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झारखंड में जाति विशेष के लोगों की होती है पोस्टिंग, चलता है पैसे का खेलः DSP किशोर रजक - सरकार पर आरोप

झारखंड सरकार की तरफ से डीएसपी स्तर के 45 अधिकारियों का तबादला किया गया है. इस तबादले को लेकर झारखंड पुलिस के एक डीएसपी ने ही गंभीर सवाल उठाया है. खूंटी में तैनात डीएसपी किशोर कुमार रजक ने सोशल साइट पर अपनी भड़ास निकाली है.

डीएसपी किशोर कुमार रजक
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Published : Feb 19, 2019, 3:17 PM IST

Updated : Feb 19, 2019, 4:19 PM IST

रांचीः झारखंड सरकार की तरफ से डीएसपी स्तर के 45 अधिकारियों का तबादला किया गया है. इस तबादले को लेकर झारखंड पुलिस के एक डीएसपी ने ही गंभीर सवाल उठाया है. खूंटी में तैनात डीएसपी किशोर कुमार रजक ने सोशल साइट पर अपनी भड़ास निकाली है.

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डीएसपी किशोर कुमार रजक के फेसबुक वॉल से
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अपने फेसबुक वॉल पर डीएसपी किशोर कुमार रजक ने लिखा है कि झारखंड में किसी भी पुलिस अधिकारी के लिए जोश, ऊर्जा, ईमानदारी, मेहनत और मेरिट यह सब बकवास है. झारखंड में पैसा, पैरवी और किसी खास जाति का होना ही मेरिट है. डीएसपी ने लिखा है कि पढ़ाई के दौरान कभी भी वो जातीय भेदभाव का शिकार नहीं हुए थे, लेकिन नौकरी में आने के बाद उन्हें यह सब झेलना पड़ रहा है.

पांचवी बैच के हैं डीएसपी
पांचवी जेपीएससी में चयनित होकर डीएसपी बने किशोर कुमार रजक झारखंड के बोकारो के रहने वाले हैं. फिलहाल वे एसआईआरबी -2 खूंटी में तैनात हैं. किशोर कुमार रजक ने अपने फेसबुक वॉल पर लिखा है कि दो महीने पहले उनके साथ दो डीएसपी ने ज्वाइन किया था. उन लोगों का तुरंत ट्रांसफर हो गया अब एसआईआरबी में सिर्फ वही बचे हैं. किशोर कुमार रजक सीआरपीएफ में असिस्टेंट कमांडेंट हुआ करते थे. वहां से उन्होंने रिजाइन कर दिया था. इससे पहले उनकी नौकरी सेंट्रल स्कूल में भी हुई थी.

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मानसिक तनाव से गुजर रहा
डीएसपी के अनुसार उन्हें असम, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, राजस्थान में ड्यूटी के लिए भेजा जा चुका है. अब कहां ड्यूटी के लिए भेजा जाएगा यह पता नहीं. लगातार हो रहे तबादलों की वजह से काम नहीं कर पा रहा हूं. अस्थाई जीवन हो जाने के कारण काफी मानसिक तनाव में हूं.

विवादों में रहे हैं डीएसपी
अपने फेसबुक पर झारखंड में चल रहे ट्रांसफर के खेल में पैसा, पावर और जातिगत समीकरण की बातें लिखकर किशोर एक बार फिर से चर्चा में हैं. हालांकि अपने पारिवारिक विवाद के चलते वे पिछले साल काफी चर्चा में रहे थे. पत्नी से हुए अनबन की वजह से उन्हें थाना का चक्कर भी काटना पड़ा था. हालांकि महिला आयोग के बीच बचाव करने के बाद पति-पत्नी के बीच रिश्ते सुधर गए और वे अब एक साथ रह रहे हैं.

रांचीः झारखंड सरकार की तरफ से डीएसपी स्तर के 45 अधिकारियों का तबादला किया गया है. इस तबादले को लेकर झारखंड पुलिस के एक डीएसपी ने ही गंभीर सवाल उठाया है. खूंटी में तैनात डीएसपी किशोर कुमार रजक ने सोशल साइट पर अपनी भड़ास निकाली है.

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डीएसपी किशोर कुमार रजक के फेसबुक वॉल से
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अपने फेसबुक वॉल पर डीएसपी किशोर कुमार रजक ने लिखा है कि झारखंड में किसी भी पुलिस अधिकारी के लिए जोश, ऊर्जा, ईमानदारी, मेहनत और मेरिट यह सब बकवास है. झारखंड में पैसा, पैरवी और किसी खास जाति का होना ही मेरिट है. डीएसपी ने लिखा है कि पढ़ाई के दौरान कभी भी वो जातीय भेदभाव का शिकार नहीं हुए थे, लेकिन नौकरी में आने के बाद उन्हें यह सब झेलना पड़ रहा है.

पांचवी बैच के हैं डीएसपी
पांचवी जेपीएससी में चयनित होकर डीएसपी बने किशोर कुमार रजक झारखंड के बोकारो के रहने वाले हैं. फिलहाल वे एसआईआरबी -2 खूंटी में तैनात हैं. किशोर कुमार रजक ने अपने फेसबुक वॉल पर लिखा है कि दो महीने पहले उनके साथ दो डीएसपी ने ज्वाइन किया था. उन लोगों का तुरंत ट्रांसफर हो गया अब एसआईआरबी में सिर्फ वही बचे हैं. किशोर कुमार रजक सीआरपीएफ में असिस्टेंट कमांडेंट हुआ करते थे. वहां से उन्होंने रिजाइन कर दिया था. इससे पहले उनकी नौकरी सेंट्रल स्कूल में भी हुई थी.

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मानसिक तनाव से गुजर रहा
डीएसपी के अनुसार उन्हें असम, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, राजस्थान में ड्यूटी के लिए भेजा जा चुका है. अब कहां ड्यूटी के लिए भेजा जाएगा यह पता नहीं. लगातार हो रहे तबादलों की वजह से काम नहीं कर पा रहा हूं. अस्थाई जीवन हो जाने के कारण काफी मानसिक तनाव में हूं.

विवादों में रहे हैं डीएसपी
अपने फेसबुक पर झारखंड में चल रहे ट्रांसफर के खेल में पैसा, पावर और जातिगत समीकरण की बातें लिखकर किशोर एक बार फिर से चर्चा में हैं. हालांकि अपने पारिवारिक विवाद के चलते वे पिछले साल काफी चर्चा में रहे थे. पत्नी से हुए अनबन की वजह से उन्हें थाना का चक्कर भी काटना पड़ा था. हालांकि महिला आयोग के बीच बचाव करने के बाद पति-पत्नी के बीच रिश्ते सुधर गए और वे अब एक साथ रह रहे हैं.

Intro:झारखंड सरकार की तरफ से डीएसपी स्तर के 45 अधिकारियों का तबादला किया गया है। इस तबादले को लेकर झारखंड पुलिस के डीएसपी ने बड़ा ही गंभीर सवाल उठाया है। खूंटी में तैनात डीएसपी किशोर कुमार रजक ने अपने फेसबुक वॉल पर लिखा है कि झारखंड में किसी भी पुलिस अधिकारी के लिए जोश, ऊर्जा, ईमानदारी ,मेहनत और मेरिट यह सब बकवास है। झारखंड में पैसा, पैरवी और किसी खास जाति का होना ही मेरिट है। डीएसपी ने लिखा है कि पढ़ाई के दौरान कभी भी वे जातीय भेदभाव का शिकार नहीं हुए थे ।लेकिन नौकरी में आने के बाद उन्हें यह सब झेलना पड़ रहा है।

पांचवी बैच के है डीएसपी

पांचवी जेपीएससी में चयनित होकर डीएसपी बने किशोर कुमार रजक झारखंड के बोकारो के रहने वाले हैं ।फिलहाल वे एसआईआरबी -2 खूंटी में तैनात है। किशोर कुमार रजक अपने फेसबुक वॉल पर लिखा है कि दो महीने पहले उनके साथ दो डीएसपी ने ज्वाइन किया था। उन लोगों का तुरंत ट्रांसफर हो गया अब एसआईआरबी में सिर्फ वही बचे हैं। किशोर कुमार रजक सीआरपीएफ में असिस्टेंट कमांडेंट हुआ करते थे ।वहां से उन्होंने रिजाइन कर दिया था ।इससे पहले उनकी नौकरी सेंट्रल स्कूल में भी हुई थी।

मानसिक तनाव से गुजर रहा

डीएसपी के अनुसार उन्हें असम , छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, राजस्थान में ड्यूटी के लिए भेजा जा चुका है । अब कहां ड्यूटी के लिए भेजेगा यह पता नहीं, पर लगातार हो रहे तबादलों की वजह से काम नहीं कर पा रहा हूं। अस्थाई जीवन हो जाने के कारण काफी मानसिक तनाव में हूं।

विवादों में रहे है डीएसपी

अपने फेसबुक पर झारखंड में चल रहे ट्रांसफर के खेल में पैसा पावर और जातिगत समीकरण की बातें लिखकर किशोर एक बार फिर से चर्चा में है ।हालांकि अपने पारिवारिक विवाद के चलते वे पिछले साल काफी चर्चा में रहे थे। पत्नी से लेकर हुई अनुबंध की वजह से उन्हें थाना का चक्कर भी काटना पड़ा था हालांकि महिला आयोग के बीच बचाव करने के बाद पति पत्नी के बीच रिश्ते सुधर गए और वे अब एक साथ रह रहे हैं।





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Last Updated : Feb 19, 2019, 4:19 PM IST
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