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रांची: भारत द्वारा पाकिस्तान पर किए गए एयर स्ट्राइक के बाद लगातार गहरा रहे तनाव को देखते हुए कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए. राजधानी का बिरसा मुंडा एयरपोर्ट हाई अलर्ट पर है. बुधवार को गृह सचिव एसकेजी रहाटे ने एयरपोर्ट में सुरक्षा संबंधी बैठक बुलायी. जिसमें तमाम आलाधिकारी शामिल हुए.
इस बैठक में कार्यकारी विमानपात्त्न निदेशक केवी गोपालाकृष्णन अधिकारियों समेत स्पेशल ब्रांच के एडीजी अनुराग गुप्ता, रांची एसएसपी अनीश गुप्ता, रिम्स के निदेशक डीके सिंह, सीआईएसफ, बीएसएफ समेत कई पुलिस अधिकारी शामिल हुए. यहां आने-जाने वाले वाहनों की सघन तलाशी ली जा रही है. चप्पे-चप्पे पर सीआईएसएफ के जवान पैनी नजर रखे हुए हैं.
उन्होंने एयरपोर्ट अथॉरिटी को निर्देश जारी किया गया है कि सैनिकों के शिविर पर विशेष सुरक्षा बढ़ायी जाए. एयर स्ट्रिप की भी गंभीरता से पड़ताल हो साथ ही आवश्यक्ता पडऩे पर विषम परिस्थितियों में एयरपोर्ट का इस्तेमाल किया जा सके इसकी तैयारियां की जाए. एयरपोर्ट अथॉरिटी की ओर से कहा गया कि बिना समय गंवाए हम सजगता और जिम्मेदारी के साथ हर जरूरी खबर सरकार से साझा करेंगे.
सादे लिबास में जवान, बम स्क्वायड 24 घंटे अलर्ट
सीआईएसएफ हेड क्वार्टर से सुरक्षा के मद्देनजर विशेष दिशा-निर्देश दिए गए हैं. एयरपोर्ट के आसपास सीआईएसएफ के जवान सादे-लिबास में तैनात किये गए हैं, वहीं एयरपोर्ट के चारों ओर सुरक्षा दस्ता तैनात हैं, जिन्हें विशेष चौकसी बरतने का निर्देश दिया गया है. डॉग स्क्वॉयड सहित बम निरोधक दस्ता ने एयरपोर्ट के अंदर और बाहर जांच तेज कर दी है. इसके अलावा सुरक्षा जवानों को विशेष रूप से सतर्क रहने का निर्देश दिया गया है.
कार पार्किंग में लगे वाहनों की विशेष जांच शुरू
एयरपोर्ट की कार पार्किंग पर विशेष सुरक्षा जांच शुरू कर दी गई है. एयरपोर्ट आने-जाने वाले सभी वाहनों की सर्विलांस जांच की जा रही है. इस दौरान एयरपोर्ट के नजदीक किसी भी वाहन को खड़ा नहीं होने दिया जा रहा है. वहीं सीआईएसएफ के कुछ जवानों को कार पार्किंग में विशेष रूप से ड्यूटी पर लगाया गया है, जो वाहनों के नीचे मिरर ट्रॉली लगा कर जांच कर रहे हैं.
लोगों को न हो परेशानी, जांच में नहीं हो आनाकानी
गृह सचिव ने एयरपोर्ट ऑथिरिटी को निर्देश दिया है कि विमानों के लैडिंग और टेक ऑफ पर विशेष नजर रखें. यात्रियों समेत हर आनेजाने वालों की चेकिंग की जाए. यह ध्यान रखा जाए कि लोगों को अधिक परेशानी न हो लेकिन जांच में कोई आनाकानी न बरती जाए.
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