रांची: झारखंड के एकलव्य और आश्रम स्कूल के आदिवासी छात्र और छात्राओं ने संगीत की धुन पर सुर लगाई तो झारखंड की कल्याण मंत्री लुईस मरांडी की आंखें भर आई. मौका था कल्याण विभाग की ओर से संचालित बच्चों के लिए राज्यस्तरीय नृत्य संगीत प्रतियोगिता का. पहली बार आयोजित इस तरह की प्रतियोगिता के दौरान बच्चों में छिपी प्रतिभा खुलकर सामने आई.
गौरतलब है कि कल्याण विभाग द्वारा राज्य में आश्रम और एकलव्य नाम से आवासीय विद्यालय संचालित किए जा रहे हैं. इन विद्यालयों में अनुसूचित जनजाति वर्ग के विद्यार्थी अध्ययन करते हैं. इनके लिए सरकार द्वारा मुफ्त में तमाम तरह की व्यवस्थाएं दी जाती है. इन्हीं विद्यार्थियों के लिए राज्य में पहली बार राज्यस्तरीय नृत्य-संगीत प्रतियोगिता का आयोजन किया गया.
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इस आयोजन में आवासीय विद्यालयों के विद्यार्थियों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया और एक से बढ़कर एक प्रस्तुति दी. इस मौके पर विभागीय सचिव ने कहा कि इनके सर्वांगीण विकास को लेकर विभाग हमेशा ही प्रयासरत रहा है. पहली बार इस तरह का आयोजन हो रहा है. आने वाले समय में वृहद रूप से ऐसे कई कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा.
वहीं, विभागीय मंत्री लुइस मरांडी विद्यार्थियों की प्रस्तुति देख भावुक हो गए. उन्होंने कहा कि वो भी इस तरह के बैकग्राउंड से यहां पहुंची है, इसलिए वो थोड़ा भावुक हो गई. उन्होंने कहा कि इन बच्चों में प्रतिभाओं की कोई कमी नहीं है.
इस कार्यक्रम में प्रमंडलीय स्तर पर उम्दा प्रदर्शन करने वाले छात्र-छात्राओं ने हिस्सा लिया. यहां बेहतर प्रदर्शन करने वाले विद्यार्थी केंद्रीय स्तर पर आयोजित किए जाने वाले प्रतियोगिताओं में हिस्सा लेंगे.