रांची: प्रदेश में सत्ताधारी बीजेपी ने चुनाव आयोग से एक खास धर्म के स्थलों के बाहर कड़ी निगरानी कराने की मांग की है. इस बाबत बीजेपी ने राज्य के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी के द्वारा मुख्य निर्वाचन आयुक्त को एक पत्र भेजा है. जिसमें उस धर्म विशेष के धार्मिक स्थलों के बाहर स्पेशल ऑब्जर्वर और वीडियो कैमरा संयुक्त रूप से तैनात करने की मांग की है.
शनिवार को बीजेपी के चुनाव संपर्क विभाग के संयोजक शिव कुमार शर्मा ने इस बाबत इलेक्शन कमिशन को पत्र भेजा है. जिसमें यह आरोप लगाया गया है कि पार्टी के पास ऐसी सूचनाएं मिली हैं कि खूंटी सहित अन्य जिलों में एक धर्म विशेष के द्वारा रविवार को प्रार्थना सभा के समय एक पार्टी के पक्ष में सहयोग करने का फरमान जारी किया गया है.
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उन्होंने कहा कि यह चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन है साथ ही कोई भी पवित्र स्थान जहां पूजा और धार्मिक कार्य संपन्न होते हैं उस परिसर का इस्तेमाल चुनाव प्रचार या किसी पार्टी के पक्ष में मतदान हेतु नहीं किया जाएगा. इस बात का प्रावधान जनप्रतिनिधित्व अधिनियम 1951 में साफ तौर पर किया गया है. इतना ही नहीं चुनाव आयोग द्वारा हैंडबुक फॉर कैंडिडेट में भी इस बात का साफ जिक्र किया गया है. बीजेपी के प्रदेश प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव ने कहा कि पार्टी के पास इस तरह की सूचनाएं पहुंच रही थी कि खास प्रार्थना सभाओं के माध्यम से चुनाव में एक खास दल को वोट करने के लिए धार्मिक गुरू लोगों को प्रेरित कर रहे हैं.
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शाहदेव ने कहा कि चुनाव आयोग को इस मामले में तुरंत कड़ी निगरानी लगानी चाहिए और खासकर उन धार्मिक स्थलों के बाहर स्पेशल आब्जर्वर तैनात कर इसकी जांच करवानी चाहिए. दरअसल, खूंटी संसदीय सीट पर बीजेपी ने पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा को अपना उम्मीदवार बनाया है. जिनकी सीधी लड़ाई कांग्रेस के कालीचरण मुंडा से बताई जा रही है. खूंटी जिला वही इलाका है जहां कथित तौर पर पत्थलगड़ी हुई और उसके पीछे इसाई मिशनरियों का हाथ बताया गया था.