ETV Bharat / state

पारा चढ़ते ही बढ़ी 'देसी फ्रिज' की मांग, डिजाइनर घड़े और बोतल खरीद रहे लोग - झारखंड समाचार

रांची में दिन ब दिन गर्मी का असर देखने को मिल रहा लोग इससे निजात पाने के लिए तरह-तरह उपाय कर रहे हैं. इसे देखते हुए रांची के बाजार में मिट्टी के घड़ों और अन्य सामानों की बिक्री बढ़ गई है.

मिट्टी के घड़े और बर्तन
author img

By

Published : May 1, 2019, 5:07 PM IST

रांची: गर्मी और चिलचिलाती धूप से निजात पाने के लिए लोग कई तरह के उपाय कर रहे हैं. इस भीषण गर्मी में लोग ठंडा पानी और इलेक्ट्रॉनिक फ्रिज नहीं बल्कि अपने घरों में देसी फ्रिज रखना ज्यादा पसंद कर रहे हैं.

देखें पूरी खबर


राजधानी के बाजारों में इस बार कई डिजाइनर घड़े, सुराही के आलावा कई तरह के मिट्टी के बर्तन और मिट्टी के वाटर बोतल भी उपलब्ध हैं. हालांकि, इस पर भी महंगाई की मार है. दरअसल, गर्मी आते ही देसी फ्रिज यानी कि घड़े और सुराही की मांग बढ़ जाती है और इस बार भी लोगों द्वारा मिट्टी के बर्तनों, घड़े और सुराही की जमकर खरीदारी की जा रही है.
बता दें कि इस बार पिछले साल की तुलना में काफी आकर्षक मिट्टी के बर्तन बाजार में उपलब्ध हैं. एक से बढ़कर एक सुराही, डिजाइनर मिट्टी के घड़े और मिट्टी के वाटर बोतल भी इस मिट्टी के बर्तन बाजार को आकर्षित कर रहा है.

ये भी पढ़ें- लालू का सियासी दरबार वीरान, डॉक्टरों ने कहा- सेहत है सामान्य

हालांकि इस वर्ष पिछले वर्ष की तुलना में दोगुनी कीमतों पर मिट्टी के बर्तनों की बिक्री हो रही है. लोगों कि मानें तो मांग बढ़ी है इस वजह से मिट्टी के बर्तनों की कीमतों में इजाफा हुआ है.
दुकानदारों और व्यवसायियों ने कहा कि पहले की तरह मिट्टी अब आसानी से उपलब्ध नहीं होती है. अधिकतर कच्चा सामान अन्य प्रदेशों से मंगाया जा रहा है. वहीं ग्रामीण क्षेत्र में भी मिट्टी की काफी किल्लत हो गई है.

रांची: गर्मी और चिलचिलाती धूप से निजात पाने के लिए लोग कई तरह के उपाय कर रहे हैं. इस भीषण गर्मी में लोग ठंडा पानी और इलेक्ट्रॉनिक फ्रिज नहीं बल्कि अपने घरों में देसी फ्रिज रखना ज्यादा पसंद कर रहे हैं.

देखें पूरी खबर


राजधानी के बाजारों में इस बार कई डिजाइनर घड़े, सुराही के आलावा कई तरह के मिट्टी के बर्तन और मिट्टी के वाटर बोतल भी उपलब्ध हैं. हालांकि, इस पर भी महंगाई की मार है. दरअसल, गर्मी आते ही देसी फ्रिज यानी कि घड़े और सुराही की मांग बढ़ जाती है और इस बार भी लोगों द्वारा मिट्टी के बर्तनों, घड़े और सुराही की जमकर खरीदारी की जा रही है.
बता दें कि इस बार पिछले साल की तुलना में काफी आकर्षक मिट्टी के बर्तन बाजार में उपलब्ध हैं. एक से बढ़कर एक सुराही, डिजाइनर मिट्टी के घड़े और मिट्टी के वाटर बोतल भी इस मिट्टी के बर्तन बाजार को आकर्षित कर रहा है.

ये भी पढ़ें- लालू का सियासी दरबार वीरान, डॉक्टरों ने कहा- सेहत है सामान्य

हालांकि इस वर्ष पिछले वर्ष की तुलना में दोगुनी कीमतों पर मिट्टी के बर्तनों की बिक्री हो रही है. लोगों कि मानें तो मांग बढ़ी है इस वजह से मिट्टी के बर्तनों की कीमतों में इजाफा हुआ है.
दुकानदारों और व्यवसायियों ने कहा कि पहले की तरह मिट्टी अब आसानी से उपलब्ध नहीं होती है. अधिकतर कच्चा सामान अन्य प्रदेशों से मंगाया जा रहा है. वहीं ग्रामीण क्षेत्र में भी मिट्टी की काफी किल्लत हो गई है.

Intro:स्पेशल..........रेडी टू एयर

रांची।

उफ ये गर्मी और चिलचिलाती धूप और इस गर्मी और चिलचिलाती धूप से निजात पाने के लिए लोग कई उपाय कर रहे हैं ,लेकिन पीने के लिए तो पानी ही हलक को संतुष्टि देती है वो भी इस गर्मी में ठंडा पानी और इसके लिए लोग इलेक्ट्रॉनिक फ्रिज नही बल्कि अपने घरों में देसी फ्रिज रखना ज्यादा पसंद कर रहे हैं. राजधानी रांची के बाजारों में इस वर्ष कई डिज़ाइनर घड़े,सुराही के आलावे कई तरह के मिट्टी के बर्तन और मिट्टी के वाटर बोतल भी उपलब्ध है .हालांकि इस पर भी महंगाई की मार है...


Body:गर्मी आते ही देसी फ्रिज यानी कि घड़े और सुराही की मांग बढ़ जाती है और इस वर्ष भी आम -खास सभी लोगों द्वारा मिट्टी के बर्तन यानी कि घड़े और सुराही की जमकर खरीदारी की जा रही है. गौरतलब है कि इस बार पिछले वर्ष की तुलना में काफी आकर्षक मिट्टी के बर्तन बाजार में उपलब्ध है ,एक से बढ़कर एक सुराही, डिजाइनर मिट्टी के घड़े और मिट्टी के वाटर बोतल भी इस मिट्टी के बर्तन बाजार को आकर्षित कर रहा है .हालांकि इस वर्ष पिछले वर्ष की तुलना में दोगुनी कीमतों पर मिट्टी के बर्तनों की बिक्री हो रही है .लोगों की मानें तो मांग बढ़ी है इस वजह से मिट्टी के बर्तनों की कीमतों पर इजाफा हुई है ,लेकिन माजरा कुछ और ही है. दुकानदारों और व्यवसायियों ने कहा कि पहले की तरह मिट्टी अब आसानी से उपलब्ध नहीं होती है. अधिकतर माल अन्य प्रदेशों से मंगाया जा रहा है ,वहीं ग्रामीण क्षेत्र में भी मिट्टी की काफी किल्लत हो गई है .घड़े और सुराही बनाने वाले मिट्टी अब मिलना मुश्किल हो गया है .मिट्टी भी खरीदकर ही इनका निर्माण हो रहा है, इसलिए इन वस्तुओं की कीमत बढ़ना लाजमी है.

बाइट-राहुल, खरीददार।

बाइट-अविनाश कुमार, विक्रेता।


Conclusion:हालांकि अधिक कीमतों के बावजूद भी मिट्टी के सामग्रियों की डिमांड रांची के बाजार में काफी है ,लोग घरों में फ्रीज होने के बावजूद इन देसी फ्रिज को अपने घर ले जा रहे है।
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.