हैं. यह चेक पोस्ट पर डिप्लॉय किए गए हैं. कुछ एक निगरानी दलों में क्षेत्र के संवेदनशीलता के आधार पर केंद्रीय अर्धसैनिक बलों को भी शामिल किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि जिला निर्वाचन अधिकारी और पुलिस अधीक्षक द्वारा फ्लाइंग स्क्वायड और एसएसटी के गठन करते हुए प्रशिक्षण भी दिया गया है.

Intro:रांची। लोकसभा चुनाव के दौरान प्रचार में अधिक खर्च, अवैध हथियारों समेत असामाजिक तत्वों की आवाजाही पर निगरानी रखने के लिए इलेक्शन कमीशन के निर्देश के बाद फ्लाइंग स्क्वायड बनाया गया है। राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी एल खियांगते ने बताया कि यह दल आदर्श चुनाव आचार संहिता के उल्लंघन और उससे जुड़ी शिकायतों के मामले पर भी कार्रवाई करेगा। उन्होंने बताया कि संवेदनशील इलाकों में परिस्थिति के आधार पर केंद्रीय अर्धसैनिक बल राज्य सशस्त्र बल को भी उस दल में शामिल किया जा सकता है। उन्होंने बताया कि निर्वाचन प्रक्रिया के दौरान किसी भी व्यक्ति को उसके मताधिकार का प्रयोग करने के लिए उत्क्रमित करने के मकसद से नगरिया उपहार का लेनदेन 1 वर्ष तक के कारावास या जुर्माना या दोनों सजा का भागीदार बनाता है



Body:खियांगते ने कहा कि उड़न दस्ते के प्रभारी पुलिस अधिकारी के द्वारा शिकायतें और एफआईआर तत्काल दाखिल की जाएगी। साथ ही उन्हें सार्वजनिक प्रदर्शन के लिए रिटर्निंग ऑफिसर के नोटिस बोर्ड पर भी लगाया जाएगा। उन्होंने बताया कि यदि फ्लाइंग स्क्वायड का घटनास्थल पर तत्काल पहुंच पाना संभव नहीं हो तो स्पॉट के पास सबसे नज़दीक मौजूद राज्य निगरानी दल या उस इलाके के पुलिस स्टेशन को इंफॉर्मेशन दे दिया जाएगा ताकि उस पर तुरंत कार्रवाई की जा सके।


Conclusion: उन्होंने बताया कि एसएसटी में एक एग्जीक्यूटिव मजिस्ट्रेट और तीन से चार पुलिसकर्मी शामिल किए गए हैं। यह चेक पोस्ट पर डिप्लॉय किए गए हैं। कुछ एक निगरानी दलों में क्षेत्र के संवेदनशीलता के आधार पर केंद्रीय अर्धसैनिक बलों को भी शामिल किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि जिला निर्वाचन अधिकारी और पुलिस अधीक्षक द्वारा फ्लाइंग स्क्वायड और एसएसटी के गठन करते हुए प्रशिक्षण भी दिया गया है।
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